विवाह उपरांत महादेव ने पुत्र कार्तिकेय को जातियों के विरुद्ध देवताओं की सेना का सेनापति नियुक्त किया कार्तिकेय प्राकृतिक में वेतनमान ₹1 दैत्यों का वध कर अपने वाहन मोर के माध्यम से करते हैं वही पुत्री गणेश को पशु तथा मानव की संयुक्त रुप में महादेव ने यूं ही नहीं किया इसके माध्यम से पशु पाद से मानवता की ओर चलने का संदेश भी दिया गणेश जी को बुद्धि विवेक का दायित्व दिया गया ज्ञान तथा बौद्धिक कार्य में सम्मेलन होने पर रूप रंग तथा सौंदर्य का विशेष गुण हो जाता है गणेश जी को कह दो और जामुन इसलिए पसंद है क्योंकि बुद्धि विवेक के साथ के असली तथा मीठी परिस्थितियों में भाव समान रहता है और तब आहत का मोदक अवश्य मिलता है
©Ek villain
महाशिवरात्रि की महिमा