लेखनी अपनी पहचान है , कर्म अपना स्वाभिमान है, अपने सर पे मां बाप का आशीर्वाद हैं, बड़ो का लाड प्यार है, मैं एक सरल स्वभाव की, मेरे पति मेरे मां , बाप के बाद ईश्वर के समान है, जन्म की पूजनीय मांता और संसारिक कर्मों से पूजनीय माता मेरी सासू मां है ।
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