ज्ज्बात् लिख् रही हूं अनकहे जो कोई नहीं समझता, समाज की,दुखियों की, आम आदमियों की,छोटे-बडे हर दिल की जुबानं बनना चाहती हूं,और सभी से प्यार करना और वापिस पाना चाहती हूं 🙏🤗
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