White देख सांवरिया!!
ये सब भी शामिल हो गया,
दिल को जलाने की साजिश में,
घटा, बादल, ठंडी बूंदें और आसुत जल,
छमछम कर नाच रहा है,
इस आग लगाती बारिश में।
मुझको तुम अपना कहते हो,
दूर देश में खुद रहते हो,
देखो चातक चहक रहा,
मन मेरा भी बहक रहा,
झटक के गेसू गीला कर दो,
मरुदिल मेरा बारिश में।
आकाशी सूरज,
मेघा के पीछे कांप रहा,
मैं तेरे अधरों की मंशा भांप रहा,
ये मदिर अधर, मुझे समर्पित कर दो,
मैं भी 'बेतौल' मद में हो लूं,
इस मदमाती बारिश में।
©बोल_बेतौल by Atull Pandey
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