हर किसी को नहीं मिलता , जमाने में सुकूने -दिल
भले धन दौलत मिल जाए , हो जाए वफा हासिल !
हुनर मंद लोग दुनिया में, ठोकरें खातें हैं अक्सर
अकड़ मन में लिए फिरते , नहीं हम सा कोई क़ाबिल !
वो बर्बादी किसी की देख , कैसे झूम जातें हैं
मुझे तो देख कर तकलीफ , किसी का दुखता है दिल !
(जौहर डुमराँवीं)
©Liyakt Khan
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