Sumit Mishra

Sumit Mishra

  • Latest
  • Popular
  • Video

White जब कोई अपराधी अपराध कर रहा होता है तो वो अपने आपको शातिर समझता है। कुछ दिनों तक यदि उसका गुनाह लोगों की नजरों से बच जाए तो वो खुद को ईश्वर से कम नहीं समझता है। जन उसके अपराधों का पिटारा खुलता है तब वो बहुत चिल्लाता है, और सब के बारे में यही सोचता है कि सब मिल के उसको दंड दे रहे हैं। न्याय का हथियार लहूलुहान कर देता है। वो ऊपरी मन से सबको तर्क देता है कि वो निर्दोष है लेकिन खुद भी जानता है कि जो उसके साथ हो रहा है उसके कर्मों का ही फल है ©Sumit Mishra

#विचार #love_shayari  White जब कोई अपराधी अपराध कर रहा होता है तो वो अपने आपको शातिर समझता है। कुछ दिनों तक यदि उसका गुनाह लोगों की नजरों से बच जाए तो वो खुद को ईश्वर से कम नहीं समझता है। जन उसके अपराधों का पिटारा खुलता है तब वो बहुत चिल्लाता है, और सब के बारे में यही सोचता है कि सब मिल के उसको दंड दे रहे हैं। न्याय का हथियार लहूलुहान कर देता है। वो ऊपरी मन से सबको तर्क देता है कि वो निर्दोष है लेकिन खुद भी जानता है कि जो उसके साथ हो रहा है उसके कर्मों का ही फल है

©Sumit Mishra

#love_shayari

13 Love

White मुझसे माफ़ी की उम्मीद मत रखना। अब मुझे अपनाने की कोशिश मत करना। वक्त लौट के कभी नहीं आता है। आदमी पहले जैसा नहीं रह जाता है। खुदा करे तुझे कोई और मिल जाए, तुझे किसी और का प्यार मिल जाय। ©Sumit Mishra

#कविता #sad_dp  White मुझसे माफ़ी की उम्मीद मत रखना।
अब मुझे अपनाने की कोशिश मत करना।
 वक्त लौट के कभी नहीं आता है।
आदमी पहले जैसा नहीं रह जाता है।
खुदा करे तुझे कोई और मिल जाए,
तुझे किसी और का प्यार मिल जाय।

©Sumit Mishra

#sad_dp

10 Love

White अपनों से इतना जलील हो चुका हूं। बस एक गड़ा हुआ कील हो गया हूं। मैं किसी से मोहब्बत की उम्मीद कैसे करता, किस्मत का मारा फकीर हो गया हूं। अब तो मेरे पास एकांत भी नहीं, लगता है किसी का उजड़ा नसीब हो गया हूं। जीवन के परेशानियों का मुकदमा जहां चलता है फिर भी अपना वकील हो गया हूं। खुद को ही समझता हूं परेशानियों का कारण मैं खुद ही वकील खुद ही मुवक्किल हो गया हूं। ©Sumit Mishra

#कविता #car  White अपनों से इतना जलील हो चुका हूं।
बस एक गड़ा हुआ कील हो गया हूं।
मैं किसी से मोहब्बत की उम्मीद कैसे करता,
किस्मत का मारा फकीर हो गया हूं।
अब तो मेरे पास एकांत भी नहीं,
लगता है किसी का उजड़ा नसीब हो गया हूं।
जीवन के परेशानियों का मुकदमा जहां चलता है
फिर भी अपना वकील हो गया हूं।
खुद को ही समझता हूं परेशानियों का कारण
मैं खुद ही वकील खुद ही मुवक्किल हो गया हूं।

©Sumit Mishra

#car

11 Love

White टीवी देखो उतना ही जितना कि न अध्ययन बाधित हो, देखो तुम कार्टून कि बचपन भी कुछ तो आह्लादित हो। पर पढ़ाई है बहुत जरूरी इसका भी तुम्हें ध्यान रहे, सामंजस्य हो इतना कि ये जीवन भी बर्बाद न हो। बाल कविता ©Sumit Mishra

#कविता #sad_shayari  White टीवी देखो उतना ही जितना कि न अध्ययन बाधित हो,
देखो तुम कार्टून कि बचपन भी कुछ तो आह्लादित हो।
पर पढ़ाई है बहुत जरूरी इसका भी तुम्हें ध्यान रहे,
सामंजस्य हो इतना कि ये जीवन भी बर्बाद न हो।
बाल कविता

©Sumit Mishra

#sad_shayari

13 Love

हिंसा के पक्षधर हम भी नहीं है। इतना समझ लो नपुंसक नहीं है। ©Sumit Mishra

#शायरी #thepredator  हिंसा के पक्षधर हम भी नहीं है।
इतना समझ लो नपुंसक नहीं है।

©Sumit Mishra

#thepredator

13 Love

White कुछ लोग खुद की सलामती चाहते हैं, लेकिन दूसरों की तबाही चाहते हैं। ©Sumit Mishra

#कविता #Dosti  White कुछ लोग खुद की सलामती चाहते हैं,
लेकिन दूसरों की तबाही चाहते हैं।

©Sumit Mishra

#Dosti

16 Love

Trending Topic