हिंसा के पक्षधर हम भी नहीं है। इतना समझ लो नपुंसक | हिंदी शायरी

"हिंसा के पक्षधर हम भी नहीं है। इतना समझ लो नपुंसक नहीं है। ©Sumit Mishra"

 हिंसा के पक्षधर हम भी नहीं है।
इतना समझ लो नपुंसक नहीं है।

©Sumit Mishra

हिंसा के पक्षधर हम भी नहीं है। इतना समझ लो नपुंसक नहीं है। ©Sumit Mishra

#thepredator

People who shared love close

More like this

Trending Topic