English
.
Rajeev Pandey
81 View
72 View
होगे गुमराह जमाने पे भरोसा करके पास आओ तो बताऊँ मेरा किस्सा क्या है ©Rajeev Pandey
12 Love
जो मै था, वो मर गया कब का दौर_ए_हयात बदल गया कब का जहन में खयाल भी अब नही आता तू मेरे दिल से उतर गया कब का ©Rajeev Pandey
14 Love
दयार-ए-आप से छूटे तो कहीं के न रहे चंद सिक्कों पे ताउम्र भटकते ही रहे ये अलग बात थी की हमको महफिलें भी मिलीं घर के आंगन को मगर फिर भी तरसते ही रहे राजीव ©Rajeev Pandey
You are not a Member of Nojoto with email
or already have account Login Here
Will restore all stories present before deactivation. It may take sometime to restore your stories.
Continue with Social Accounts
Download App
Stories | Poetry | Experiences | Opinion
कहानियाँ | कविताएँ | अनुभव | राय
Continue with
Download the Nojoto Appto write & record your stories!
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here