Unsplash करते हैं झूठे वादे हमसे,कसमें वफ़ा के खाते हैं
अपनी मीठी बातों से वे ,दिल को अक्सर बहलाते हैं
बनते बिल्कुल भोले से पर ,विष घोल देते है जीवन में
करते हैं तबाह वो लोग हमें ,जो सिर्फ़ वक्त बिताने आते हैं
दिल देते है खुद ही यहां पर वो, दिलदार भी खुद ही बनाते हैं
करके प्रेम दिखावे का धीरे से, वो फिर जीवन में घुस जाते हैं
कह दो उनसे ना ये करम करें , दे छोड़ वो इन तासीरो को
ना खेले किसी के दिल से वो,क्यों दिल बिना वजह के दुखाते है
कोई समझाओ ये सब बंद करें ,ना किसी के दिल से खिलवाड़ करें
उनकी बातों में आकर अक्सर, अंजान कुछ लोग यहां मर जाए हैं
अंकुर अंजान
©Ankur tiwari
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