Sad girl quotes
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#कविता  बचपन अभी गया नहीं,
खेल खिलौने बाकी है।
इन मासूमों के हाथों में,,
नादानी की राखी है।।
जग का इनको पता नहीं,
इंसान फरिश्ता धरती का।
कुछ ऐसे भी होते है लाड़ो,,
जिनका काम है गलती का।।
ऐसे सख्शों से बचना है,
जिनकी आंखों में शर्म नहीं।
अपना पराया कोई नहीं,
नियत खोटी और मर्म नहीं।।
सच्चे दिल के कम ही मिलेंगे,
पहचानना मुश्किल होगा।
हे लाड़ो! अपनी रक्षा का,,
स्वयं भार उठाना तुझे होगा।
कानून की आंखे बन्द है,
बस! पट्टी हटाना बाकी है।
इन मासूमों के हाथों में,, 
नादानी की राखी है।।

©Satish Kumar Meena

@नादानी की राखी

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सुनो... की बुलंदियों को छूना ही जरूरी नहीं, खुद के बनाए रास्ते पर, चलना भी बड़ी बात है.. इन राहों पर चलते हुए.. कुछ लोग तुम्हें हौसला देंगे, तो ज्यादतर तानें मिलेंगे. इतना आसान नहीं होता, खुद की जमीन तैयार करके, सपनों के बीज बिखर देना.. तुम टूटना मत.. जब कुछ लोग, गले लगा कर, तुम्हें छल लेंगे. तुम हौसला हो उनका, जिन्होंने तुम पर भरोसा किया. तुम्हारे बुने हुए... कुछ पूरे - कुछ अधूरे मधुर सपने. उनको.. उनका, उज्ज्वल कल देंगे ©mahi singh

 सुनो... 
की बुलंदियों को छूना ही जरूरी नहीं, 
खुद के बनाए रास्ते पर, 
चलना भी बड़ी बात है..

इन राहों पर चलते हुए..
 कुछ लोग तुम्हें हौसला देंगे,
तो ज्यादतर तानें मिलेंगे.

इतना आसान नहीं होता,
 खुद की जमीन तैयार करके, सपनों के बीज बिखर देना..
 तुम टूटना मत.. जब कुछ लोग,
 गले लगा कर, तुम्हें छल लेंगे.

तुम हौसला हो उनका,
जिन्होंने तुम पर भरोसा किया.
 तुम्हारे बुने हुए... 
कुछ पूरे - कुछ अधूरे
 मधुर सपने. 
उनको.. उनका, उज्ज्वल कल देंगे

©mahi singh

@pramodini Mohapatra "सीमा"अमन सिंह @Ana pandey katha @R Ojha

34 Love

✍️आज की डायरी✍️ 😞दिखावा... 😞 कहीं सियासत हो रही है कहीं बस छलावा है । बेटी बचाओ का आंदोलन तो बस दिखावा है ।। मानवता के मूल्य दिखाई देते ही नहीं किसी में । राक्षसी प्रवृत्ति में केवल संतो का पहनावा है ।। भुला देते हैं हर मर्यादा मनोविकृति की वजह से । आवरण सभ्य होने का तो इनका बस दिखावा है ।। पँहुच जाते हैं जब तिहाड़ तो सत्य का ज्ञान होता है । बातें ऐसे निकलती है तब जैसे बहुत पछतावा है ।। दामन को बचाना है तो खुद में मजबूती लाना होगा । ये वो ज़माना है जहाँ अपनों में भी इक छलावा है ।। ✍️नीरज✍️ ©डॉ राघवेन्द्र

#कविता  ✍️आज की डायरी✍️

                  😞दिखावा... 😞

कहीं सियासत हो रही है कहीं बस छलावा है । 
बेटी बचाओ का आंदोलन तो बस दिखावा है ।। 

मानवता के मूल्य दिखाई देते ही नहीं किसी में । 
राक्षसी प्रवृत्ति में केवल संतो का पहनावा है ।।

भुला देते हैं हर मर्यादा मनोविकृति की वजह से । 
आवरण सभ्य होने का तो इनका बस दिखावा है ।।

पँहुच जाते हैं जब तिहाड़ तो सत्य का ज्ञान होता है । 
बातें ऐसे निकलती है तब जैसे बहुत पछतावा है ।।

दामन को बचाना है तो खुद में मजबूती लाना होगा । 
ये वो ज़माना है जहाँ अपनों में भी इक छलावा है ।।

✍️नीरज✍️

©डॉ राघवेन्द्र

✍️आज की डायरी✍️ 😞दिखावा... 😞 कहीं सियासत हो रही है कहीं बस छलावा है । बेटी बचाओ का आंदोलन तो बस दिखावा है ।। मानवता के मूल्य दिखाई देते ही नहीं किसी में । राक्षसी प्रवृत्ति में केवल संतो का पहनावा है ।। भुला देते हैं हर मर्यादा मनोविकृति की वजह से । आवरण सभ्य होने का तो इनका बस दिखावा है ।। पँहुच जाते हैं जब तिहाड़ तो सत्य का ज्ञान होता है । बातें ऐसे निकलती है तब जैसे बहुत पछतावा है ।। दामन को बचाना है तो खुद में मजबूती लाना होगा । ये वो ज़माना है जहाँ अपनों में भी इक छलावा है ।। ✍️नीरज✍️ ©डॉ राघवेन्द्र

17 Love

She liked him; he liked her, but words never bridged their hearts. He married someone else, and she became a celebrated writer. Her public stance was clear—dedicated to societal work, uninterested in romance. Though proposals and friend’s advice came her way, she never wavered. Only her heart and soul knew the truth. Even her mother, her closest confidante, was kept in the dark. The unspoken love remained her private sacrifice, a secret kept by her silence. ©twisha ray

#thoughtsofheart #selfmusing #trnojo162  She liked him; he liked her, but words never bridged their hearts. He married someone else, and she became a celebrated writer. Her public stance was clear—dedicated to societal work, uninterested in romance. Though proposals and friend’s advice came her way, she never wavered. Only her heart and soul knew the truth. Even her mother, her closest confidante, was kept in the dark. The unspoken love remained her private sacrifice, a secret kept by her silence.

©twisha ray

तूं रियल में हो या फिल्टर में जैसी भी है तूं मुझे बहुत पसंद हैं..... ©DANVEER SINGH DUNIYA

 तूं रियल में हो या फिल्टर में
            जैसी भी है तूं मुझे बहुत पसंद हैं.....

©DANVEER SINGH DUNIYA

सच्चा प्रेम...

16 Love

#baishaliwrites #Quotes #SAD  खुशी के मोती
बहुत नाज़ुक होती हैं। 
कभी भी टूटी 
तो बिखर जाती हैं।

©Baishali Mandal
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