SHASHI BHASKER

SHASHI BHASKER Lives in Delhi, Delhi, India

एक शोर है मुझमें जो खामोश बहुत है।

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White मुझे विवाह से आपत्ति नहीं पर ये वर्तमान समय का हर युवा प्रेम में है किसी न किसी के साथ ऐसे में मेरा विवाह किसी प्रेम सम्बन्ध को तोड़ सकता है, किसी प्रेमी के वियोग कर कारण बन सकता है.. मैं बस प्रेम के आड़े नहीं आना चाहता...!!! ©SHASHI BHASKER

#mango  White मुझे विवाह से आपत्ति नहीं पर ये वर्तमान समय का हर युवा प्रेम में है 
किसी न किसी के साथ ऐसे में मेरा विवाह किसी प्रेम सम्बन्ध को तोड़ सकता है, 
किसी प्रेमी के वियोग कर कारण बन सकता है.. मैं बस प्रेम के आड़े नहीं आना चाहता...!!!

©SHASHI BHASKER

#mango

16 Love

मध्यम वर्गीय परिवार के लड़के जो सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे होते है, उन्हें मुख्यतः आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है:- •कभी क्लास(ऑनलाइन/ऑफलाइन) खरीदने के पैसे कम पड़ जाते है। •कभी लाइब्रेरी का पैसा जुगाड़ ना होने की वजह से लाइब्रेरी छूट जाता है। •कभी रूम का किराया कम पड़ जाता है। •कभी महीने खत्म होने से पहले ही पैसा खत्म हो जाता है। •कभी-कभी तो हालत ऐसी हो जाती है कि रात में अचानक से गैस खत्म होने के कारण सिर्फ पानी पीकर भूखे पेट ही सोना पड़ता है। ©SHASHI BHASKER

#teatime  मध्यम वर्गीय परिवार के लड़के जो सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे होते है, उन्हें मुख्यतः आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है:-

•कभी क्लास(ऑनलाइन/ऑफलाइन) खरीदने के पैसे कम पड़ जाते है।
•कभी लाइब्रेरी का पैसा जुगाड़ ना होने की वजह से लाइब्रेरी छूट जाता है।
•कभी रूम का किराया कम पड़ जाता है।
•कभी महीने खत्म होने से पहले ही पैसा खत्म हो जाता है।
•कभी-कभी तो हालत ऐसी हो जाती है कि रात में अचानक से गैस खत्म होने के कारण सिर्फ पानी पीकर भूखे पेट ही सोना पड़ता है।

©SHASHI BHASKER

#teatime

16 Love

मैंने ज़िंदगी में कभी परफेक्ट बनने की कोशिश की नहीं की। मैं अनायास असभ्य गालीगलौच करने वाला व्यक्ति हूं। कभी कभी ईश्वर के प्रति असीम आस्था जाग जाती है तो कभी कभी घोर नास्तिक प्रवृत्ति का बन जाता हूँ। कोई नियम या सिद्धांत का अनुसरण नहीं किया शायद इसीलिए मैं सदैव विचलित रहता हूँ। ©SHASHI BHASKER

#stilllife  मैंने ज़िंदगी में कभी परफेक्ट बनने की कोशिश की नहीं की। मैं अनायास असभ्य गालीगलौच करने वाला व्यक्ति हूं। कभी कभी ईश्वर के प्रति असीम आस्था जाग जाती है तो कभी कभी घोर नास्तिक प्रवृत्ति का बन जाता हूँ। कोई नियम या सिद्धांत का अनुसरण नहीं किया शायद इसीलिए मैं सदैव विचलित रहता हूँ।

©SHASHI BHASKER

#stilllife

10 Love

साल दो साल पहले जब कोई पूछता था क्या करते हो तब तपाक से कहता था- "पढ़ाई कर रहा हूं" आज़ जब कोई पूछता है क्या करते हो, तब कहता हूं- " तैयारी कर रहा हूं"। जबकि असल में तैयारी शब्द बेहद खोखला और बेजान सा है इसे बोलते हुए हम बेरोजगार लड़कों का आत्मविश्वास ऋणात्मक होता है...!!!! ©SHASHI BHASKER

#BehtiHawaa  साल दो साल पहले जब कोई पूछता था क्या करते हो तब तपाक से कहता था- "पढ़ाई कर रहा हूं" आज़ जब कोई पूछता है क्या करते हो, तब कहता हूं- " तैयारी कर रहा हूं"। जबकि असल में तैयारी शब्द बेहद खोखला और बेजान सा है इसे बोलते हुए हम बेरोजगार लड़कों का आत्मविश्वास ऋणात्मक होता है...!!!!

©SHASHI BHASKER

#BehtiHawaa

13 Love

#Journey  सबकुछ हार चुका हूँ। केवल हारा नहीं हूँ तो वह है केवल स्वयं को...अभी एक ललकार बाकी है। अभी जीने की आस और सफ़ल होने की प्रयास बाकी है। लोगों ने मुँह मोड़ लिया। प्रेमिका ने साथ छोड़ दिया। दोस्ती से विछोह हो गया। अब तन्हा मुसाफ़िर हूँ। सबको क्षमा करके, मौन हो गया हूँ।

©SHASHI BHASKER

#Journey

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मैं स्वार्थी हूं,परंतु मतलबी नहीं,किसी से रिश्ता बनने या टूटने पर शोक एवम् उत्साह नहीं करता,मैं अपने लक्ष्य को पाने के लिए कुछ भी त्याग सकता हूं, फ़िर वो चाहे किसी औरत का प्रेम हो या किसी मर्द की दोस्ती,मैं अकेले रहता हूं और अपनी रणनीतियां बहुत साफ़ रखता हूं. ©SHASHI BHASKER

#DiyaSalaai  मैं स्वार्थी हूं,परंतु मतलबी नहीं,किसी से रिश्ता बनने या टूटने पर शोक एवम् उत्साह नहीं करता,मैं अपने लक्ष्य को पाने के लिए कुछ भी त्याग सकता हूं, फ़िर वो चाहे किसी औरत का प्रेम हो या किसी मर्द की दोस्ती,मैं अकेले रहता हूं और अपनी रणनीतियां बहुत साफ़ रखता हूं.

©SHASHI BHASKER

#DiyaSalaai

18 Love

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