शैलेन्द्र यादव

शैलेन्द्र यादव

creator

  • Latest
  • Popular
  • Video

White दूसरों के जीवन में होने वाली छोटी बड़ी गतिविधियों की संपूर्ण जानकारी जुटाना, पुनः अपनी आत्म संतुष्टि के लिए उन बातों को भुनाना, परिणाम की चिंता न करके, दो बातें अपनी मिलाना... यदि आप भी इस व्याधि से ग्रस्त हो मित्र, तो संभालो स्वयं को, वैद्य को मिल आओ, आपकी निर्लज्जता किसी को दुःख दे सकती है। ©शैलेन्द्र यादव

#विचार #sad_quotes  White दूसरों के जीवन में होने वाली 
छोटी बड़ी गतिविधियों की संपूर्ण 
जानकारी जुटाना, पुनः अपनी आत्म संतुष्टि के 
लिए उन बातों को भुनाना, 
परिणाम की चिंता न करके, 
दो बातें अपनी मिलाना...

यदि आप भी इस व्याधि से ग्रस्त हो मित्र, 
तो संभालो स्वयं को, वैद्य को मिल आओ, 
आपकी निर्लज्जता किसी को दुःख दे सकती है।

©शैलेन्द्र यादव

#sad_quotes 'अच्छे विचार'

9 Love

green-leaves ये कलयुग है यहां लोग दूसरे की तकलीफ को कर्मों की सजा मानते हैं, और खुद की तकलीफ को परीक्षा मानते हैं... ©शैलेन्द्र यादव

#GreenLeaves #लव  green-leaves ये कलयुग है

यहां लोग दूसरे की तकलीफ को 
कर्मों की सजा मानते हैं,
और खुद की तकलीफ को 
परीक्षा मानते हैं...

©शैलेन्द्र यादव

#GreenLeaves लव स्टोरी

12 Love

सबसे बड़ी संपत्ति आपका दिमाग है, इसलिए इसे हमेशा सकारात्मक रखें.. ©शैलेन्द्र यादव

#कोट्स  सबसे बड़ी संपत्ति आपका दिमाग है,
 इसलिए इसे हमेशा सकारात्मक रखें..

©शैलेन्द्र यादव

लाइफ कोट्स

11 Love

New Year Resolutions *"जीवन शतरंज के खेल की तरह है और यह खेल आप ईश्वर के साथ खेल रहे हैं; आपकी हर चाल के बाद, अगली चाल वो चलता हैं आपकी चाल आपकी पसंद कहलाती है, और उसकी चाल परिणाम कहलाती हैं...!!"* ©शैलेन्द्र यादव

#newyearresolutions #कोट्स  New Year Resolutions *"जीवन शतरंज के खेल की तरह है 
और यह खेल आप ईश्वर के 
साथ खेल रहे हैं; आपकी हर 
चाल के बाद, अगली चाल वो चलता हैं
आपकी चाल आपकी पसंद कहलाती है, 
और उसकी चाल परिणाम कहलाती हैं...!!"*

©शैलेन्द्र यादव

#newyearresolutions सक्सेस कोट्स

14 Love

*ऐक्यं बलं समाजस्य तदभावे स दुर्बल:।* *तस्मात ऐक्यं प्रशंसन्ति दॄढं राष्ट्र हितैषिण:।।* एकता ही समाज की ताकत है और एकता के बिना समाज कमजोर हो जाता है। इसलिए जो लोग राष्ट्र के हितों की परवाह करते हैं वे हमेशा एकता को प्रोत्साहित करते हैं... ©शैलेन्द्र यादव

#विचार  *ऐक्यं बलं समाजस्य तदभावे स दुर्बल:।*
*तस्मात ऐक्यं प्रशंसन्ति दॄढं राष्ट्र हितैषिण:।।*

एकता ही समाज की ताकत है और एकता के बिना समाज कमजोर हो जाता है। इसलिए जो लोग राष्ट्र के हितों की परवाह करते हैं वे हमेशा एकता को प्रोत्साहित करते हैं...

©शैलेन्द्र यादव

अच्छे विचारों

13 Love

इंसान बिना स्वार्थ के तो, ईश्वर से भी रिश्ता नहीं रखता वो इक्कीस रुपये के प्रसाद में पूरी दुनियां की लालसा रखता है और वो भी चढ़ाएगा काम पूरा होने का बाद.! ©शैलेन्द्र यादव

#लव  इंसान बिना स्वार्थ के तो,
ईश्वर से भी रिश्ता नहीं रखता 
वो इक्कीस रुपये के प्रसाद में 
पूरी दुनियां की लालसा रखता है 
और वो भी चढ़ाएगा काम पूरा होने का बाद.!

©शैलेन्द्र यादव

लव शायरी हिंदी में

14 Love

Trending Topic