Niलेsh borसे

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White जब खोया था तुम्हे तब दर्द बहुत हुआ था नजाने ku मे इन रातो को उठ उठ कर रोया था मेरे सपनो ko किसी और का होते देखा था मेरे दिलं के करीब था ओ उसे बदलते देखा था देखता था मे आयना जब भी तब तेरा चेहरा नजर आता था तू बेवफा सनम हे ये ओ आयना मुझेसे कहता था पर क्या करे झुटा he प्यार, मोहब्बत, इश्क और ये अक्षर ही अधुरा he प्यार, मोहब्बत, इश्क अब हम नही मिल सकते,अब to कोई बात नही बस तुम खुश रहना इस के अलावा मेरी और कोई khoish नही ©Niलेsh borसे

#sad_dp  White जब खोया था तुम्हे तब दर्द बहुत हुआ था 
नजाने ku मे इन रातो को उठ उठ कर रोया था

मेरे सपनो ko किसी और का होते देखा था 
मेरे दिलं के करीब था ओ उसे बदलते देखा था 

देखता था मे आयना जब भी  तब तेरा चेहरा 
नजर आता था 
तू बेवफा सनम हे ये ओ आयना मुझेसे कहता था 

पर क्या करे झुटा he प्यार, मोहब्बत, इश्क
  और ये अक्षर ही अधुरा he प्यार, मोहब्बत, इश्क 

अब हम नही मिल सकते,अब to कोई बात नही 
बस तुम खुश रहना इस के अलावा मेरी और कोई khoish नही

©Niलेsh borसे

#sad_dp

11 Love

White अगर कुछ खोयाँ हें मैने तो ओ तुम ho अगर कुछ पाया हें मैने तो ओ भी तुम ho तुम्हारी यादे , तुम्हरी हसी, तुम्हारी आँखे इन पलो se गुजरा हू में अब तुम बताओ क्या इतने सालो बाद भी क्या तुम्हे भुला हू me? चलो छोडो माना कि कुछ मजबुरी थी हमसे ना kishmaat की बंती थी, मैने इन सारे शिकवो को दूर रखा तुमसे कुछ बात हो दिलं मै बस एक यही सवाल रखा पर ना तुम्हे हुमारी कोई आस, थी ना मेरे लिये 'तेरी जिदगी me कोई जगह थी बस अब यही सफर जारी he मेरे किताबो मे 'तेरी और मेरी कहाणी he ©Niलेsh borसे

#sad_dp  White अगर कुछ खोयाँ हें मैने तो ओ तुम ho 
अगर कुछ पाया हें मैने तो ओ भी तुम ho

तुम्हारी यादे , तुम्हरी हसी, तुम्हारी आँखे
इन पलो se गुजरा हू में 

अब तुम बताओ क्या इतने सालो बाद भी क्या तुम्हे भुला हू me?

चलो छोडो माना कि कुछ मजबुरी थी 
हमसे ना kishmaat की बंती थी,

मैने इन सारे शिकवो को दूर रखा 
तुमसे कुछ बात हो दिलं मै बस एक यही सवाल रखा 

पर ना तुम्हे हुमारी कोई आस, थी 
ना मेरे लिये 'तेरी जिदगी me कोई जगह थी 
बस अब यही सफर जारी he 
मेरे 
किताबो मे 'तेरी और मेरी कहाणी he

©Niलेsh borसे

#sad_dp

13 Love

#hindi_poem_appreciation #कविता  White दुर झालो मी असा कसा
दुर आलो मी असा कसा 

शहराची वाट पैशा ची तहान
कशी भागविन मी आता ..

दुर झालो मी असा कसा 
दुर आलो मी असा कसा. ..

नात्यात नात शहरात नाही गोत
अनोळखी वाट चाललो. ..

दुर झालो मी असा कसा 
दुर आलो मी असा कसा. ..

चार भितीत मी दडलो 
चार भितीत मी रडलो..

दुर झालो मी असा कसा
दुर आलो मी असा कसा..

निलेश बोरसे 
(माझ्या आठवणीतील कविता)

©Niलेsh borसे

जिंदगी तुझे धुडता रहा मै जिंदगी भर और तु खेलती रही मुझसे जिंदगी,जिंदगी भर और यही सफर जारी रहा मेरा जिंदगी भर ©Niलेsh borसे

#trafficcongestion #शायरी  जिंदगी तुझे धुडता रहा मै जिंदगी भर
और तु खेलती रही मुझसे जिंदगी,जिंदगी भर 
और यही सफर जारी रहा मेरा जिंदगी भर

©Niलेsh borसे

..............आई ................ कुष देहीं माझी आई रानावनात ती कामाला जायायची ... काळजी तिला मुलाबाळाची होती भिती नव्हती तीला स्व जिवांची ... नऊ महीने नऊ दिवस आम्हाला फुला वानी जपले तेव्हा जाऊनी आई आम्हास हे जग दिसले .... देहाची माती करुनी तु राब राब राबुन गेलीस ... का आई आमच्या साठी तु एवठी खपुन गेलीस...? 🖊️निलेश बोरसे (माझ्या आठवनितील कविता) ©Niलेsh borसे

#कविता #PhisaltaSamay  ..............आई ................
कुष देहीं माझी आई रानावनात 
ती कामाला जायायची ...

काळजी तिला मुलाबाळाची होती
भिती नव्हती तीला स्व जिवांची ...

नऊ महीने नऊ दिवस आम्हाला 
फुला वानी जपले तेव्हा जाऊनी 
आई आम्हास हे जग दिसले ....

देहाची माती करुनी तु राब 
राब राबुन गेलीस ...
का आई आमच्या साठी तु 
एवठी खपुन गेलीस...?

🖊️निलेश बोरसे
(माझ्या आठवनितील कविता)

©Niलेsh borसे
#विचार #ramlalla  ram lalla भारत भूमि पर आज नया पर्व आया हैं!!
बसो से जिसका इंतजार था आज ओ दिन आया है !!


सजा दो आयोध्या नगरी को मेरे 
राम ललाका आज त्योहार आया है !!

©Niलेsh borसे

#ramlalla

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