ऐ दिले नादान अब तो तू धड़कना छोड़ दे,
उसने रो कर कह दिया है मेरा रस्ता छोड़ दे।।
اے دلِ نادان اب تو تو دھڑکنا چھوڑ دے
اسنے روکر کہ دیا ہے میرا رستہ چھوڑ دے
मैंने उस लड़की से बस इतना ही चाहा था कि वो,
साथ मेरे जब रहे तो हाथ ग़म का छोड़ दे।।
6 Love
हम तो फिर भी जी लेंगे इन हालातों में,शायर है,
तुम सोचो,कैसे दिन गुजरेंगे इस क्वारंटाइन में।।
- कातिब
पूरी ग़ज़ल कैप्शन में
@MONIKA SINGH@soulful speech Ritika suryavanshi pooja negi# @Sumit Gupta
तुमसे फ़ोन पर बातें कर लेंगे इस क्वारंटाइन में,
पर तुमसे मिलने नइ आएंगे इस क्वारंटाइन में।।
हम तो फिर भी जी लेंगे इन हालातों में,शायर है,
तुम सोचो,कैसे दिन गुजरेंगे इस क्वारंटाइन में।।
10 Love
ये मुमकिन है,तेरी जुल्फे गर जो खुली रहती हैं,
इस शहर ए दिल में इश्क़ का तूफां उठ जाना है इक दिन।
-कातिब
ये मुमकिन है,तेरी जुल्फे गर जो खुली रहती हैं,
इस शहर ए दिल में इश्क़ का तूफां उठ जाना है इक दिन।
- कातिब soulful speech Sumit Gupta Ritika suryavanshi Suman Zaniyan tr.soumya chaudhary (madhubala)
10 Love
दिल जंगल में आग लगी है,इक चेहरा जलता जा रहा,
गम के बादल हैं छाए बस अब्र बरसना बाकी है।।
-क़ातिब
पूरी ग़ज़ल कैप्शन में पढ़े,ज़िया मज़कूर की ज़मीन पर कही ये मेरी ग़ज़ल
उसकी आँखों में अब तक जो कुछ भी मेरा बाकी है,
रफ्ता रफ्ता ही लेकिन उन सबका मरना बाकी है।।
प्यार मुहब्बत कसमे वादे करके सारे देख लिए,
अब लगता है इस दरिया के पार भी दुनिया बाकी है।।
सब ताबीजे पहनके देखी सब तदबीरें कर डाली,
शायद उस लड़की का दुआ में हाथ उठाना बाकी है।।
17 Love
मैं मुहब्बत फिर से कर तो लूँ मगर,
ये तमाशा हमसे अब होगा नहीं।।
-क़ातिब
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