Somesh DEwangan

Somesh DEwangan

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लिख रहे गीत तुम्हारे लिए कास ये गीत तुम पढ़ पाते मिले थे तुम हमको जब से गुन गुना के गीत थे लिखते थोड़ी खुशियां थोड़े थे गम गम छुपा के हम थे लिखते पर की पीड़ा हमने लिखी पर खुद की पीड़ा न लिखते लिख रहे गीत तुम्हारे लिए ये गीत कास पूरा कर पाते उलझा हुआ है दिल तो मेरा सुलझा के उसको थे लिखते सोया नही कई रातों को मैं उठ हाले दिल भी थे लिखते टपके थे आँसू इन आँखों से जब तेरा नाम हम थे लिखते नाम अपना तुम्हे दे दे कैसे जुबा से तेरा नाम ले ना पाते मखमली कोमल ये हरियाली बंजर सी धरती भी थे लिखते परियों की प्रेम कथा सुनके कैसे टूटे दिल को हम लिखते सुनता कभी प्रेम गीतों को मैं अधूरी कहानी कैसे लिखते पढ़ न पाये हम कभी तुमको बिन पढ़े तुझे कैसे लिख पाते सीखा तुमसे ही मैं तो लिखना तुम्हे देख के हम तो थे लिखते भाव भर के तब उभर आते थे नाम लेकर तुम्हारा हम लिखते बीते कल पल पल को लिख आने वाले कल को थे लिखते बीते हुवे पलो को याद करके भूलकर तेरा नाम लिख पाते लिख रहे गीत तुम्हारे लिए कास ये गीत तुम पढ़ पाते ©Somesh DEwangan

#Oneside❤Love❤😢😢😢 #AWritersStloveory #brockenheart💔 #कविता #miss_silent  लिख रहे गीत तुम्हारे लिए
कास ये गीत तुम  पढ़ पाते

मिले थे तुम हमको जब से
गुन गुना के गीत थे लिखते 
थोड़ी खुशियां थोड़े  थे गम
गम छुपा के हम थे लिखते
पर की पीड़ा  हमने  लिखी
पर खुद की पीड़ा न लिखते
लिख रहे गीत  तुम्हारे  लिए
ये गीत कास  पूरा कर पाते

उलझा हुआ है दिल तो मेरा
सुलझा के उसको थे लिखते
सोया नही कई रातों को  मैं
उठ हाले दिल भी थे लिखते
टपके थे आँसू इन आँखों से
जब तेरा नाम हम थे लिखते
नाम अपना तुम्हे दे  दे  कैसे
जुबा से तेरा नाम ले ना पाते

मखमली कोमल ये हरियाली
बंजर सी धरती भी थे लिखते
परियों की प्रेम  कथा   सुनके
कैसे टूटे दिल को हम लिखते
सुनता कभी प्रेम गीतों को मैं
अधूरी कहानी  कैसे   लिखते
पढ़ न पाये हम कभी  तुमको
बिन पढ़े तुझे कैसे लिख पाते

सीखा तुमसे ही मैं तो लिखना
तुम्हे देख के हम तो थे लिखते
भाव भर के तब उभर आते थे
नाम लेकर तुम्हारा हम लिखते
बीते कल पल  पल  को  लिख
आने वाले कल को थे  लिखते
बीते हुवे पलो  को याद  करके
भूलकर   तेरा  नाम लिख पाते

लिख रहे  गीत  तुम्हारे   लिए
कास  ये गीत  तुम  पढ़   पाते

©Somesh DEwangan

स्कूल के दिन अब याद आते है वो अपने स्कूल के दिन...... सुबह होने से पहले ये नींद आती न थी उठ जाते हम कही तो क्यूँ ये नींद जाती न थी मसलते हुए आंखों को झाँकते थे हम टिफिन..... खुश तो रहते थे हम डरे डरे दिखते थे हम याद सबकुछ तो होता गणित से डरते थे हम बैंच होता न तब वहा पढ़ते हम बैठ जमीन..... दोस्त तब बनता भाई बहनों से होती लड़ाई हल्ला कौन है करता कह होती थी पिटाई था समय वो सरल पर लगता था कठिन.... अब याद आते है वो अपने स्कूल के दिन.......... ©Somesh DEwangan

#schooldaysmemories #missyouschooldays #SchoolKaPehlaDin #कविता #schooldiaries #Frindsforever  स्कूल के दिन

अब याद आते है वो
अपने स्कूल के दिन......

सुबह  होने   से   पहले
ये नींद  आती   न   थी
उठ जाते हम  कही तो
क्यूँ ये नींद जाती न थी
मसलते हुए आंखों  को
झाँकते थे  हम  टिफिन.....
 
खुश तो  रहते  थे हम
डरे डरे दिखते  थे हम
याद सबकुछ तो होता
गणित से डरते थे  हम
बैंच होता न  तब  वहा
पढ़ते हम  बैठ  जमीन.....

दोस्त तब बनता  भाई
बहनों से होती  लड़ाई
हल्ला कौन  है  करता
कह होती थी    पिटाई
था  समय  वो    सरल
पर लगता था   कठिन....

अब याद आते है वो
अपने स्कूल के दिन..........

©Somesh DEwangan

तोड़ा रिश्ता बिन पूछे हमशे सनम तोड़ा रिश्ता बिन पूछे हमशे तूने सनम तोड़ते रिश्ते को तुम क्यूँ टूटे नही एक बार....? हम तो तुम्हारी हथेली में लिख के किये थे तुमसे अपने प्यार का इजहार मुट्ठी बांध के हँसते हुए तुमनें प्रिये फिर नजरें झुका किये प्यार का इकरार हम तो थे बरसो से सुखी प्यासी मिट्टी सावन के पानी बन किये तुमने बौछार बूंद बूंद प्यार के जल के लिये फिर प्रिये हम तो तड़प तड़प के यहाँ जल रहे मेरे यार तोड़ा रिश्ता बिन पूछे तुमने हमसे सनम लिखते चिठ्ठी हाँथ कांपे क्यूँ नही एक बार...? नाम अपना प्रिये तुम अमर कर के गये लेके नाम तुम्हारा हम तो रोज छेड़े गये नाम अपना है तो ये फिर बदनाम कैसा...? अपने नाम से ज्यादा तेरे नाम से पूछे गये.. हम तो कहते फिरते है आज भी जग को प्रिये. हम अपने नाम को तुम्हारे नाम कर के गये... कहते फिरते हो दे दो नाम फिर अपना हमे ये कहते हुए जुबा लड़खड़ाये क्यूँ नही एक बार......? तुम फुदकते फिरते थे यू तो मेरे चारो ओर की है मुझको तुमसे बेतहासा मोहब्बत ये प्यार कसम खा मैं ये तो सच कहती हूं तुमसे मेरी गर्दन में चाहें लगा दे कोई तलवार... ये तलवार मुझपर क्यूँ तुमने चलाये प्रिये खून तो निकले नही, बहते है आंसूओ की धार आंसुओ की धाराओ में दिल मेरा बहने लगा टूटे दिल ने फिर रो कहा होती है अपनो से हार मुझको हरा के तुम ,न कभी खुश रह पाओगे.. मानये खुशियां गम मेरे हार का क्यूँ नही हुआ एक बार..? ✍️sp✍️ ©Somesh DEwangan

#कविता #KaagazKiKashti #broke💔💔 #brockenheart #alone_boy  तोड़ा रिश्ता बिन पूछे हमशे सनम

 तोड़ा रिश्ता बिन पूछे हमशे तूने सनम
 तोड़ते रिश्ते को तुम क्यूँ टूटे नही एक बार....?
 
हम तो तुम्हारी हथेली में लिख के
किये थे तुमसे अपने प्यार का इजहार
मुट्ठी बांध के हँसते हुए तुमनें प्रिये
फिर नजरें झुका किये प्यार का इकरार
हम तो थे बरसो से सुखी प्यासी मिट्टी
सावन के पानी बन किये तुमने बौछार
बूंद बूंद प्यार के जल के लिये फिर प्रिये
हम तो तड़प तड़प के यहाँ जल रहे मेरे यार

तोड़ा रिश्ता बिन पूछे तुमने हमसे सनम
लिखते चिठ्ठी हाँथ कांपे क्यूँ नही एक बार...?

नाम अपना प्रिये तुम अमर कर के गये
लेके नाम तुम्हारा हम तो रोज छेड़े गये
नाम अपना है तो ये फिर बदनाम कैसा...?
अपने नाम से ज्यादा तेरे नाम से पूछे गये..
हम तो कहते फिरते है आज भी जग को प्रिये.
हम अपने नाम को  तुम्हारे नाम कर के गये...

कहते फिरते हो दे दो नाम फिर अपना हमे
ये कहते हुए जुबा लड़खड़ाये क्यूँ नही एक बार......?

 तुम फुदकते फिरते थे यू तो मेरे चारो ओर
 की है मुझको तुमसे बेतहासा मोहब्बत ये प्यार
 कसम खा मैं ये तो सच कहती हूं तुमसे
 मेरी गर्दन में चाहें लगा दे कोई तलवार...
 ये तलवार मुझपर क्यूँ तुमने चलाये प्रिये
 खून तो निकले नही, बहते है आंसूओ की धार
 आंसुओ की धाराओ में दिल मेरा बहने लगा 
 टूटे दिल ने फिर रो कहा होती है अपनो से हार

मुझको हरा के तुम ,न कभी खुश रह पाओगे..
मानये खुशियां गम मेरे हार का क्यूँ नही हुआ एक बार..?

  ✍️sp✍️

©Somesh DEwangan
#कविता #Broken💔Heart #love17♥️ #alone_boy #love4life #miss_mute  बेरंग हो गयी दुनिया अपनी,
छूट गया जब  उसका प्यार।

रिश्ते में रखी पगली ने शर्ते,
रिस्तो को बना दिया व्यपार।

ना माने शर्ते तो  हम पागल,
होने लगे धीरे धीरे  तकरार।

जिद्द को माना  प्यार समझ,
फिर भी नही हुई वह तैयार।

हो गया  जो  होना  था  फिर,
बात से नही कर रहे  इंकार।

थी वो  अपनी  प्यारी  पगली,
जिसपर  करते  रहे  एतबार।

वफ़ा में तुमने  हमे  दिए  दगा,
तुझे भी दगा मिलेगा एकबार।

✍️सोमेश देवांगन (sp)✍️

©Somesh DEwangan

बेरंग हो गयी दुनिया अपनी, छूट गया जब उसका प्यार। रिश्ते में रखी पगली ने शर्ते, रिस्तो को बना दिया व्यपार। ना माने शर्ते तो हम पागल, होने लगे धीरे धीरे तकरार। जिद्द को माना प्यार समझ, फिर भी नही हुई वह तैयार। हो गया जो होना था फिर, बात से नही कर रहे इंकार। थी वो अपनी प्यारी पगली, जिसपर करते रहे एतबार। वफ़ा में तुमने हमे दिए दगा, तुझे भी दगा मिलेगा एकबार। ✍️ सोमेश देवांगन ©Somesh DEwangan

#love4life #Broken #लव #miss_u #Moon  बेरंग हो गयी दुनिया अपनी,
छूट गया जब  उसका प्यार।

रिश्ते में रखी पगली ने शर्ते,
रिस्तो को बना दिया व्यपार।

ना माने शर्ते तो  हम पागल,
होने लगे धीरे धीरे  तकरार।

जिद्द को माना  प्यार समझ,
फिर भी नही हुई वह तैयार।

हो गया  जो  होना  था  फिर,
बात से नही कर रहे  इंकार।

थी वो  अपनी  प्यारी  पगली,
जिसपर  करते  रहे  एतबार।

वफ़ा में तुमने  हमे  दिए  दगा,
तुझे भी दगा मिलेगा एकबार।

✍️ सोमेश देवांगन

©Somesh DEwangan

लिखने को करता है मेरा भी मन। पर देखो क्या हो रहा हमारे वतन।। चोरी डकैती हो रही है मारा मारी.. कही पे गोली तो कही पे बम बारी.. गली गली घूमते ये नशेड़ी जुवारी.. वो भूखे मरते बच्चें गरीब भिखारी.. तन को लूटने है बैठे मन के पुजारी.. जेब को भरते घूसखोरी अधिकारी.. मानव मानव के लिए बने शिकारी.. वो ही करते खुद गजब चित्रकारी.. ये देखकर कांप जाता है मेरा मन। कलम की स्याही सुखे देख वतन।। ✍️सोमेश देवांगन✍️ ❤️sp❤️ पंडरिया कबीरधाम ©Somesh DEwangan

#समाज #Thinking  लिखने को  करता है मेरा भी मन।
पर देखो  क्या हो रहा हमारे वतन।।

चोरी  डकैती हो रही है  मारा मारी..
कही पे गोली  तो कही पे बम बारी..
गली गली  घूमते ये  नशेड़ी जुवारी..
वो भूखे मरते  बच्चें गरीब भिखारी..
तन को लूटने है बैठे मन के पुजारी..
जेब को भरते  घूसखोरी अधिकारी..
मानव मानव के लिए  बने शिकारी..
वो ही करते खुद  गजब  चित्रकारी..

ये देखकर  कांप  जाता है मेरा मन।
कलम की  स्याही सुखे  देख वतन।।

        ✍️सोमेश देवांगन✍️
               ❤️sp❤️
           पंडरिया कबीरधाम

©Somesh DEwangan

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