Mr K...(मेरे एहसास मेरी कलम से)

Mr K...(मेरे एहसास मेरी कलम से)

मैं क्या लिखूं खुद के बारे में जिसने अपना बजूद खो दिया हो इश्क के गलियारों में जबतक सांस थी एक एक दे दी उसको जब जिस्म से रूह निकल गई तो उस बेवफा ने फेक दिया मुझको वापस न आने वाले दुखों के अंधियारों में।

  • Latest
  • Popular
  • Repost
  • Video
#शायरी  meri kalam se

©Mr K...(मेरे एहसास मेरी कलम से)

meri kalam se ©Mr K...(मेरे एहसास मेरी कलम से)

186 View

#शायरी  नफरतों के दौर में प्यार का दीप जला था दीप तो न जला लेकिन खुद की खुशियों की चिता को जला बैठा जब उसकी अदालत में मेरी सुनवाई हुई तो सबूत तो कुछ न मिला मेरे खिलाफ फिर भी ता उम्र का दुख दर्द सजा ए मुलजिम ले बैठा...

©Mr K...(मेरे एहसास मेरी कलम से)

नफरतों के दौर में प्यार का दीप जला था दीप तो न जला लेकिन खुद की खुशियों की चिता को जला बैठा जब उसकी अदालत में मेरी सुनवाई हुई तो सबूत तो कुछ न मिला मेरे खिलाफ फिर भी ता उम्र का दुख दर्द सजा ए मुलजिम ले बैठा... ©Mr K...(मेरे एहसास मेरी कलम से)

235 View

#शायरी  ...उंगली पकड़ कर साथ चलना सीख रहा हूं तुझमें हर पल अपनी बचपन की तस्वीर देख रहा हूं गले लगाकर बहुत सुकून मिलता है तुम्हे खुद में अब तुम्हे महसूस कर रहा हूं...

©Mr K...(मेरे एहसास मेरी कलम से)

...उंगली पकड़ कर साथ चलना सीख रहा हूं तुझमें हर पल अपनी बचपन की तस्वीर देख रहा हूं गले लगाकर बहुत सुकून मिलता है तुम्हे खुद में अब तुम्हे महसूस कर रहा हूं... ©Mr K...(मेरे एहसास मेरी कलम से)

182 View

#शायरी  ...सुनो तुम दूर सही लेकिन पास आने की आस तो रहने दो तुमको पा नही सकता पर  कमसे कम पाने की चाह तो रहने दो माना की सितम करते हो हद से ज्यादा मुझपर गम नही तुम्हारा इंतजार करु आखिरी लम्हों तक इस बात का एहसास तो कमसे कम रहने दो...

©Mr K...(मेरे एहसास मेरी कलम से)

...सुनो तुम दूर सही लेकिन पास आने की आस तो रहने दो तुमको पा नही सकता पर कमसे कम पाने की चाह तो रहने दो माना की सितम करते हो हद से ज्यादा मुझपर गम नही तुम्हारा इंतजार करु आखिरी लम्हों तक इस बात का एहसास तो कमसे कम रहने दो... ©Mr K...(मेरे एहसास मेरी कलम से)

233 View

#शायरी  सारे रंग बेरंग हो जाते हैं जब समय अपना रंग दिखाता है बड़े बड़े निस्तो नाबूत हो जाते हैं जब समय अपनी अकड़ दिखाता है समय के साथ चलना ही बेहतर है नही तो उसके पीछे चलने वाला भी पछताता है और आगे चलने वाला भी

©Mr K...(मेरे एहसास मेरी कलम से)

सारे रंग बेरंग हो जाते हैं जब समय अपना रंग दिखाता है बड़े बड़े निस्तो नाबूत हो जाते हैं जब समय अपनी अकड़ दिखाता है समय के साथ चलना ही बेहतर है नही तो उसके पीछे चलने वाला भी पछताता है और आगे चलने वाला भी ©Mr K...(मेरे एहसास मेरी कलम से)

234 View

#शायरी  जख्मों को पन्नो में उतार रहा हूं बर्बाद किस्मत को फिर से संवार रहा हूं भटका हुआ मुसाफिर था पहले अब अपनी मंजिल तक जाने का रास्ता तलाश रहा हूं इंसानों को परखने का ख्याल था जहन में तो विस्वास करके गलती कर बैठा अब हर पल अपनी गलती को ठोकर खाकर संभाल रहा हूं

©Mr K...(मेरे एहसास मेरी कलम से)

जख्मों को पन्नो में उतार रहा हूं बर्बाद किस्मत को फिर से संवार रहा हूं भटका हुआ मुसाफिर था पहले अब अपनी मंजिल तक जाने का रास्ता तलाश रहा हूं इंसानों को परखने का ख्याल था जहन में तो विस्वास करके गलती कर बैठा अब हर पल अपनी गलती को ठोकर खाकर संभाल रहा हूं ©Mr K...(मेरे एहसास मेरी कलम से)

333 View

Trending Topic