Cwam Xharma

Cwam Xharma

  • Latest
  • Popular
  • Repost
  • Video

अक्सर लोग मुझसे पूछ देते हैं इश्क़ क्या हैं, मैं शांत हो जाता हूं और मुस्कराते हुए मेरा तुम ही एक इशारा हो... क्योंकि तुमने मुझे वहां भी संभाला हैं जहां मैंने ख़ुद ही ख़ुद को बिगड़ा हैं, गर फूलों का उपवन भी कहीं सूख जाए और बहते झरनों की रवानी भी थम जाए फिर भी गुनगुनाते ही मिलेंगे वो सारे झरने और महकती मिलेंगी वो सारी वादियां जिन्हें तुमने अपने हाथों से फुहारा हो.. जब भी कोई पूछे मुझसे इश्क़ क्या हैं, मेरा तुम ही एक इशारा हो... . . . ✍️ ख़ुदरंग...✍️ ©Cwam Xharma

#कविता  अक्सर लोग मुझसे पूछ देते हैं
इश्क़ क्या हैं,
मैं शांत हो जाता हूं
और मुस्कराते हुए 
मेरा तुम ही एक इशारा हो...
क्योंकि तुमने 
मुझे वहां भी संभाला हैं
जहां मैंने ख़ुद ही 
ख़ुद को बिगड़ा हैं,
गर फूलों का उपवन भी 
कहीं सूख जाए
और बहते झरनों की रवानी भी 
थम जाए
फिर भी गुनगुनाते ही मिलेंगे 
वो सारे झरने
और महकती मिलेंगी वो सारी 
वादियां
जिन्हें तुमने अपने हाथों से
फुहारा हो..
जब भी कोई पूछे मुझसे 
इश्क़ क्या हैं,
मेरा तुम ही एक इशारा हो...
.
.
.
             ✍️ ख़ुदरंग...✍️

©Cwam Xharma

अक्सर लोग मुझसे पूछ देते हैं इश्क़ क्या हैं, मैं शांत हो जाता हूं और मुस्कराते हुए मेरा तुम ही एक इशारा हो... क्योंकि तुमने मुझे वहां भी संभाला हैं जहां मैंने ख़ुद ही ख़ुद को बिगड़ा हैं, गर फूलों का उपवन भी कहीं सूख जाए और बहते झरनों की रवानी भी थम जाए फिर भी गुनगुनाते ही मिलेंगे वो सारे झरने और महकती मिलेंगी वो सारी वादियां जिन्हें तुमने अपने हाथों से फुहारा हो.. जब भी कोई पूछे मुझसे इश्क़ क्या हैं, मेरा तुम ही एक इशारा हो... . . . ✍️ ख़ुदरंग...✍️ ©Cwam Xharma

11 Love

सारे पक्ष विपक्ष हुए, समर बीच मैं खड़ा अकेला मेरे प्रश्न ही पूछे मुझसे, कहां गया उत्तर तेरा?? सारी समझ विफल हो बैठी, होशियारी की मति मारी जब अपने पे नौबत आई, साथ ना दें दुनियादारी तुम्हें अडिग रहना हैं ख़ुद पे, रखना ख़ुद को प्रथम सदा खुशियों के हैं दावे सारे, दर्द की ना कोई हिस्सेदारी यहां वहां कई हिस्सों में बाटें, रिश्तों का जमघट सा मेला मेरे प्रश्न ही पूछे मुझसे, कहां गया उत्तर तेरा .....??? ✍️ ख़ुदरंग...✍️ ©Cwam Xharma

#कविता  सारे पक्ष विपक्ष हुए, 
समर बीच मैं खड़ा अकेला
मेरे प्रश्न ही पूछे मुझसे, 
कहां गया उत्तर तेरा??
सारी समझ विफल हो बैठी, 
होशियारी की मति मारी
जब अपने पे नौबत आई, 
साथ ना दें दुनियादारी
तुम्हें अडिग रहना हैं ख़ुद पे, 
रखना ख़ुद को प्रथम सदा
खुशियों के हैं दावे सारे, 
दर्द की ना कोई हिस्सेदारी
यहां वहां कई हिस्सों में बाटें, 
रिश्तों का जमघट सा मेला
मेरे प्रश्न ही पूछे मुझसे, 
कहां गया उत्तर तेरा .....???
                       ✍️ ख़ुदरंग...✍️

©Cwam Xharma

सारे पक्ष विपक्ष हुए, समर बीच मैं खड़ा अकेला मेरे प्रश्न ही पूछे मुझसे, कहां गया उत्तर तेरा?? सारी समझ विफल हो बैठी, होशियारी की मति मारी जब अपने पे नौबत आई, साथ ना दें दुनियादारी तुम्हें अडिग रहना हैं ख़ुद पे, रखना ख़ुद को प्रथम सदा खुशियों के हैं दावे सारे, दर्द की ना कोई हिस्सेदारी यहां वहां कई हिस्सों में बाटें, रिश्तों का जमघट सा मेला मेरे प्रश्न ही पूछे मुझसे, कहां गया उत्तर तेरा .....??? ✍️ ख़ुदरंग...✍️ ©Cwam Xharma

11 Love

मुझे देवता अपना बनाने ओ वाली, सदा साथ रहना, ताउम्र साथ रहना मेरी उमर को बढ़ाने ओ वाली... मुझे देवता ..... मेरे इस दिल की रोशनी हैं तुमसे मेरे इस घर की ज़ीनत हैं तुमसे सजा के ही रखना, बना के ही रखना मुझे चांद अपना, बनाने ओ वाली.. मुझे देवता ..... प्रथम पग तुम्हारा , डगर हैं हमारी जन्मों जनम की कसम हैं हमारी सदा साथ देना, हर कदम साथ रखना मुझे हमसफ़र अपना, बनाने ओ वाली.. मुझे देवता अपना बनाने ओ वाली ..... ✍️पं. शिवम् शर्मा (ख़ुदरंग..)✍️ रूरा कानपुर देहात ©Cwam Xharma

#कविता  मुझे देवता अपना बनाने ओ वाली,
सदा साथ रहना, 
ताउम्र साथ रहना
मेरी उमर को  बढ़ाने ओ वाली...
मुझे देवता .....
मेरे इस दिल की रोशनी हैं तुमसे
मेरे इस घर की ज़ीनत हैं तुमसे
सजा के ही रखना, 
बना के ही रखना
मुझे चांद अपना, बनाने ओ वाली..
मुझे देवता .....
प्रथम पग तुम्हारा , डगर हैं हमारी
जन्मों जनम की कसम हैं हमारी
सदा साथ देना, 
हर कदम साथ रखना
मुझे हमसफ़र अपना, बनाने ओ वाली..
मुझे देवता अपना बनाने ओ वाली .....
                       ✍️पं. शिवम् शर्मा (ख़ुदरंग..)✍️
                      रूरा कानपुर देहात

©Cwam Xharma

मुझे देवता अपना बनाने ओ वाली, सदा साथ रहना, ताउम्र साथ रहना मेरी उमर को बढ़ाने ओ वाली... मुझे देवता ..... मेरे इस दिल की रोशनी हैं तुमसे मेरे इस घर की ज़ीनत हैं तुमसे सजा के ही रखना, बना के ही रखना मुझे चांद अपना, बनाने ओ वाली.. मुझे देवता ..... प्रथम पग तुम्हारा , डगर हैं हमारी जन्मों जनम की कसम हैं हमारी सदा साथ देना, हर कदम साथ रखना मुझे हमसफ़र अपना, बनाने ओ वाली.. मुझे देवता अपना बनाने ओ वाली ..... ✍️पं. शिवम् शर्मा (ख़ुदरंग..)✍️ रूरा कानपुर देहात ©Cwam Xharma

12 Love

मेरी ज़िन्दगी जीने की हर रस्म तुम हो, गीत ग़ज़ल या हो नज़्म सब तुम हो तुम हो........................ तो हम हैं बाकी दर्द तमाम हैं मरहम सिर्फ़ तुम हो बेशक कांटों के सफ़र से गुजरे ज़िंदगी हर जख्म बेअसर हैं गर हमसफर तुम हो और क्या क्या बताए......तुम्हें ऐ सनम मेरा हर क़दम तुम हो, मेरा हमदम तुम हो मेरा हर वचन तुम हो , मेरा हर करम तुम हो तुम हो ...तुम हो... और सिर्फ़ तुम हो....❤️ ✍️ ख़ुदरंग..✍️ ©Cwam Xharma

#कविता  मेरी ज़िन्दगी जीने की हर रस्म तुम हो,
गीत ग़ज़ल या हो नज़्म सब तुम हो
तुम हो........................ तो हम हैं
बाकी दर्द तमाम हैं मरहम सिर्फ़ तुम हो
बेशक कांटों के सफ़र से गुजरे ज़िंदगी
हर जख्म बेअसर हैं गर हमसफर तुम हो
और क्या क्या बताए......तुम्हें ऐ सनम
मेरा हर क़दम तुम हो, मेरा हमदम तुम हो
मेरा हर वचन तुम हो , मेरा हर करम तुम हो
तुम हो ...तुम हो... और सिर्फ़ तुम हो....❤️

                                    ✍️ ख़ुदरंग..✍️

©Cwam Xharma

मेरी ज़िन्दगी जीने की हर रस्म तुम हो, गीत ग़ज़ल या हो नज़्म सब तुम हो तुम हो........................ तो हम हैं बाकी दर्द तमाम हैं मरहम सिर्फ़ तुम हो बेशक कांटों के सफ़र से गुजरे ज़िंदगी हर जख्म बेअसर हैं गर हमसफर तुम हो और क्या क्या बताए......तुम्हें ऐ सनम मेरा हर क़दम तुम हो, मेरा हमदम तुम हो मेरा हर वचन तुम हो , मेरा हर करम तुम हो तुम हो ...तुम हो... और सिर्फ़ तुम हो....❤️ ✍️ ख़ुदरंग..✍️ ©Cwam Xharma

14 Love

एक बड़ा शजर गिर गया कितनी ही खामोशी में, जाने कितना कुछ समेट ले गया वो अपनी आगोशी में एक घोंसला चिड़िया का , उम्मीदों का घर गिलहरियों का, था झूलता झूला बच्चो की खुशियों का, ले साथ अपने सबकुछ डूब गया अनंत बेहोशी में, एक बड़ा शजर गिर गया कितनी ही खामोशी में.... ✍️ ख़ुदरंग...✍️ ©Cwam Xharma

#कविता  एक बड़ा शजर गिर गया 
कितनी ही खामोशी में,
जाने कितना कुछ समेट ले गया 
वो अपनी आगोशी में
एक घोंसला चिड़िया का ,
उम्मीदों का घर गिलहरियों का,
था झूलता झूला 
बच्चो की खुशियों का,
ले साथ अपने सबकुछ 
डूब गया अनंत बेहोशी में,
एक बड़ा शजर गिर गया 
कितनी ही खामोशी में....
                          ✍️ ख़ुदरंग...✍️

©Cwam Xharma

एक बड़ा शजर गिर गया कितनी ही खामोशी में, जाने कितना कुछ समेट ले गया वो अपनी आगोशी में एक घोंसला चिड़िया का , उम्मीदों का घर गिलहरियों का, था झूलता झूला बच्चो की खुशियों का, ले साथ अपने सबकुछ डूब गया अनंत बेहोशी में, एक बड़ा शजर गिर गया कितनी ही खामोशी में.... ✍️ ख़ुदरंग...✍️ ©Cwam Xharma

13 Love

#शायरी  


तेरे शहर आकर थम से जाते हैं पांव मेरे
यहां की हवाओं में गूंजती हैं खनक तेरे पायलों की,
ये लखनऊ हैं जनाब, ज़रा नक़ाब से काम लीजिए
हर रोज़ बढ़ती जा रहीं हैं संख्या दिलों के घायलों की
                                              ख़ुदरंग..

©Cwam Xharma

तेरे शहर आकर थम से जाते हैं पांव मेरे यहां की हवाओं में गूंजती हैं खनक तेरे पायलों की, ये लखनऊ हैं जनाब, ज़रा नक़ाब से काम लीजिए हर रोज़ बढ़ती जा रहीं हैं संख्या दिलों के घायलों की ख़ुदरंग.. ©Cwam Xharma

153 View

Trending Topic