मैं जानता हूं
नहीं हो तुम तकदीर मेरी
फिर भी ना जाने क्यूं
देखता रहता हु मैं तस्वीर तेरी।
हां मैं पाना चाहता हु
मुहोबत बेशुमार तेरी,
पर नही है चाहत मुझे
जिस्म की तेरी ।
पर फिर भी ना जाने क्यूं
देखता रहता हु मैं तस्वीर तेरी।।
ए मुहोब्बत अब तू बता
क्यू ये दिल की हसरत है मेरी।
©UNCLE彡RAVAN
#FindingOneself