आज फिर नयी जिम्मेदारी थी, वो फिर एक नए काम के लिए नए शहर में भटक गए, चार पैसा कमाने के में, आज फिर बाबा घर देरी से आए । ता उम्र कमाते -कमाते बित गए , मैं इस इंतजार में बैठी हू कब बाबा घर जल्दी आयेंगे क्योंकि..... "बाबा आज फिर घर देर से आए" ©aarti rathod papa ❤ Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto