जाने किन मुख़्तलिफ़ बातों में उलझे रहे, और ज़रूरी बातों को जाने दिया। वक़्त को काफी था, पास हमारे.... सब कुछ शुरू से शुरू कर लेने को। चलो...."शुरुवात" न सही, पर "हश.
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