ज़रीन और तरीन लफ्ज़ का लिबास ओढ़कर, तल्ख़ गरज़ हो मिल्कियत दिखा हैं.......! बेआबरू फिरे दर-बदर थे जो कभी, देखिए सलीक-ए-तौर वो हमको सिखा रहे हैं...!! @पुष्पवृत.
1 Stories
24 Love
Will restore all stories present before deactivation.
It may take sometime to restore your stories.
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here