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White हमनें भी दिल लगाया है दिल्लगी की बात न पूछो हमनें ख़ुदा माना था उसको अब उसकी जात न पूछो ©Khushi Kandu

#शायरी #khushithought #khushikandu #बहर #flowers  White 
हमनें भी दिल लगाया है दिल्लगी की बात न पूछो
हमनें ख़ुदा माना था उसको अब उसकी जात न पूछो

©Khushi Kandu

White Main jha jha jaau tumahri seva tumsa Thakur or na deva... ©Meera Rathod

#flowers  White Main jha jha jaau 
tumahri seva
tumsa Thakur
or na deva...

©Meera Rathod

#flowers

13 Love

White *उड़ा देती है नींदे कुछ ज़िम्मेदारियां घर की,* *रात मे जागने वाला हर शख्स आशिक़ नही होता ©veena Mishra

#विचार #flowers  White *उड़ा देती है नींदे कुछ ज़िम्मेदारियां घर की,*

*रात मे जागने वाला हर शख्स आशिक़ नही होता

©veena Mishra

#flowers आज का विचार

12 Love

White اک دن چکا ہی دوں گا زمانے کا بھی حساب ‏کچھ بات ہے جو ضبط کئے جا رہا ہوں میں ‏ ( ‏عازم کوہلی ) . ©Azhar Ashiq

#شاعری۔ #شاعری  White اک دن چکا ہی دوں گا زمانے کا بھی حساب 
‏کچھ بات ہے جو ضبط کئے جا رہا ہوں میں
‏ 
( ‏عازم کوہلی )



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©Azhar Ashiq

#شاعری

15 Love

White जय परमेश्वर सोईसजमांनेमे ईनसोदागर महाजनांनने-अपने!ईन्द्रजालके पापसे.सबकी.अकलको खराबकरदीहे जीससेभाई२मेऐकानहीहे बलके नाईत्त.फाकीका होसला बढगयाहे सोयह-सोदागरांनका जालहे सोजीसतरहसे किदुनीयां रावणके राक्षसीपापको स्वर्गजांनतीथी उसीतरहसे-अब बनीयोंके राक्षसीपापको दुनीयां स्वर्गजांनतीहे किजोबनीयोंने रावणकीतरहसे-चोरासीलाख कुंन्डीयां-राध लहुकी कीसीसमुंन्द्रके दरमयांनमे-पापकरके संसारके गारतकरनेकेलीये बनाइहें.... ( ३२ ) अज तसनीफ साध अनुपदास लीखी- कीताब - [ जगतहीतकारनी ] ( २७४ ) तमांम पढ़कर बंन्दोबस्त करो छावणी ऐरनपुरामें, शिवगंज - ३०७०२७ (राज.) ता १७ अप्रेल संन १९०९ झा बैसाष बुदी १२ सं॥ १९६५ M. No. :- 8905653801 www.jagathitkarnioriginal.org ©JAGAT HITKARNI 274

#विचार #flowers  White जय परमेश्वर 
सोईसजमांनेमे ईनसोदागर महाजनांनने-अपने!ईन्द्रजालके पापसे.सबकी.अकलको खराबकरदीहे जीससेभाई२मेऐकानहीहे बलके नाईत्त.फाकीका होसला बढगयाहे सोयह-सोदागरांनका जालहे सोजीसतरहसे किदुनीयां रावणके राक्षसीपापको स्वर्गजांनतीथी उसीतरहसे-अब बनीयोंके राक्षसीपापको दुनीयां स्वर्गजांनतीहे किजोबनीयोंने रावणकीतरहसे-चोरासीलाख कुंन्डीयां-राध लहुकी कीसीसमुंन्द्रके दरमयांनमे-पापकरके संसारके गारतकरनेकेलीये बनाइहें.... ( ३२ )

अज तसनीफ साध अनुपदास लीखी- 
कीताब - [ जगतहीतकारनी ] ( २७४ ) तमांम पढ़कर बंन्दोबस्त करो 
छावणी ऐरनपुरामें, शिवगंज - ३०७०२७  (राज.)
ता १७ अप्रेल संन १९०९ झा बैसाष बुदी १२ सं॥ १९६५
M. No. :- 8905653801
www.jagathitkarnioriginal.org

©JAGAT HITKARNI 274

#flowers Kalki Islam आज का विचार सुप्रभात अनमोल विचार शुभ विचार

13 Love

White आज में नराज हूँ जब कौई दिकत परसानी होती है तो ईशान एक दुसरे की हैल्प ले लेता है पर कभी ईशान सोचा है कि जब हम लोग इस धरती पर बसे जीव जन्तु पर बेधड़क वार कर देते है तो उसे कौन सहारा देता होगा एक दुसरे से अलग करने मे क्या मीलता है जीतना दर्द ईसांन को होता है उतना ही हर जीव जंतुवो को भी होता है ©RAMLALIT NIRALA

#विचार  White आज में नराज हूँ जब कौई दिकत परसानी होती है तो ईशान एक दुसरे की हैल्प ले लेता है पर कभी ईशान सोचा है कि जब हम लोग इस धरती पर बसे जीव जन्तु पर बेधड़क वार कर देते है तो उसे कौन सहारा देता होगा एक दुसरे से अलग करने मे क्या मीलता है जीतना दर्द ईसांन को होता है उतना ही हर जीव जंतुवो को भी होता है

©RAMLALIT NIRALA

जीव जंतुवो पर दया करो

15 Love

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