["एक सच्चा शायर"]
"शायर वह नहीं, जो इश्क़, प्यार, मोहब्बत की बातें करे,
शायर तो वह है, जो खामोशियों में भी आवाज़ें सुन ले।
पत्तों की खड़खड़ाहट में, बारिश की बूँदों में, किसी की आहट में, किसी की मुस्कुराहट में, हर धड़कन में छुपी एक दास्तान को पढ़ ले।
जो दर्द को भी अपने दिल में दफन कर ले, ज़ख्मों को मुस्कुराहट की चादर से ढाँप दे, दुनिया को अपनी खुशियों से रोशन कर दे, फिर भी मुस्कुराकर अपने लम्हों को खुलकर जिए।"
©Mď Âĺfaž" ["Šĥªयरी Ķ. दिवाŇ."]
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