Golden Hour
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नज़र से नज़र मिलाकर तुम क्या करोगे, ख़ुद की नज़र में उठाकर तुम क्या करोगे। उठ रही हैं कितनी उंगलियाँ मुझ पर, मैं कैसा हूँ, ये बताकर तुम क्या करोगे। अब मुझमें रूहानी फ़क़ीर-सा जहाँ है, कदम से कदम मिलाकर तुम क्या करोगे। टूट चुका हूँ, बिखर चुकी है हस्ती मेरी, अब मुझसे रिश्ता निभाकर तुम क्या करोगे। बेमक़सद हूँ, अब ख़ुद का भी न रहा मैं, मुझे अपना बनाकर भी तुम क्या करोगी। मोहब्बत का साया जो राख़ हो चुका, उस राख़ को हवा देकर तुम क्या करोगी। ख़ुद को खो दिया और जहाँ को भी, मुझसे हाथ मिलाकर तुम क्या करोगे। बुझ चुकी है चिंगारी, फिर से नहीं जलेगी, राख़ में शोला जगाकर तुम क्या करोगे। भरी महफ़िल में अब मेरे चर्चे आम हैं, मेरी दामन को बचाकर तुम क्या करोगे। नहीं लग रही बोली इस नीलामी में मुझपर, मेरी हैसियत को बढ़ाकर तुम क्या करोगे। बदनामी के डर से पास खड़े न होते कुछ दोस्त, और मुझसे नज़दीकियाँ बढ़ाकर तुम क्या करोगे। मोम सा था दिल, अब तो पत्थर-सा हो गया, इस पाषाण को पिघलाकर तुम क्या करोगे। दुनिया ने जो किया, वो कर दिया, अब क्या होगा, तुम्हारी बातों से तसव्वुर करके तुम क्या करोगे। मुझसे मोहब्बत की जो जलती रही है आरज़ू, उस आरज़ू को जिन्दा कर तुम क्या करोगे। ©theABHAYSINGH_BIPIN

#शायरी #wordsofwisdom #quoteoftheday #quotestagram #GoldenHour  नज़र से नज़र मिलाकर तुम क्या करोगे,
ख़ुद की नज़र में उठाकर तुम क्या करोगे।
उठ रही हैं कितनी उंगलियाँ मुझ पर,
मैं कैसा हूँ, ये बताकर तुम क्या करोगे।

अब मुझमें रूहानी फ़क़ीर-सा जहाँ है,
कदम से कदम मिलाकर तुम क्या करोगे।
टूट चुका हूँ, बिखर चुकी है हस्ती मेरी,
अब मुझसे रिश्ता निभाकर तुम क्या करोगे।

बेमक़सद हूँ, अब ख़ुद का भी न रहा मैं,
मुझे अपना बनाकर भी तुम क्या करोगी।
मोहब्बत का साया जो राख़ हो चुका,
उस राख़ को हवा देकर तुम क्या करोगी।

ख़ुद को खो दिया और जहाँ को भी,
मुझसे हाथ मिलाकर तुम क्या करोगे।
बुझ चुकी है चिंगारी, फिर से नहीं जलेगी,
राख़ में शोला जगाकर तुम क्या करोगे।

भरी महफ़िल में अब मेरे चर्चे आम हैं,
मेरी दामन को बचाकर तुम क्या करोगे।
नहीं लग रही बोली इस नीलामी में मुझपर,
मेरी हैसियत को बढ़ाकर तुम क्या करोगे।

बदनामी के डर से पास खड़े न होते कुछ दोस्त,
और मुझसे नज़दीकियाँ बढ़ाकर तुम क्या करोगे।
मोम सा था दिल, अब तो पत्थर-सा हो गया,
इस पाषाण को पिघलाकर तुम क्या करोगे।

दुनिया ने जो किया, वो कर दिया, अब क्या होगा,
तुम्हारी बातों से तसव्वुर करके तुम क्या करोगे।
मुझसे मोहब्बत की जो जलती रही है आरज़ू,
उस आरज़ू को जिन्दा कर तुम क्या करोगे।

©theABHAYSINGH_BIPIN

#GoldenHour @Sheetal Shekhar Sarfraz Ahmad @Author Shivam kumar Mishra (Shivanjal) @Monu Kumar @Saurabh Tiwari नज़र से नज़र मिलाकर तुम क्या करोगे, ख़ुद की नज़र में उठाकर तुम क्या करोगे। उठ रही हैं कितनी उंगलियाँ मुझ पर, मैं कैसा हूँ, ये बताकर तुम क्या करोगे। अब मुझमें रूहानी फ़क़ीर-सा जहाँ है,

17 Love

जिंदगी एक सवाल कर गई ? शांति भरा बचपन क्या गया जवानी एक बवाल कर गई ओर इतने दिन सोचता रहा बचपन के दिन ओर सोचते सोचते पता नहीं कब बुढ़ापा भी आ गया और जवानी भी निकल गई ! ©–Muku2001

#GoldenHour #nojohindi #muku2001 #Quotes #Quote  जिंदगी एक सवाल कर गई ?
शांति भरा बचपन क्या गया 
जवानी एक बवाल कर गई 
ओर इतने दिन सोचता रहा
 बचपन के दिन 
ओर सोचते सोचते पता नहीं कब बुढ़ापा भी आ गया 
और जवानी भी निकल गई !

©–Muku2001

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17 Love

अगर कोई *मक्खी* सब्जी तौलते हुए *तराजू* पर बैठ जाए तो ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा... लेकिन... वही मक्खी अगर *सोना* तौलते हुए तराजू पर बैठ जाए... तो उसकी कीमत बढ़ जाती है... हम *कहाँ* बैठते है...? हम *किसके* साथ बैठते है...? हमारा मूल्य उसी *आधार* पर निर्धारित किया जाता है... 🙏🏻🙏🏻 *सुप्रभात*🙏🏻🙏🏻 ©Harish Choudhary

#विचार #GoldenHour  अगर कोई *मक्खी* सब्जी तौलते हुए *तराजू* पर बैठ जाए तो ज्यादा 
फर्क नहीं पड़ेगा...
 लेकिन...
वही मक्खी अगर *सोना* 
तौलते हुए तराजू पर बैठ जाए...
 तो उसकी कीमत बढ़ जाती है...
हम *कहाँ* बैठते है...?
 हम *किसके* साथ बैठते है...? 
हमारा मूल्य उसी *आधार* पर 
निर्धारित किया जाता है...

🙏🏻🙏🏻 *सुप्रभात*🙏🏻🙏🏻

©Harish Choudhary

#GoldenHour

17 Love

न संघर्ष खत्म होता है और न ही शिकायतें, धीरे-धीरे जो खत्म हो रही है वो उम्र है..!! ✨💞💯 ©Dharma pandit( Unbreakable)

#GoldenHour #wishes  न संघर्ष खत्म होता है और न ही शिकायतें, 
धीरे-धीरे जो खत्म हो रही है वो उम्र है..!!
✨💞💯

©Dharma pandit( Unbreakable)

#GoldenHour

13 Love

मेरी मोहब्बत की अधूरी दास्ताँ,, उसकी अधूरी बातों से सुरु हुई,, ©SILENT BABA

#GoldenHour  मेरी मोहब्बत की अधूरी दास्ताँ,,
उसकी अधूरी बातों से सुरु हुई,,

©SILENT BABA

#GoldenHour

8 Love

"Zindagi ka safar hamesha asaan nahi hota, lekin jo hausla rakhte hain, wahi manzil tak pahunchte hain. Har din ek nayi shuruaat hai, bas apne sapnon ke taraf ek kadam aur badhaiye." ©Anil gupta(Storyteller)

#Motivational #GoldenHour  "Zindagi ka safar hamesha asaan nahi hota, lekin jo hausla rakhte hain, wahi manzil tak pahunchte hain. Har din ek nayi shuruaat hai, bas apne sapnon ke taraf ek kadam aur badhaiye."

©Anil gupta(Storyteller)
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