तू मेरे पास से जब जब उठकर जाती है l
कुछ हिस्सा मेरा अपने साथ ले जाती है ll
आती है तो अपने साथ रोशनी लाती है,
जाती है तो यादों के जुगनू छोड़ जाती है l
प्यार में शायद पंख निकल आए है मेरे,
तेरे पीछे पीछे रूह मेरी उड़ती जाती है l
आंखों में हो तुम या समाई हो जर्रे जर्रे में,
जिधर भी नज़र जाए तू ही नज़र आती है l
एक दिल एक वादा, एक प्यार, एक इकरार,
आंखे चार होती है तो जान एक हो जाती है ll
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29 मई 2024
©Dimple Kumar
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