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वो वक्त को वहीं रोक लेना चाहता है जब चाय का शौकीन ना होते हुए भी वो मुझे चाय पे बुलाता है.. ©Garima Srivastava
Garima Srivastava
18 Love
हम दोनों ही जानते हैं कि एक दिन बिछड़ना है हमें फिर भी नजदीकियां दिन पे दिन बढ़ती ही जा रही है ©Garima Srivastava
9 Love
Unsplash दुनियां की इस भीड़ में एक तुम्हीं से हम टकराए हैं अब बस तुम अपना लगने लगे हो बाकी सब लगते पराए हैं ©Garima Srivastava
12 Love
हम हाथ बढ़ाए और तुम्हें थाम लें जो राह पर चले और कदम तुम्हारे मिल जाएं जो सोचें तुम्हें और तुम करीब आ जाओ जो मांगू दुआ और तुम क़ुबूल हो जाओ ©Garima Srivastava
White इन नजरों को कोई नजारे अच्छे नहीं लगते ये मौसम सुहाने ये बारिश की फुहारे ये नदियां के किनारे अच्छे नहीं लगते अच्छी लगने लगी है बस बातें तुम्हारी अब हम खुद को बिना तुम्हारे अच्छे नहीं लगते ©Garima Srivastava
16 Love
थोड़ी सी ठंड थोड़ी सी धुंध गर्म गर्म चाय और थोड़े थोड़े तुम अच्छे लगते है ©Garima Srivastava
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