Bonefire
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ज़ालिम दुनियां को अदा हुई छुट्टी मेरे किर्याक्रम की कम्बख्तों ने पांच मिनट में जला कर राख कर दिया ✍🏻सावन चौहान k ©Sawan

#BoneFire #SAD  ज़ालिम दुनियां को अदा हुई छुट्टी मेरे किर्याक्रम की
कम्बख्तों ने पांच मिनट में जला कर राख कर दिया


          ✍🏻सावन चौहान










k

©Sawan

#BoneFire

13 Love

धूआ धुआ सी है जिंदगी अब…. शायद हम आगे जलने के लायक बचे नहीं … आपका हमदर्द ©Kiran Pawara

#विचार #alone  धूआ धुआ सी है 
जिंदगी अब….

शायद  हम आगे 
जलने के लायक बचे नहीं …

आपका हमदर्द

©Kiran Pawara

#alone

12 Love

Maine Maangi thi Ujaale ki faqat eak Kiran, Tumse ye kisne kahaa Aag Laga di Jaae..!! ©Mohammad_Reyaz_Duruk

#BoneFire  Maine Maangi thi Ujaale ki faqat eak Kiran,
Tumse ye kisne kahaa Aag Laga di Jaae..!!

©Mohammad_Reyaz_Duruk

Zakia Ghazal ❤️ #BoneFire

16 Love

।। why has everything changed i want to find someone like me.।। ।। फुक फुक के रख रहे थे कदम नजाने जल कैसे गए, रिश्तेदारी में हम इतना बिखर गए, ना जाने अपने बदल कैसे गए. ©ʀᴏʏᴀʟ.यादववंशी.

 ।। why has everything changed 
i want to find someone like me.।। 

।। फुक फुक के रख रहे थे कदम नजाने जल कैसे गए,
रिश्तेदारी में हम इतना बिखर गए,
ना जाने अपने बदल कैसे गए.

©ʀᴏʏᴀʟ.यादववंशी.

सब बदल गए किसके लिए बदलना यार. पता नहीं अब मुलाकात कब होगी खैर जब भी हो बेमिसाल हो।💜⭐ love poetry in hindi hindi poetry on life poetry on love❤️ #nojoto

24 Love

चिता जलती, हुई तुमको,नमन सौ बार करता हूँ। मिटाती दंभ तू सबका,तभी तो शीश धरता हूँ।। तपिश तेरी,यहाँ पाकर,मिले यह ज्ञान सबको है। पदों में हों,भले ऊंचा,यहाँ जाना,सभी को है।। भरी है जब,यहाँ मिट्टी,बता फिर वैर क्यों भरना। मिली थो जो,हमें भरकर,उसे खाली,हमें करना।। भारत भूषण पाठक'देवांश'🙏🌹🙏 ©Bharat Bhushan pathak

#BoneFire  चिता जलती, हुई तुमको,नमन सौ बार करता हूँ।
मिटाती दंभ तू सबका,तभी तो शीश धरता हूँ।।
तपिश तेरी,यहाँ पाकर,मिले यह ज्ञान सबको है।
पदों में हों,भले ऊंचा,यहाँ जाना,सभी को है।।
भरी है जब,यहाँ मिट्टी,बता फिर वैर क्यों भरना।
मिली थो जो,हमें भरकर,उसे खाली,हमें करना।।
भारत भूषण पाठक'देवांश'🙏🌹🙏

©Bharat Bhushan pathak

#BoneFire hindi poetry on life Hinduism hindi poetry sad poetry

14 Love

#BoneFire #Quotes  जिम्मेदारियों को बोझ समझकर टेंशन में नहीं जीने का 

क्योंकि ऐसे बहुतों के अंतिम संस्कार में शामिल हो चूके हैं 
जिनको लगता था कि उनके बाद उनके परिवार का क्या होगा 
और कुछ की तो खुद अपने हाथों से कपाल क्रिया कर चूके हैं 

सब हो रहा है , क्योंकि ऊपरवाले ने जिसे धरती पर जन्म दिया है 
उसके लिए  वयवस्था करवाना भी उसका ही काम है 
              इसलिए चिंता नहीं चिन्तन करो ऊपरवाले का

©Stoic Arvind

#BoneFire

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