जिंदगी एक खुली किताब है,
जीवन के हर पल का इसमें हिसाब है।
हर पन्ने पर मिलेगी कहानी कई,
कहानी इसकी बड़ी ही लाजवाब है।
मिलेगा यहां कभी तुमको मेला
कभी मिलेगा बस इंसा अकेला।
कभी मुस्कुराते दिखते हैं लोग
कभी पल में लोग दिखते उदास है।
जिन्दगी एक खुली किताब है।.....
दर्द का झोंका उड़ाता है पन्ने
रोता है इंसान जब टूटते हैं सपने।
छुपा के दर्द मुस्कुराते हैं लोग
लगा चेहरे पर खुशियों का नकाब है।
जिंदगी एक खुली किताब है।
स्याह सादे से लिखी है किताब,
काटें कहीं तो कहीं खिला है गुलाब।
कर लो मुहब्बत जीवन से अपने,
हर पल का यहां होता हिसाब है।
जिंदगी एक खुली किताब है।।
©Archana sharma
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