White तेरी मेरी बस इतनी कहानी हैं
मेरी शयारी तेरी बेवफाई की मेहरबानी हैं
दो लफ़्ज़ों की जिंदगानी हैं
जिसमें एक शब्द इंतज़ार , दूसरा शब्द जवानी हैं
यह इश्क़ की बातें अब पुरानी हैं
मेरी ज़िन्दगी अब मेरे हुनर के साएं में सुहानी हैं
जब भुला चुका हूँ तेरी यादों को अपने दिल से
फ़िर क्यों कलम में स्याही की जगह मेरी आँखों का पानी हैं
मोहब्बत भी मौत की तरह एक बार आती हैं
ना जाने हर महबूबा बेवफ़ा हो कर क्या पाती हैं
जिसने भी निभाया हर रिश्ता पूरी शिद्दत से
उसने हर दिन उसकी कीमत चुकानी हैं
हमको बस अपने अल्फाज़ों से अपनी इज़्ज़त कमानी हैं
यहाँ हर वफादार राजा की एक खुदगर्ज़ रानी हैं
जो भी करता हैं अपने महबूब की चाहत ख़ुदा से ज़्यादा
उसकी ज़िन्दगी जीते जी शमशान बन जानी हैं
प्यार भी ज़िन्दगी की एक जरूरत हैं
प्यार से बनी , मीरा के दिल में श्याम जी की मूरत हैं
कभी दूसरों को खुद से ज़्यादा महत्व मत देना दोस्तों
बस यही बात आज आप सबको समझानी हैं
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©Sethi Ji
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