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New दीपक एक जलाना साथी Status, Photo, Video

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White तेरे नाम का चूड़ा सजना तेरे नाम की बिंदिया है तेरी याद खोई खोई अब तो मेरी निदिया हैं आजा मेरे लिए तू आजा इन पलकों पर ख्वाब सजा जा ©nada.dil

#हमसफर #साथी #karwachouth #nojohindi #Quotes  White तेरे नाम का चूड़ा सजना 
तेरे नाम की बिंदिया है 
तेरी याद खोई खोई अब तो मेरी निदिया हैं 
आजा  मेरे लिए तू आजा इन पलकों पर ख्वाब सजा जा

©nada.dil
#opportunityquote #life_lesson #Quotes #uvsays #hopes

अंधकार में दिया जलाना💐 #hopes #love #life #life_lesson #opportunityquote #uvsays

261 View

मनुस्यका एक सच्चा साथी हे ओ हे स्वास्थ्य

117 View

 तेरा साथ कयामत तक साथी, 
न भुलूगां सारे वादे, कसमें। 
हर फर्ज निभाऊगां, हर कर्ज उतारूंगा
 वैरी हो जाए जमाना, संग साथ न दे अपने
हर दम साथ तेरे, तेरा साया बन जाऊँगा। 
तेरा साथ कयामत तक साथी, 
ना भुलूंगा सारे वादें, कसमें।

©arvind bhanwra ambala. India

साथी

144 View

बेहिसाब सुलगकर जी रहा हूं जिंदगी अपनी! अगर मैं मर जाऊं तो मुझे जलाना फिजूल है!! ©Anuj thakur "बेख़बर"

#शायरी  बेहिसाब सुलगकर जी रहा हूं जिंदगी अपनी!
अगर मैं मर जाऊं तो मुझे जलाना फिजूल है!!

©Anuj thakur "बेख़बर"

जलाना

11 Love

अमावस हो रात फिर दीपक जलाने का, समय हो प्रतिकूल कान्हा को बुलाने का, मन लगा गोपाल में तन हो गया गोकुल, बस यही तरक़ीब है दुनिया भुलाने का, मिला खेवनहार दरिया पार कर लूँगा, ज़िस्म में ताकत नहीं गोता लगाने का, पुराने ज़ख़्मों को बे-मतलब कुरेदो मत, जो नहीं अपना उसे फ़िर भूल जाने का, जन्म से आखिर तक संघर्ष का आलम, बांसुरी की तान पर झूला झुलाने का, ज्ञान के पानी से बुझती प्यास जन्मों की, हृदय है प्यासा उसे पानी पिलाने का, बात जिसकी समझ में है आ गई 'गुंजन', मिल गया अवसर उसे भवपार जाने का, ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ॰प्र॰ ©Shashi Bhushan Mishra

#कविता #दीपक  अमावस हो रात फिर दीपक जलाने का,
समय हो प्रतिकूल कान्हा को बुलाने का, 

मन लगा गोपाल में तन हो गया गोकुल, 
बस यही तरक़ीब है  दुनिया  भुलाने का,

मिला खेवनहार  दरिया पार  कर  लूँगा, 
ज़िस्म में ताकत नहीं  गोता  लगाने का,

पुराने ज़ख़्मों को बे-मतलब कुरेदो मत, 
जो नहीं अपना उसे फ़िर भूल जाने का,

जन्म से आखिर तक संघर्ष का आलम, 
बांसुरी की  तान पर  झूला  झुलाने का,

ज्ञान के पानी से बुझती प्यास जन्मों की, 
हृदय  है  प्यासा  उसे  पानी  पिलाने  का,

बात जिसकी समझ में है आ गई 'गुंजन',
मिल गया अवसर उसे भवपार जाने का,
    ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'
             प्रयागराज उ॰प्र॰

©Shashi Bhushan Mishra

#दीपक जलाने का#

16 Love

White तेरे नाम का चूड़ा सजना तेरे नाम की बिंदिया है तेरी याद खोई खोई अब तो मेरी निदिया हैं आजा मेरे लिए तू आजा इन पलकों पर ख्वाब सजा जा ©nada.dil

#हमसफर #साथी #karwachouth #nojohindi #Quotes  White तेरे नाम का चूड़ा सजना 
तेरे नाम की बिंदिया है 
तेरी याद खोई खोई अब तो मेरी निदिया हैं 
आजा  मेरे लिए तू आजा इन पलकों पर ख्वाब सजा जा

©nada.dil
#opportunityquote #life_lesson #Quotes #uvsays #hopes

अंधकार में दिया जलाना💐 #hopes #love #life #life_lesson #opportunityquote #uvsays

261 View

मनुस्यका एक सच्चा साथी हे ओ हे स्वास्थ्य

117 View

 तेरा साथ कयामत तक साथी, 
न भुलूगां सारे वादे, कसमें। 
हर फर्ज निभाऊगां, हर कर्ज उतारूंगा
 वैरी हो जाए जमाना, संग साथ न दे अपने
हर दम साथ तेरे, तेरा साया बन जाऊँगा। 
तेरा साथ कयामत तक साथी, 
ना भुलूंगा सारे वादें, कसमें।

©arvind bhanwra ambala. India

साथी

144 View

बेहिसाब सुलगकर जी रहा हूं जिंदगी अपनी! अगर मैं मर जाऊं तो मुझे जलाना फिजूल है!! ©Anuj thakur "बेख़बर"

#शायरी  बेहिसाब सुलगकर जी रहा हूं जिंदगी अपनी!
अगर मैं मर जाऊं तो मुझे जलाना फिजूल है!!

©Anuj thakur "बेख़बर"

जलाना

11 Love

अमावस हो रात फिर दीपक जलाने का, समय हो प्रतिकूल कान्हा को बुलाने का, मन लगा गोपाल में तन हो गया गोकुल, बस यही तरक़ीब है दुनिया भुलाने का, मिला खेवनहार दरिया पार कर लूँगा, ज़िस्म में ताकत नहीं गोता लगाने का, पुराने ज़ख़्मों को बे-मतलब कुरेदो मत, जो नहीं अपना उसे फ़िर भूल जाने का, जन्म से आखिर तक संघर्ष का आलम, बांसुरी की तान पर झूला झुलाने का, ज्ञान के पानी से बुझती प्यास जन्मों की, हृदय है प्यासा उसे पानी पिलाने का, बात जिसकी समझ में है आ गई 'गुंजन', मिल गया अवसर उसे भवपार जाने का, ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ॰प्र॰ ©Shashi Bhushan Mishra

#कविता #दीपक  अमावस हो रात फिर दीपक जलाने का,
समय हो प्रतिकूल कान्हा को बुलाने का, 

मन लगा गोपाल में तन हो गया गोकुल, 
बस यही तरक़ीब है  दुनिया  भुलाने का,

मिला खेवनहार  दरिया पार  कर  लूँगा, 
ज़िस्म में ताकत नहीं  गोता  लगाने का,

पुराने ज़ख़्मों को बे-मतलब कुरेदो मत, 
जो नहीं अपना उसे फ़िर भूल जाने का,

जन्म से आखिर तक संघर्ष का आलम, 
बांसुरी की  तान पर  झूला  झुलाने का,

ज्ञान के पानी से बुझती प्यास जन्मों की, 
हृदय  है  प्यासा  उसे  पानी  पिलाने  का,

बात जिसकी समझ में है आ गई 'गुंजन',
मिल गया अवसर उसे भवपार जाने का,
    ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'
             प्रयागराज उ॰प्र॰

©Shashi Bhushan Mishra

#दीपक जलाने का#

16 Love

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