tags

New मजला सुख चित्र नवे Status, Photo, Video

Find the latest Status about मजला सुख चित्र नवे from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about मजला सुख चित्र नवे.

  • Latest
  • Popular
  • Video

चार मिले, चौंसठ खिले, बीस रहे कर जोड़। प्रेमी सज्जन जब मिले, खिल गये सात करोड़।। ©Shiv Narayan Saxena

#relaxation  चार  मिले,  चौंसठ  खिले, बीस रहे कर जोड़। 
 प्रेमी सज्जन जब मिले, खिल गये सात करोड़।।

©Shiv Narayan Saxena

#relaxation मिलन सुख poetry in hindi

16 Love

सुख दुख तो सबके ज़िन्दगी आता जाता है

153 View

जज़्बातों की खाई में, फिसल गए चिकनाई में, उऋण नहीं हो पायेंगे, उम्र कटी भरपाई में, अपनापन का अंदेशा, फिसलन है इस काई में, प्रेम प्यार सब भूल गए, झूठी मान बड़ाई में, फैशन के युग में यारों, फर्क़ न चाचा ताई में, लालच लोभ बढ़े इतने, प्रेम न भाई भाई में, 'गुंजन' ये महसूस हुआ, सुख आनंद भलाई में, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज ©Shashi Bhushan Mishra

#मोटिवेशनल #सुख  जज़्बातों   की   खाई में, 
फिसल गए चिकनाई में,

उऋण  नहीं  हो  पायेंगे,
उम्र    कटी   भरपाई में,

अपनापन  का   अंदेशा, 
फिसलन है इस काई में,

प्रेम प्यार सब भूल गए,  
झूठी   मान   बड़ाई में,

फैशन  के  युग में यारों, 
फर्क़  न  चाचा ताई में,

लालच लोभ बढ़े इतने, 
प्रेम  न   भाई  भाई में,

'गुंजन' ये महसूस हुआ, 
सुख आनंद  भलाई में, 
   --शशि भूषण मिश्र
     'गुंजन' प्रयागराज

©Shashi Bhushan Mishra

#सुख आनंद भलाई में#

10 Love

चार मिले, चौंसठ खिले, बीस रहे कर जोड़। प्रेमी सज्जन जब मिले, खिल गये सात करोड़।। ©Shiv Narayan Saxena

#relaxation  चार  मिले,  चौंसठ  खिले, बीस रहे कर जोड़। 
 प्रेमी सज्जन जब मिले, खिल गये सात करोड़।।

©Shiv Narayan Saxena

#relaxation मिलन सुख poetry in hindi

16 Love

सुख दुख तो सबके ज़िन्दगी आता जाता है

153 View

जज़्बातों की खाई में, फिसल गए चिकनाई में, उऋण नहीं हो पायेंगे, उम्र कटी भरपाई में, अपनापन का अंदेशा, फिसलन है इस काई में, प्रेम प्यार सब भूल गए, झूठी मान बड़ाई में, फैशन के युग में यारों, फर्क़ न चाचा ताई में, लालच लोभ बढ़े इतने, प्रेम न भाई भाई में, 'गुंजन' ये महसूस हुआ, सुख आनंद भलाई में, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज ©Shashi Bhushan Mishra

#मोटिवेशनल #सुख  जज़्बातों   की   खाई में, 
फिसल गए चिकनाई में,

उऋण  नहीं  हो  पायेंगे,
उम्र    कटी   भरपाई में,

अपनापन  का   अंदेशा, 
फिसलन है इस काई में,

प्रेम प्यार सब भूल गए,  
झूठी   मान   बड़ाई में,

फैशन  के  युग में यारों, 
फर्क़  न  चाचा ताई में,

लालच लोभ बढ़े इतने, 
प्रेम  न   भाई  भाई में,

'गुंजन' ये महसूस हुआ, 
सुख आनंद  भलाई में, 
   --शशि भूषण मिश्र
     'गुंजन' प्रयागराज

©Shashi Bhushan Mishra

#सुख आनंद भलाई में#

10 Love

Trending Topic