tags

New 'नाना नानी पर शायरी' Status, Photo, Video

Find the latest Status about 'नाना नानी पर शायरी' from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about 'नाना नानी पर शायरी'.

Related Stories

  • Latest
  • Popular
  • Video

Google happy new year 2025 ©MDS GK question

#Manmohan_Singh_Dies #शायरी  Google happy new year 2025

©MDS GK question

#Manmohan_Singh_Dies शायरी लव '15 अगस्त पर शायरी' लव शायरी शायरी लव दोस्ती शायरी

7 Love

White मातामही मातामहः ग्राम: अहं तत् क्षणं बहु मधुरं मन्ये यः ग्रामे निवसति स्म पन्थाने कृषिक्षेत्राणि,कोष्ठानि च गृहीतः, मया सः क्षणः वास्तवमेव अतीव मधुरः इति ज्ञातम्। पूर्वं यदा मम मातामही मातामहः ग्रामः अहं बाल्यकाले गच्छामि स्म, हिन्दी अनुवाद नाना नानी के गांव वो क्षण ही बड़ा प्यारा लगा करता था जो गांव में बिता करता था पगडंडी पर खेत खलिहानों का जायजा लिया जाता था, सच वो क्षण बड़ा ही प्यारा लगा करता था जब नाना नानी के गांव बचपन में जाना हुआ करता था, ©संस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु

#कवितावाचिका #नानानानी #संस्कृत #कोट्स #wellwisher_taru #गांव  White मातामही मातामहः ग्राम:
अहं तत् क्षणं बहु मधुरं मन्ये यः ग्रामे निवसति स्म 
पन्थाने कृषिक्षेत्राणि,कोष्ठानि च गृहीतः, 
मया सः क्षणः वास्तवमेव अतीव मधुरः
 इति ज्ञातम्। 
पूर्वं यदा मम मातामही मातामहः ग्रामः 
अहं बाल्यकाले गच्छामि स्म,
हिन्दी अनुवाद 
नाना नानी के गांव
वो क्षण ही बड़ा प्यारा लगा करता था 
जो गांव में बिता करता था 
पगडंडी पर खेत खलिहानों का 
जायजा लिया जाता था,
सच वो क्षण बड़ा ही प्यारा लगा 
करता था जब नाना नानी के गांव 
बचपन में जाना हुआ करता था,

©संस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु

स्वलिखित संस्कृत रचना हिन्दी अनुवाद सहित शीर्षक नाना नानी के गांव मातामही मातामहः विधा विचार भाव वास्तविक #Trending #wellwisher_taru #Po

24 Love

#शायरी

शायरी वीडियो '15 अगस्त पर शायरी' शेरो शायरी

225 View

#शायरी

'15 अगस्त पर शायरी' शायरी लव

135 View

White हर आबादी तेरी महक को पसंद आती हैं 🤓 ©Om Gurjar

#शायरी #good_night  White हर आबादी तेरी महक को पसंद आती हैं 🤓

©Om Gurjar

#good_night शायरी लव शेरो शायरी शायरी दर्द शायरी attitude '15 अगस्त पर शायरी'

17 Love

White 🧓वो मेरी नानी थी🧓 मेरे बचपन मेरी गर्मियों की वो राजधानी थी भूलती नहीं कांच की चूड़ी वो मीठी लोरी थी हर पाठ सिखाई वो ही तो घर की महारानी थी वो मेरी नानी थी ।।1।। परायों को अपनाती वो खुशियां अपनी देती थी वो झूठा गुस्सा करके धीरे से मिठाई खिलाती थी चेहरे पर झुर्री नहीं हां कान में थोड़ी परेशानी थी वो मेरी नानी थी ।।2।। बचपन गया आई जवानी बदली नहीं राजधानी थी साझा नहीं किया दर्द सादगी जानी पहचानी थी चली गई आज छोड़ के अब हर चीज बेगानी थी वो मेरी नानी थी ।।3।। "गुरु प्रशस्त"कहे साथ नहीं नानी उनकी यादें संजोना "वैभव"किस्मत वालों हो मां जैसे नानी का प्यार मिलना ©वैभव जैन

 White 🧓वो मेरी नानी थी🧓

मेरे बचपन मेरी गर्मियों की वो राजधानी थी
भूलती नहीं कांच की चूड़ी वो मीठी लोरी थी
हर पाठ सिखाई वो ही तो घर की महारानी थी
वो मेरी नानी थी ।।1।।

परायों को अपनाती वो खुशियां अपनी देती थी
वो झूठा गुस्सा करके धीरे से मिठाई खिलाती थी
चेहरे पर झुर्री नहीं हां कान में थोड़ी परेशानी थी
वो मेरी नानी थी ।।2।।

बचपन गया आई जवानी बदली नहीं राजधानी थी
साझा नहीं किया दर्द सादगी जानी पहचानी थी
चली गई आज छोड़ के अब हर चीज बेगानी थी
 वो मेरी नानी थी ।।3।।

"गुरु प्रशस्त"कहे साथ नहीं नानी उनकी यादें संजोना 
"वैभव"किस्मत वालों हो मां जैसे नानी का प्यार मिलना

©वैभव जैन

#वो मेरी नानी थी

14 Love

Google happy new year 2025 ©MDS GK question

#Manmohan_Singh_Dies #शायरी  Google happy new year 2025

©MDS GK question

#Manmohan_Singh_Dies शायरी लव '15 अगस्त पर शायरी' लव शायरी शायरी लव दोस्ती शायरी

7 Love

White मातामही मातामहः ग्राम: अहं तत् क्षणं बहु मधुरं मन्ये यः ग्रामे निवसति स्म पन्थाने कृषिक्षेत्राणि,कोष्ठानि च गृहीतः, मया सः क्षणः वास्तवमेव अतीव मधुरः इति ज्ञातम्। पूर्वं यदा मम मातामही मातामहः ग्रामः अहं बाल्यकाले गच्छामि स्म, हिन्दी अनुवाद नाना नानी के गांव वो क्षण ही बड़ा प्यारा लगा करता था जो गांव में बिता करता था पगडंडी पर खेत खलिहानों का जायजा लिया जाता था, सच वो क्षण बड़ा ही प्यारा लगा करता था जब नाना नानी के गांव बचपन में जाना हुआ करता था, ©संस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु

#कवितावाचिका #नानानानी #संस्कृत #कोट्स #wellwisher_taru #गांव  White मातामही मातामहः ग्राम:
अहं तत् क्षणं बहु मधुरं मन्ये यः ग्रामे निवसति स्म 
पन्थाने कृषिक्षेत्राणि,कोष्ठानि च गृहीतः, 
मया सः क्षणः वास्तवमेव अतीव मधुरः
 इति ज्ञातम्। 
पूर्वं यदा मम मातामही मातामहः ग्रामः 
अहं बाल्यकाले गच्छामि स्म,
हिन्दी अनुवाद 
नाना नानी के गांव
वो क्षण ही बड़ा प्यारा लगा करता था 
जो गांव में बिता करता था 
पगडंडी पर खेत खलिहानों का 
जायजा लिया जाता था,
सच वो क्षण बड़ा ही प्यारा लगा 
करता था जब नाना नानी के गांव 
बचपन में जाना हुआ करता था,

©संस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु

स्वलिखित संस्कृत रचना हिन्दी अनुवाद सहित शीर्षक नाना नानी के गांव मातामही मातामहः विधा विचार भाव वास्तविक #Trending #wellwisher_taru #Po

24 Love

#शायरी

शायरी वीडियो '15 अगस्त पर शायरी' शेरो शायरी

225 View

#शायरी

'15 अगस्त पर शायरी' शायरी लव

135 View

White हर आबादी तेरी महक को पसंद आती हैं 🤓 ©Om Gurjar

#शायरी #good_night  White हर आबादी तेरी महक को पसंद आती हैं 🤓

©Om Gurjar

#good_night शायरी लव शेरो शायरी शायरी दर्द शायरी attitude '15 अगस्त पर शायरी'

17 Love

White 🧓वो मेरी नानी थी🧓 मेरे बचपन मेरी गर्मियों की वो राजधानी थी भूलती नहीं कांच की चूड़ी वो मीठी लोरी थी हर पाठ सिखाई वो ही तो घर की महारानी थी वो मेरी नानी थी ।।1।। परायों को अपनाती वो खुशियां अपनी देती थी वो झूठा गुस्सा करके धीरे से मिठाई खिलाती थी चेहरे पर झुर्री नहीं हां कान में थोड़ी परेशानी थी वो मेरी नानी थी ।।2।। बचपन गया आई जवानी बदली नहीं राजधानी थी साझा नहीं किया दर्द सादगी जानी पहचानी थी चली गई आज छोड़ के अब हर चीज बेगानी थी वो मेरी नानी थी ।।3।। "गुरु प्रशस्त"कहे साथ नहीं नानी उनकी यादें संजोना "वैभव"किस्मत वालों हो मां जैसे नानी का प्यार मिलना ©वैभव जैन

 White 🧓वो मेरी नानी थी🧓

मेरे बचपन मेरी गर्मियों की वो राजधानी थी
भूलती नहीं कांच की चूड़ी वो मीठी लोरी थी
हर पाठ सिखाई वो ही तो घर की महारानी थी
वो मेरी नानी थी ।।1।।

परायों को अपनाती वो खुशियां अपनी देती थी
वो झूठा गुस्सा करके धीरे से मिठाई खिलाती थी
चेहरे पर झुर्री नहीं हां कान में थोड़ी परेशानी थी
वो मेरी नानी थी ।।2।।

बचपन गया आई जवानी बदली नहीं राजधानी थी
साझा नहीं किया दर्द सादगी जानी पहचानी थी
चली गई आज छोड़ के अब हर चीज बेगानी थी
 वो मेरी नानी थी ।।3।।

"गुरु प्रशस्त"कहे साथ नहीं नानी उनकी यादें संजोना 
"वैभव"किस्मत वालों हो मां जैसे नानी का प्यार मिलना

©वैभव जैन

#वो मेरी नानी थी

14 Love

Trending Topic