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सोच कर निकले होंगे वो लोग , उन सबको तो बस घर जाना है। किसी को ऐसा मालूम नही था , अब तो उनको मर जाना है। कितनो के दिल रोए होंगे , कितनो ने अपने खोये होंगे। कितनो की आँखे भीगीं होंगी , जब ऐसी दुखद खबर पाई होगी। क्या बीती होगी उन लोगो पर , जिन्होंने यह नजारा देखा होगा। जब टैंकरों ने आपस में टकराकर , आग की लपटें फेका होगा। बिखरे मन को अंदर ही अंदर , खुद से अब डर जाना है। किसी को ऐसा मालूम न था , अब तो उनको मर जाना है। - आचमन चित्रांशी jaipurnews ©Achman Chitranshi

#leafbook #Jaipur #Shayar #poems  सोच कर निकले होंगे वो लोग ,
उन सबको तो बस घर जाना है।
किसी को ऐसा मालूम नही था ,
अब तो उनको मर जाना है।

कितनो के दिल रोए होंगे ,
कितनो ने अपने खोये होंगे।
कितनो की आँखे भीगीं होंगी ,
जब ऐसी दुखद खबर पाई होगी।

क्या बीती होगी उन लोगो पर , 
जिन्होंने यह नजारा देखा होगा।
जब टैंकरों ने आपस में टकराकर ,
आग की लपटें फेका होगा।

बिखरे मन को अंदर ही अंदर ,
 खुद से अब डर जाना है।
किसी को ऐसा मालूम न था ,
अब तो उनको मर जाना है।

 - आचमन चित्रांशी

jaipurnews

©Achman Chitranshi

एक इश्क़ हैँ एक दास्ताँ हैँ मैं ज़िंदा हूँ अभी तो माहौल गुलिस्तां हैँ मगर मंज़िल एक तलाश हैँ मुश्किल तो रास्ता हैँ।। ©Pawan Shah

#शायरी #Shiva #Hindi #Poet #poem  एक इश्क़ हैँ एक दास्ताँ हैँ 
मैं ज़िंदा हूँ अभी 
तो माहौल गुलिस्तां हैँ 
मगर मंज़िल एक तलाश हैँ 
मुश्किल तो रास्ता हैँ।।

©Pawan Shah

#Shiva&Isha #Hindi #Love #Poet #poem

12 Love

#instawriters #writer #Videos #poems

uske alawa... . . . . . #Nojoto #poems #Poet #Videos #me #instawriters #writer

108 View

!!1857 की क्रांति!! धधक उठी चिंगारी,सैलाब स्वतंत्रता का ये पहला था । गाय सूअर की चर्बी वाले कारतूसों ने,"घी "आग में डाला था ।। तब मौत का कोई खौफ नहीं रह गया,सीने पर गोली खाने को । जब मजबूर किया,भारतीयों को,ब्रिटिश इंडिया कंपनी के अमानुषिक व्यवहारों ने।। तब हल्ला बोला स्वतंत्रता सेनानियों ने जिनकी सूची काफी लंबी थी। (प्रमुख थे बहादुर शाह जफर,मंगल पांडे,नाना साहेब,तात्या टोपे,कुंवर सिंह लक्ष्मी बाई ) राज्य हड़पने,धर्म परिवर्तन,रिवाजों से छेड़छाड़,जब रास ना भारतीयों को ये सब आया था।। यूं तो देशभक्ति की ज्वाला हर एक क्रांतिकारी के दिल में थी, छूटी जमीन किसानों से ,जमीदारों की रियासतों का विलय हुआ । ठप्प हुआ हस्तशिल्प कारीगरों का,बच्चों से गुरुकुल मदरसा छीना गया, ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन ने सबका बेड़ा गर्क किया।। चली गई ब्रिटिश सरकार के हाथ में ,सत्ता ईस्ट इंडिया कंपनी से भारत की। 1857 प्रथम स्वतंत्रता संग्राम का ये निर्णायक परिणाम हुआ।।✍🏻 ©Andaaz bayan

#1857revolt #1857War #poems #poem  !!1857 की क्रांति!!
धधक उठी चिंगारी,सैलाब स्वतंत्रता का ये पहला था ।
गाय सूअर की चर्बी वाले कारतूसों ने,"घी "आग में डाला था ।।

तब मौत का कोई खौफ नहीं रह गया,सीने पर गोली खाने को ।
जब मजबूर किया,भारतीयों को,ब्रिटिश इंडिया कंपनी के अमानुषिक व्यवहारों ने।।

तब हल्ला बोला स्वतंत्रता सेनानियों ने जिनकी सूची काफी लंबी थी।
(प्रमुख थे बहादुर शाह जफर,मंगल पांडे,नाना साहेब,तात्या टोपे,कुंवर सिंह लक्ष्मी बाई )
राज्य हड़पने,धर्म परिवर्तन,रिवाजों से छेड़छाड़,जब रास ना भारतीयों को ये सब आया था।।

यूं तो देशभक्ति की ज्वाला हर एक क्रांतिकारी के दिल में थी,
छूटी जमीन किसानों से ,जमीदारों की रियासतों का विलय हुआ ।
ठप्प हुआ हस्तशिल्प कारीगरों का,बच्चों से गुरुकुल मदरसा छीना गया,
ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन ने सबका बेड़ा गर्क किया।।

चली गई ब्रिटिश सरकार के हाथ में ,सत्ता ईस्ट इंडिया कंपनी से भारत की।
1857 प्रथम स्वतंत्रता संग्राम का ये निर्णायक परिणाम हुआ।।✍🏻

©Andaaz bayan

#1857revolt #1857War #poem #poems Hinduism poetry poetry in hindi

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सोच कर निकले होंगे वो लोग , उन सबको तो बस घर जाना है। किसी को ऐसा मालूम नही था , अब तो उनको मर जाना है। कितनो के दिल रोए होंगे , कितनो ने अपने खोये होंगे। कितनो की आँखे भीगीं होंगी , जब ऐसी दुखद खबर पाई होगी। क्या बीती होगी उन लोगो पर , जिन्होंने यह नजारा देखा होगा। जब टैंकरों ने आपस में टकराकर , आग की लपटें फेका होगा। बिखरे मन को अंदर ही अंदर , खुद से अब डर जाना है। किसी को ऐसा मालूम न था , अब तो उनको मर जाना है। - आचमन चित्रांशी jaipurnews ©Achman Chitranshi

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उन सबको तो बस घर जाना है।
किसी को ऐसा मालूम नही था ,
अब तो उनको मर जाना है।

कितनो के दिल रोए होंगे ,
कितनो ने अपने खोये होंगे।
कितनो की आँखे भीगीं होंगी ,
जब ऐसी दुखद खबर पाई होगी।

क्या बीती होगी उन लोगो पर , 
जिन्होंने यह नजारा देखा होगा।
जब टैंकरों ने आपस में टकराकर ,
आग की लपटें फेका होगा।

बिखरे मन को अंदर ही अंदर ,
 खुद से अब डर जाना है।
किसी को ऐसा मालूम न था ,
अब तो उनको मर जाना है।

 - आचमन चित्रांशी

jaipurnews

©Achman Chitranshi

एक इश्क़ हैँ एक दास्ताँ हैँ मैं ज़िंदा हूँ अभी तो माहौल गुलिस्तां हैँ मगर मंज़िल एक तलाश हैँ मुश्किल तो रास्ता हैँ।। ©Pawan Shah

#शायरी #Shiva #Hindi #Poet #poem  एक इश्क़ हैँ एक दास्ताँ हैँ 
मैं ज़िंदा हूँ अभी 
तो माहौल गुलिस्तां हैँ 
मगर मंज़िल एक तलाश हैँ 
मुश्किल तो रास्ता हैँ।।

©Pawan Shah

#Shiva&Isha #Hindi #Love #Poet #poem

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!!1857 की क्रांति!! धधक उठी चिंगारी,सैलाब स्वतंत्रता का ये पहला था । गाय सूअर की चर्बी वाले कारतूसों ने,"घी "आग में डाला था ।। तब मौत का कोई खौफ नहीं रह गया,सीने पर गोली खाने को । जब मजबूर किया,भारतीयों को,ब्रिटिश इंडिया कंपनी के अमानुषिक व्यवहारों ने।। तब हल्ला बोला स्वतंत्रता सेनानियों ने जिनकी सूची काफी लंबी थी। (प्रमुख थे बहादुर शाह जफर,मंगल पांडे,नाना साहेब,तात्या टोपे,कुंवर सिंह लक्ष्मी बाई ) राज्य हड़पने,धर्म परिवर्तन,रिवाजों से छेड़छाड़,जब रास ना भारतीयों को ये सब आया था।। यूं तो देशभक्ति की ज्वाला हर एक क्रांतिकारी के दिल में थी, छूटी जमीन किसानों से ,जमीदारों की रियासतों का विलय हुआ । ठप्प हुआ हस्तशिल्प कारीगरों का,बच्चों से गुरुकुल मदरसा छीना गया, ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन ने सबका बेड़ा गर्क किया।। चली गई ब्रिटिश सरकार के हाथ में ,सत्ता ईस्ट इंडिया कंपनी से भारत की। 1857 प्रथम स्वतंत्रता संग्राम का ये निर्णायक परिणाम हुआ।।✍🏻 ©Andaaz bayan

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धधक उठी चिंगारी,सैलाब स्वतंत्रता का ये पहला था ।
गाय सूअर की चर्बी वाले कारतूसों ने,"घी "आग में डाला था ।।

तब मौत का कोई खौफ नहीं रह गया,सीने पर गोली खाने को ।
जब मजबूर किया,भारतीयों को,ब्रिटिश इंडिया कंपनी के अमानुषिक व्यवहारों ने।।

तब हल्ला बोला स्वतंत्रता सेनानियों ने जिनकी सूची काफी लंबी थी।
(प्रमुख थे बहादुर शाह जफर,मंगल पांडे,नाना साहेब,तात्या टोपे,कुंवर सिंह लक्ष्मी बाई )
राज्य हड़पने,धर्म परिवर्तन,रिवाजों से छेड़छाड़,जब रास ना भारतीयों को ये सब आया था।।

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छूटी जमीन किसानों से ,जमीदारों की रियासतों का विलय हुआ ।
ठप्प हुआ हस्तशिल्प कारीगरों का,बच्चों से गुरुकुल मदरसा छीना गया,
ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन ने सबका बेड़ा गर्क किया।।

चली गई ब्रिटिश सरकार के हाथ में ,सत्ता ईस्ट इंडिया कंपनी से भारत की।
1857 प्रथम स्वतंत्रता संग्राम का ये निर्णायक परिणाम हुआ।।✍🏻

©Andaaz bayan

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