White नए दौर की नई सी बात है
वक्त कहां अब अपनों के पास है
वैसे तो हर शख़्स खाली - खाली सा है यहाँ
बात बस इतनी सी है कि तस्वीरों में भरा - भरा सा दिखता है यहाँ
अब रिश्तों में दिल कम दिमाग ज्यादा लगने लगा है
इंटरनेट की तरह रिश्तों का इस्तेमाल होने लगा है
जहाँ ,जब, जीतनी , जिसकी जरूरत हो उतने भर का रिचार्ज हो जा रहा है
अब लोग ज़रा झूठे से हो गये है सच बोलने से कतराते हैं
दिखावे के खातिर किसी भी हद से गुज़र जाते हैं
अब कहां लोग किताबों के किस्से कहानियां पढ़ पाते हैं
रील का ज़माना है रियल लाइफ को रील समझ कर लोगो को दिखाते हैं...by Bina singh
©bina singh
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