tags

New रखो मेरी लाज Status, Photo, Video

Find the latest Status about रखो मेरी लाज from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about रखो मेरी लाज.

  • Latest
  • Popular
  • Video

पल्लव की डायरी प्रीत की टूटी डोर ,पैसा प्यार को लील गया घर बसाने का दामोदार था जिस पर वो दरारे लालचो की डालने में पड़ गया दहेज एक्ट बन गया औरतो का हथियार डर कर आदमी अब सहम गया नारी सशक्तिकरण का रूप देखो अस्तित्व पुरुषों का इस जहाँ से खो गया इज्जत की बागडोर पुरुषों ने थामी है बरना औरतो ने लाज शर्म का पर्दा उतार दिया प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव"

#कविता #againstthetide  पल्लव की डायरी
प्रीत की टूटी डोर
,पैसा प्यार को लील गया
घर बसाने का दामोदार था जिस पर
वो दरारे लालचो की डालने में पड़ गया
दहेज एक्ट  बन गया औरतो का हथियार
डर कर आदमी अब सहम गया
नारी सशक्तिकरण का रूप देखो
 अस्तित्व  पुरुषों का इस जहाँ से खो गया
इज्जत की बागडोर पुरुषों ने थामी है
बरना औरतो ने लाज शर्म का  पर्दा उतार दिया
                                                       प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव"

#againstthetide औरतो ने लाज शर्म का पर्दा छोड़ दिया

23 Love

#शायरी #लाज #है  #तू #की

पल्लव की डायरी लाज शर्म के पर्दे खत्म प्रदर्शन जिस्मो के है घरो परिवारों से सुशोभित थी नारी वह आज फूड कल्चरो में है नर की बराबरी पर आने के लिये सारी हदें तोड़ने पर है हाथ बटाने नही परिवारों के साजिशों के तहत बाजारों में है अंग अंग की सजती नुमाइश आबाद कॉस्मेटिक ,ब्यूटी पार्लर फैशनों के सिम्बल है खुद शिकार है नारी बदलाव के लिये लज्जा शर्म संस्कारो को छोड़कर प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव"

#कविता #chaandsifarish  पल्लव की डायरी
  लाज शर्म के पर्दे खत्म
प्रदर्शन जिस्मो के है
घरो परिवारों से सुशोभित थी नारी
वह आज फूड कल्चरो में है
नर की बराबरी पर आने के लिये
सारी हदें तोड़ने पर है
हाथ बटाने नही परिवारों के
साजिशों के तहत बाजारों में है
अंग अंग की सजती नुमाइश
आबाद कॉस्मेटिक ,ब्यूटी पार्लर
फैशनों के सिम्बल है
खुद शिकार है नारी बदलाव के लिये
लज्जा शर्म संस्कारो  को छोड़कर
                                   प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव"

#chaandsifarish लाज शर्म के पर्दे खत्म

24 Love

महफिल में बैठो फक्त, दोस्त के भेष में रकीब की भी जानकारी रखो। मंजिल की तैयारी अधूरी न हो कभी, हार को जीत में बदलने की कलाकारी रखो। हुनर हो हाथों में न कोई, खालिस कुछ कर गुजरने की खुमारी रखो। बात करना किसीसे छोड़ें नहीं, जो अल्फ़ाज़ असर छोड़ जाए, वो समझदारी रखो। लफ्ज़ निकले तो वो शेर सा चमके, शायरी में अपने दिल की अदाकारी रखो। शायरी हो या हो कोई फिक्र-ओ-जुनून, उसमें अपनी असल अदाकारी रखो। कभी न भूलो अपनी राहों का इरादा, मंजिल जो भी हो नज़र शिकारी रखो। सपनों में रंग हो या हकीकत में कोई वीरानी, अपने हौसलों में जीत की सवारी रखो। जो भी करना है, वो पक्की उम्मीद की खुद्दारी रखो। ©नवनीत ठाकुर

#शायरी  महफिल में बैठो फक्त,
दोस्त के भेष में रकीब की भी जानकारी रखो।
मंजिल की तैयारी अधूरी न हो कभी,
हार को जीत में बदलने की कलाकारी रखो।
हुनर हो हाथों में न कोई,
खालिस कुछ कर गुजरने की खुमारी रखो।
बात करना किसीसे छोड़ें नहीं,
जो अल्फ़ाज़ असर छोड़ जाए, वो समझदारी रखो।
लफ्ज़ निकले तो वो शेर सा चमके,
शायरी में अपने दिल की अदाकारी रखो।
शायरी हो या हो कोई फिक्र-ओ-जुनून,
उसमें अपनी असल अदाकारी रखो।
कभी न भूलो अपनी राहों का इरादा,
मंजिल जो भी हो नज़र शिकारी रखो।
सपनों में रंग हो या हकीकत में कोई वीरानी,
अपने हौसलों में जीत की सवारी रखो।
जो भी करना है, वो पक्की उम्मीद की खुद्दारी रखो।

©नवनीत ठाकुर

जीत की तैयारी रखो

12 Love

जिन्दगी के उतार-चढ़ाव में नीयत कहीं डोल न जाए, बावजूद इसके कीमत अपनी भारी रखो। जमाने भर की नफ़रतों के बावजूद, मोहब्बत यूं ही जारी रखो। तुमसे बढ़कर कोई नहीं है इस जहाँ में, इसलिए खुद को सबसे खास जारी रखो। अच्छाई के रास्ते पर चलते रहो हर दम, हर उलझन के बावजूद नेकियां जारी रखो। रुख हवा का हो या दुनिया बदल जाए, अपने दिल की आवाज़ भारी रखो। सफेद कपड़ों पर दाग लग न जाए, तबियत अपनी साफ रखो। दब जाना नहीं ऊंची आवाज़ के तले, अलग अपनी एक पहचान रखो। आ जाएं किसी के भी काम, राहत हमेशा सरकारी रखो। बुरा वक्त आए न किसी का, हाथ बढ़ाने में सरदारी रखो। दूसरों के दुःख-सुख में भागीदार बनो, अपने दिल में इंसानियत की सवारी रखो। ©नवनीत ठाकुर

#मुहब्बत #शायरी  जिन्दगी के उतार-चढ़ाव में नीयत कहीं डोल न जाए,
बावजूद इसके कीमत अपनी भारी रखो।
जमाने भर की नफ़रतों के बावजूद,
मोहब्बत यूं ही जारी रखो।

तुमसे बढ़कर कोई नहीं है इस जहाँ में,
इसलिए खुद को सबसे खास जारी रखो।

अच्छाई के रास्ते पर चलते रहो हर दम,
हर उलझन के बावजूद नेकियां जारी रखो।

रुख हवा का हो या दुनिया बदल जाए,
अपने दिल की आवाज़ भारी रखो।
सफेद कपड़ों पर दाग लग न जाए,
तबियत अपनी साफ रखो।

दब जाना नहीं ऊंची आवाज़ के तले,
अलग अपनी एक पहचान रखो।

आ जाएं किसी के भी काम,
राहत हमेशा सरकारी रखो।

बुरा वक्त आए न किसी का,
हाथ बढ़ाने में सरदारी रखो।
दूसरों के दुःख-सुख में भागीदार बनो,
अपने दिल में इंसानियत की सवारी रखो।

©नवनीत ठाकुर

#मुहब्बत अपनी जारी रखो

16 Love

#मोटिवेशनल #भरोसा #Motivational #खुद #रखो

पल्लव की डायरी प्रीत की टूटी डोर ,पैसा प्यार को लील गया घर बसाने का दामोदार था जिस पर वो दरारे लालचो की डालने में पड़ गया दहेज एक्ट बन गया औरतो का हथियार डर कर आदमी अब सहम गया नारी सशक्तिकरण का रूप देखो अस्तित्व पुरुषों का इस जहाँ से खो गया इज्जत की बागडोर पुरुषों ने थामी है बरना औरतो ने लाज शर्म का पर्दा उतार दिया प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव"

#कविता #againstthetide  पल्लव की डायरी
प्रीत की टूटी डोर
,पैसा प्यार को लील गया
घर बसाने का दामोदार था जिस पर
वो दरारे लालचो की डालने में पड़ गया
दहेज एक्ट  बन गया औरतो का हथियार
डर कर आदमी अब सहम गया
नारी सशक्तिकरण का रूप देखो
 अस्तित्व  पुरुषों का इस जहाँ से खो गया
इज्जत की बागडोर पुरुषों ने थामी है
बरना औरतो ने लाज शर्म का  पर्दा उतार दिया
                                                       प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव"

#againstthetide औरतो ने लाज शर्म का पर्दा छोड़ दिया

23 Love

#शायरी #लाज #है  #तू #की

पल्लव की डायरी लाज शर्म के पर्दे खत्म प्रदर्शन जिस्मो के है घरो परिवारों से सुशोभित थी नारी वह आज फूड कल्चरो में है नर की बराबरी पर आने के लिये सारी हदें तोड़ने पर है हाथ बटाने नही परिवारों के साजिशों के तहत बाजारों में है अंग अंग की सजती नुमाइश आबाद कॉस्मेटिक ,ब्यूटी पार्लर फैशनों के सिम्बल है खुद शिकार है नारी बदलाव के लिये लज्जा शर्म संस्कारो को छोड़कर प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव"

#कविता #chaandsifarish  पल्लव की डायरी
  लाज शर्म के पर्दे खत्म
प्रदर्शन जिस्मो के है
घरो परिवारों से सुशोभित थी नारी
वह आज फूड कल्चरो में है
नर की बराबरी पर आने के लिये
सारी हदें तोड़ने पर है
हाथ बटाने नही परिवारों के
साजिशों के तहत बाजारों में है
अंग अंग की सजती नुमाइश
आबाद कॉस्मेटिक ,ब्यूटी पार्लर
फैशनों के सिम्बल है
खुद शिकार है नारी बदलाव के लिये
लज्जा शर्म संस्कारो  को छोड़कर
                                   प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव"

#chaandsifarish लाज शर्म के पर्दे खत्म

24 Love

महफिल में बैठो फक्त, दोस्त के भेष में रकीब की भी जानकारी रखो। मंजिल की तैयारी अधूरी न हो कभी, हार को जीत में बदलने की कलाकारी रखो। हुनर हो हाथों में न कोई, खालिस कुछ कर गुजरने की खुमारी रखो। बात करना किसीसे छोड़ें नहीं, जो अल्फ़ाज़ असर छोड़ जाए, वो समझदारी रखो। लफ्ज़ निकले तो वो शेर सा चमके, शायरी में अपने दिल की अदाकारी रखो। शायरी हो या हो कोई फिक्र-ओ-जुनून, उसमें अपनी असल अदाकारी रखो। कभी न भूलो अपनी राहों का इरादा, मंजिल जो भी हो नज़र शिकारी रखो। सपनों में रंग हो या हकीकत में कोई वीरानी, अपने हौसलों में जीत की सवारी रखो। जो भी करना है, वो पक्की उम्मीद की खुद्दारी रखो। ©नवनीत ठाकुर

#शायरी  महफिल में बैठो फक्त,
दोस्त के भेष में रकीब की भी जानकारी रखो।
मंजिल की तैयारी अधूरी न हो कभी,
हार को जीत में बदलने की कलाकारी रखो।
हुनर हो हाथों में न कोई,
खालिस कुछ कर गुजरने की खुमारी रखो।
बात करना किसीसे छोड़ें नहीं,
जो अल्फ़ाज़ असर छोड़ जाए, वो समझदारी रखो।
लफ्ज़ निकले तो वो शेर सा चमके,
शायरी में अपने दिल की अदाकारी रखो।
शायरी हो या हो कोई फिक्र-ओ-जुनून,
उसमें अपनी असल अदाकारी रखो।
कभी न भूलो अपनी राहों का इरादा,
मंजिल जो भी हो नज़र शिकारी रखो।
सपनों में रंग हो या हकीकत में कोई वीरानी,
अपने हौसलों में जीत की सवारी रखो।
जो भी करना है, वो पक्की उम्मीद की खुद्दारी रखो।

©नवनीत ठाकुर

जीत की तैयारी रखो

12 Love

जिन्दगी के उतार-चढ़ाव में नीयत कहीं डोल न जाए, बावजूद इसके कीमत अपनी भारी रखो। जमाने भर की नफ़रतों के बावजूद, मोहब्बत यूं ही जारी रखो। तुमसे बढ़कर कोई नहीं है इस जहाँ में, इसलिए खुद को सबसे खास जारी रखो। अच्छाई के रास्ते पर चलते रहो हर दम, हर उलझन के बावजूद नेकियां जारी रखो। रुख हवा का हो या दुनिया बदल जाए, अपने दिल की आवाज़ भारी रखो। सफेद कपड़ों पर दाग लग न जाए, तबियत अपनी साफ रखो। दब जाना नहीं ऊंची आवाज़ के तले, अलग अपनी एक पहचान रखो। आ जाएं किसी के भी काम, राहत हमेशा सरकारी रखो। बुरा वक्त आए न किसी का, हाथ बढ़ाने में सरदारी रखो। दूसरों के दुःख-सुख में भागीदार बनो, अपने दिल में इंसानियत की सवारी रखो। ©नवनीत ठाकुर

#मुहब्बत #शायरी  जिन्दगी के उतार-चढ़ाव में नीयत कहीं डोल न जाए,
बावजूद इसके कीमत अपनी भारी रखो।
जमाने भर की नफ़रतों के बावजूद,
मोहब्बत यूं ही जारी रखो।

तुमसे बढ़कर कोई नहीं है इस जहाँ में,
इसलिए खुद को सबसे खास जारी रखो।

अच्छाई के रास्ते पर चलते रहो हर दम,
हर उलझन के बावजूद नेकियां जारी रखो।

रुख हवा का हो या दुनिया बदल जाए,
अपने दिल की आवाज़ भारी रखो।
सफेद कपड़ों पर दाग लग न जाए,
तबियत अपनी साफ रखो।

दब जाना नहीं ऊंची आवाज़ के तले,
अलग अपनी एक पहचान रखो।

आ जाएं किसी के भी काम,
राहत हमेशा सरकारी रखो।

बुरा वक्त आए न किसी का,
हाथ बढ़ाने में सरदारी रखो।
दूसरों के दुःख-सुख में भागीदार बनो,
अपने दिल में इंसानियत की सवारी रखो।

©नवनीत ठाकुर

#मुहब्बत अपनी जारी रखो

16 Love

#मोटिवेशनल #भरोसा #Motivational #खुद #रखो
Trending Topic