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New अगर दिलबर की रुसवाई Status, Photo, Video

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["मोहब्बत और रुसवाई"] "ग़ालिब, क्यों एक ही सवाल उठता है बार-बार मेरे ज़हन में? ग़ालिब, आखिर कौन चाहता है मोहब्बत में बार-बार रुसवा होना?" ©Mď Âĺfaž" ["Šĥªयरी Ķ. दिवाŇ."]

#रुसवाई #Motivational #dodil #SAD  ["मोहब्बत और रुसवाई"]
"ग़ालिब, क्यों एक ही सवाल उठता है बार-बार मेरे ज़हन में?
ग़ालिब, आखिर कौन चाहता है मोहब्बत में बार-बार रुसवा होना?"

©Mď Âĺfaž" ["Šĥªयरी Ķ. दिवाŇ."]

#"मोहब्बत और #रुसवाई" #dodil #Motivational shayari shayari #SAD shayari in hindi

13 Love

 Unsplash अगर आप सच बोलते है
 तो,आपको अधिक 
याद रखने की जरुरत नहीं !

©Dev singhaniya

अगर आप सच बोलते है तो, आपको अधिक याद रखने की जरुरत नहीं !!

99 View

Unsplash अगर जिंदगी में कामयाब होना चाहते हो तो बोलने से ज्यादा सुनने की आदत ©Sudheesh Shukla

#अगर #लव  Unsplash अगर जिंदगी में कामयाब

होना चाहते हो तो बोलने से ज्यादा सुनने की आदत

©Sudheesh Shukla

#अगर जिंदगी में कामयाब होना चाहते हो तो बोलने से ज्यादा सुनने की आदत

23 Love

है कैद भी अगर

108 View

White दिल की गहराई से वफ़ा करना बाक़ी रुसवाइयों का क्या करना ©Santosh 'Raman' Pathak

#रुसवाई #शायरी #वफ़ा  White दिल की गहराई से वफ़ा करना

बाक़ी रुसवाइयों का क्या करना

©Santosh 'Raman' Pathak

चिंताओं का बोझ अकारण सर पे ढोते, हल्के हो जाते गर अपने मन को धोते, त्याग कपट आडंबर और शंकाएं मन से, सरल सहज हो जाते और चैन से सोते, हुई जहां तक़रार बात ना दिल पर लेते, कष्टों से बच जाते अगर न आपा खोते, सागर से मोती निकाल पाना था सम्भव, गहराई में जाकर अगर लगाते गोते, सागर तट पर है लहरों का शोर-शराबा, मिलता उन्हें सुकून हृदय में करुणा बोते, लहराती फ़सलें मस्ती से झूमे 'गुंजन', करे किसानी और खेत में हल भी जोते, ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ०प्र० ©Shashi Bhushan Mishra

#कविता #अगर  चिंताओं का बोझ अकारण सर पे ढोते,
हल्के हो जाते  गर अपने  मन को धोते,

त्याग कपट आडंबर और शंकाएं मन से,
सरल  सहज  हो जाते और चैन से सोते,

हुई जहां तक़रार बात ना दिल पर लेते,
कष्टों से बच जाते अगर न आपा खोते,

सागर से मोती निकाल पाना था सम्भव,
गहराई  में  जाकर  अगर  लगाते  गोते,

सागर तट पर है  लहरों का शोर-शराबा,
मिलता उन्हें सुकून हृदय में करुणा बोते,

लहराती  फ़सलें  मस्ती से  झूमे 'गुंजन',
करे किसानी और खेत में हल भी जोते,
   ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'
           प्रयागराज उ०प्र०

©Shashi Bhushan Mishra

#अगर न आपा खोते#

12 Love

["मोहब्बत और रुसवाई"] "ग़ालिब, क्यों एक ही सवाल उठता है बार-बार मेरे ज़हन में? ग़ालिब, आखिर कौन चाहता है मोहब्बत में बार-बार रुसवा होना?" ©Mď Âĺfaž" ["Šĥªयरी Ķ. दिवाŇ."]

#रुसवाई #Motivational #dodil #SAD  ["मोहब्बत और रुसवाई"]
"ग़ालिब, क्यों एक ही सवाल उठता है बार-बार मेरे ज़हन में?
ग़ालिब, आखिर कौन चाहता है मोहब्बत में बार-बार रुसवा होना?"

©Mď Âĺfaž" ["Šĥªयरी Ķ. दिवाŇ."]

#"मोहब्बत और #रुसवाई" #dodil #Motivational shayari shayari #SAD shayari in hindi

13 Love

 Unsplash अगर आप सच बोलते है
 तो,आपको अधिक 
याद रखने की जरुरत नहीं !

©Dev singhaniya

अगर आप सच बोलते है तो, आपको अधिक याद रखने की जरुरत नहीं !!

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Unsplash अगर जिंदगी में कामयाब होना चाहते हो तो बोलने से ज्यादा सुनने की आदत ©Sudheesh Shukla

#अगर #लव  Unsplash अगर जिंदगी में कामयाब

होना चाहते हो तो बोलने से ज्यादा सुनने की आदत

©Sudheesh Shukla

#अगर जिंदगी में कामयाब होना चाहते हो तो बोलने से ज्यादा सुनने की आदत

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है कैद भी अगर

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White दिल की गहराई से वफ़ा करना बाक़ी रुसवाइयों का क्या करना ©Santosh 'Raman' Pathak

#रुसवाई #शायरी #वफ़ा  White दिल की गहराई से वफ़ा करना

बाक़ी रुसवाइयों का क्या करना

©Santosh 'Raman' Pathak

चिंताओं का बोझ अकारण सर पे ढोते, हल्के हो जाते गर अपने मन को धोते, त्याग कपट आडंबर और शंकाएं मन से, सरल सहज हो जाते और चैन से सोते, हुई जहां तक़रार बात ना दिल पर लेते, कष्टों से बच जाते अगर न आपा खोते, सागर से मोती निकाल पाना था सम्भव, गहराई में जाकर अगर लगाते गोते, सागर तट पर है लहरों का शोर-शराबा, मिलता उन्हें सुकून हृदय में करुणा बोते, लहराती फ़सलें मस्ती से झूमे 'गुंजन', करे किसानी और खेत में हल भी जोते, ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ०प्र० ©Shashi Bhushan Mishra

#कविता #अगर  चिंताओं का बोझ अकारण सर पे ढोते,
हल्के हो जाते  गर अपने  मन को धोते,

त्याग कपट आडंबर और शंकाएं मन से,
सरल  सहज  हो जाते और चैन से सोते,

हुई जहां तक़रार बात ना दिल पर लेते,
कष्टों से बच जाते अगर न आपा खोते,

सागर से मोती निकाल पाना था सम्भव,
गहराई  में  जाकर  अगर  लगाते  गोते,

सागर तट पर है  लहरों का शोर-शराबा,
मिलता उन्हें सुकून हृदय में करुणा बोते,

लहराती  फ़सलें  मस्ती से  झूमे 'गुंजन',
करे किसानी और खेत में हल भी जोते,
   ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'
           प्रयागराज उ०प्र०

©Shashi Bhushan Mishra

#अगर न आपा खोते#

12 Love

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