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New rangeela और नीरज के लोकगीत Status, Photo, Video

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White अच्छाई और बुराइ हर इंसान के अंदर होती है। एक बार एक महात्मा ने सफेद पेपर एक दीवार के ऊपर चिपकाया और उस पर एक काली डोट लगा दी और लोगों से पूछा कि बताओ तुम्हें इसमें क्या दिखाई दे रहा है? लोगों ने कहा कि हमें काली डोट दिखाई दे रही है। इस पर महात्मा ने कहा बड़ी अजीब बात है । तुम्हे इतना बड़ा सफेद पेपर नहीं दिखाई दिया जो तुम्हे काली डोट दिखाई दी, लोग बड़े शर्मिंदा हुए, महात्मा से माफी भी मांगी। महात्मा का कहना था यही आज की सच्चाई है। इंसान की अच्छाइयां किसी को नज़र नहीं आती, लेकिन उसकी एक छोटी सी ग़लती उसको पकड़ कर उनमें बुराइयां नज़र आने लगती है और यही आज की वास्तविकता भी है ©Gaurav pawar

#Motivational #Sad_Status  White अच्छाई और बुराइ हर इंसान के अंदर होती है। एक बार एक महात्मा ने सफेद पेपर एक दीवार के ऊपर चिपकाया और उस पर एक काली डोट लगा दी और लोगों से पूछा कि बताओ तुम्हें इसमें क्या दिखाई दे रहा है? लोगों ने कहा कि हमें काली डोट दिखाई दे रही है। इस पर महात्मा ने कहा बड़ी अजीब बात है । तुम्हे इतना बड़ा सफेद पेपर नहीं दिखाई दिया जो तुम्हे काली डोट दिखाई दी, लोग बड़े शर्मिंदा हुए, महात्मा से माफी भी मांगी। महात्मा का कहना था यही आज की सच्चाई है। इंसान की अच्छाइयां किसी को नज़र नहीं आती, लेकिन उसकी एक छोटी सी ग़लती उसको पकड़ कर उनमें बुराइयां नज़र आने लगती है और यही आज की वास्तविकता भी है

©Gaurav pawar

#Sad_Status अच्छाई और बुराइ हर इंसान के अंदर होती है।

15 Love

पल्लव की डायरी उनके अमृत काल और गारंटी देना बेचैन अब आमजन को कर रहे है हादसों पर लीपा पोती दबंगई खबरों और सच्चाई दिखाने पर कर रहे है बदइंतजामी के सारे रिकार्ड हो चुके कायम सबक सारे खो चुके है अपनी पीठ थपथपाते विज्ञापनों में मगर दिल्ली जैसे रेलवे स्टेशनों पर भगदड़ व्यवस्था की पोल खोलते है ट्वीट ट्वीट खेल कर मन्त्री गुमराह देश को करते है कुंभ एक आस्थाओं का संगम है जो हमारी संस्कृति को जिंदा रखते है घटित घटनाओं पर बस किसी का नही है मगर इंतजाम और संवेदना से मरहम भर सकते है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव"

#कविता #Raftaar  पल्लव की डायरी
उनके अमृत काल और गारंटी देना
बेचैन अब आमजन को कर रहे है
हादसों पर लीपा पोती
दबंगई खबरों और सच्चाई दिखाने पर कर रहे है
बदइंतजामी के सारे रिकार्ड हो चुके कायम
सबक सारे खो चुके है
अपनी पीठ थपथपाते विज्ञापनों में
मगर दिल्ली जैसे रेलवे स्टेशनों पर
भगदड़ व्यवस्था की पोल खोलते है
ट्वीट ट्वीट खेल कर मन्त्री
गुमराह देश को करते है
कुंभ एक आस्थाओं का संगम है
जो हमारी संस्कृति को जिंदा रखते है
घटित घटनाओं पर बस किसी का नही है
मगर इंतजाम और संवेदना से मरहम भर सकते है
                                      प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव"

#Raftaar इंतजाम और संवेदना के मरहम भर सकते है

17 Love

White मरने और उम्र ज्यादा होने के बाद जीवन बीमा नहीं होगा, और सेहत बिगड़ने के बाद हेल्थ इन्शुरन्स नहीं होगा. ?? ©TARUN KUMAR VIMAL

#tarun_kumar_vimal #tarunkumarvimal #insurance #Thinking  White मरने और उम्र ज्यादा होने के बाद जीवन बीमा नहीं होगा,
और सेहत बिगड़ने के बाद हेल्थ इन्शुरन्स नहीं होगा.
??

©TARUN KUMAR VIMAL

#Thinking मरने और उम्र ज्यादा होने के बाद जीवन बीमा नहीं होगा, और सेहत बिगड़ने के बाद हेल्थ इन्शुरन्स नहीं होगा. #insurance #tarun_kumar_vima

13 Love

आंख के सामने कोई आंख में हैं और कोई आइने के बाहर कोई आइने में और कोई समझदार को समझा दो कोई बेवकूफ उसके जैसा नहीं हैं और कोई ©gaTTubaba

#शायरी #skylining  आंख के सामने कोई
आंख में हैं और कोई

आइने के बाहर कोई
आइने में और कोई 

समझदार को 
समझा दो कोई 

बेवकूफ उसके जैसा 
नहीं हैं और कोई

©gaTTubaba

#skylining आंख के सामने कोई आंख में हैं और कोई आइने के बाहर कोई आइने में और कोई समझदार को समझा दो कोई

20 Love

#Quotes  White लाम्हे कुछ पल के होते है.....! 
और यादे उम्र भर के लिए होती है....!!

©Rameshkumar Mehra Mehra

# लम्हे कुछ पल के लिए होते है,और यादे उम्र भर के लिए होती है....

117 View

Unsplash कुछ ख्वाब चमन में पलकों की हम छोड़ के सोते हैं । एहसासों से मन का रिश्ता अब जोड़ के सोते हैं । पूछो न मेरे हमदम कितनी अब सर्द हिज़्र की राते हैं, इक कम्बल तेरी यादों की हम ओढ़ के सोते हैं । नीरज निश्चल ©Lakhnavi shayar 2.O

#प्यार #कविता #शायरी #इश्क #नीरज  Unsplash कुछ ख्वाब चमन में पलकों की हम छोड़ के सोते हैं ।
एहसासों से मन का रिश्ता अब जोड़ के सोते हैं ।
पूछो न मेरे हमदम कितनी अब सर्द हिज़्र की राते हैं,
इक कम्बल तेरी यादों की हम ओढ़ के सोते हैं ।

नीरज निश्चल

©Lakhnavi shayar 2.O

White अच्छाई और बुराइ हर इंसान के अंदर होती है। एक बार एक महात्मा ने सफेद पेपर एक दीवार के ऊपर चिपकाया और उस पर एक काली डोट लगा दी और लोगों से पूछा कि बताओ तुम्हें इसमें क्या दिखाई दे रहा है? लोगों ने कहा कि हमें काली डोट दिखाई दे रही है। इस पर महात्मा ने कहा बड़ी अजीब बात है । तुम्हे इतना बड़ा सफेद पेपर नहीं दिखाई दिया जो तुम्हे काली डोट दिखाई दी, लोग बड़े शर्मिंदा हुए, महात्मा से माफी भी मांगी। महात्मा का कहना था यही आज की सच्चाई है। इंसान की अच्छाइयां किसी को नज़र नहीं आती, लेकिन उसकी एक छोटी सी ग़लती उसको पकड़ कर उनमें बुराइयां नज़र आने लगती है और यही आज की वास्तविकता भी है ©Gaurav pawar

#Motivational #Sad_Status  White अच्छाई और बुराइ हर इंसान के अंदर होती है। एक बार एक महात्मा ने सफेद पेपर एक दीवार के ऊपर चिपकाया और उस पर एक काली डोट लगा दी और लोगों से पूछा कि बताओ तुम्हें इसमें क्या दिखाई दे रहा है? लोगों ने कहा कि हमें काली डोट दिखाई दे रही है। इस पर महात्मा ने कहा बड़ी अजीब बात है । तुम्हे इतना बड़ा सफेद पेपर नहीं दिखाई दिया जो तुम्हे काली डोट दिखाई दी, लोग बड़े शर्मिंदा हुए, महात्मा से माफी भी मांगी। महात्मा का कहना था यही आज की सच्चाई है। इंसान की अच्छाइयां किसी को नज़र नहीं आती, लेकिन उसकी एक छोटी सी ग़लती उसको पकड़ कर उनमें बुराइयां नज़र आने लगती है और यही आज की वास्तविकता भी है

©Gaurav pawar

#Sad_Status अच्छाई और बुराइ हर इंसान के अंदर होती है।

15 Love

पल्लव की डायरी उनके अमृत काल और गारंटी देना बेचैन अब आमजन को कर रहे है हादसों पर लीपा पोती दबंगई खबरों और सच्चाई दिखाने पर कर रहे है बदइंतजामी के सारे रिकार्ड हो चुके कायम सबक सारे खो चुके है अपनी पीठ थपथपाते विज्ञापनों में मगर दिल्ली जैसे रेलवे स्टेशनों पर भगदड़ व्यवस्था की पोल खोलते है ट्वीट ट्वीट खेल कर मन्त्री गुमराह देश को करते है कुंभ एक आस्थाओं का संगम है जो हमारी संस्कृति को जिंदा रखते है घटित घटनाओं पर बस किसी का नही है मगर इंतजाम और संवेदना से मरहम भर सकते है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव"

#कविता #Raftaar  पल्लव की डायरी
उनके अमृत काल और गारंटी देना
बेचैन अब आमजन को कर रहे है
हादसों पर लीपा पोती
दबंगई खबरों और सच्चाई दिखाने पर कर रहे है
बदइंतजामी के सारे रिकार्ड हो चुके कायम
सबक सारे खो चुके है
अपनी पीठ थपथपाते विज्ञापनों में
मगर दिल्ली जैसे रेलवे स्टेशनों पर
भगदड़ व्यवस्था की पोल खोलते है
ट्वीट ट्वीट खेल कर मन्त्री
गुमराह देश को करते है
कुंभ एक आस्थाओं का संगम है
जो हमारी संस्कृति को जिंदा रखते है
घटित घटनाओं पर बस किसी का नही है
मगर इंतजाम और संवेदना से मरहम भर सकते है
                                      प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव"

#Raftaar इंतजाम और संवेदना के मरहम भर सकते है

17 Love

White मरने और उम्र ज्यादा होने के बाद जीवन बीमा नहीं होगा, और सेहत बिगड़ने के बाद हेल्थ इन्शुरन्स नहीं होगा. ?? ©TARUN KUMAR VIMAL

#tarun_kumar_vimal #tarunkumarvimal #insurance #Thinking  White मरने और उम्र ज्यादा होने के बाद जीवन बीमा नहीं होगा,
और सेहत बिगड़ने के बाद हेल्थ इन्शुरन्स नहीं होगा.
??

©TARUN KUMAR VIMAL

#Thinking मरने और उम्र ज्यादा होने के बाद जीवन बीमा नहीं होगा, और सेहत बिगड़ने के बाद हेल्थ इन्शुरन्स नहीं होगा. #insurance #tarun_kumar_vima

13 Love

आंख के सामने कोई आंख में हैं और कोई आइने के बाहर कोई आइने में और कोई समझदार को समझा दो कोई बेवकूफ उसके जैसा नहीं हैं और कोई ©gaTTubaba

#शायरी #skylining  आंख के सामने कोई
आंख में हैं और कोई

आइने के बाहर कोई
आइने में और कोई 

समझदार को 
समझा दो कोई 

बेवकूफ उसके जैसा 
नहीं हैं और कोई

©gaTTubaba

#skylining आंख के सामने कोई आंख में हैं और कोई आइने के बाहर कोई आइने में और कोई समझदार को समझा दो कोई

20 Love

#Quotes  White लाम्हे कुछ पल के होते है.....! 
और यादे उम्र भर के लिए होती है....!!

©Rameshkumar Mehra Mehra

# लम्हे कुछ पल के लिए होते है,और यादे उम्र भर के लिए होती है....

117 View

Unsplash कुछ ख्वाब चमन में पलकों की हम छोड़ के सोते हैं । एहसासों से मन का रिश्ता अब जोड़ के सोते हैं । पूछो न मेरे हमदम कितनी अब सर्द हिज़्र की राते हैं, इक कम्बल तेरी यादों की हम ओढ़ के सोते हैं । नीरज निश्चल ©Lakhnavi shayar 2.O

#प्यार #कविता #शायरी #इश्क #नीरज  Unsplash कुछ ख्वाब चमन में पलकों की हम छोड़ के सोते हैं ।
एहसासों से मन का रिश्ता अब जोड़ के सोते हैं ।
पूछो न मेरे हमदम कितनी अब सर्द हिज़्र की राते हैं,
इक कम्बल तेरी यादों की हम ओढ़ के सोते हैं ।

नीरज निश्चल

©Lakhnavi shayar 2.O
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