tags

New प्रजातियां होती Status, Photo, Video

Find the latest Status about प्रजातियां होती from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about प्रजातियां होती.

  • Latest
  • Popular
  • Video

White विटप का हिस्सा होती अगर विटप का हिस्सा होती । ना तमन्ना, ना ज्ञान की अभिलाषा होती , फल -फूल, छांव देना ही मेरी परिभाषा होती । अगर विटप का हिस्सा होती । मोहब्बत के लिए फूल देती, भिखारी को फल देती , जलते पांव को छांव देती। अगर विटप का हिस्सा होती। परिंदे के पंखों को विराम देती, थके हुए जिस्म को आराम देती, सुख लकड़ी गिर भी जाती, तो किसी के बुढ़ापे का सहारा होती । अगर विटप का हिस्सा होती। ©Priyanka pilibanga

#कविता  White  विटप का हिस्सा होती

अगर विटप का हिस्सा होती ।
ना तमन्ना, ना ज्ञान की अभिलाषा होती ,
फल -फूल, छांव देना ही मेरी परिभाषा होती ।
अगर विटप का हिस्सा होती ।
मोहब्बत के लिए फूल देती,
भिखारी को फल देती ,
जलते पांव को छांव देती।
अगर विटप का हिस्सा होती।
परिंदे के पंखों को विराम देती,
थके हुए जिस्म को आराम देती, 
सुख लकड़ी गिर भी जाती, 
तो किसी के बुढ़ापे का सहारा होती ।
अगर विटप का हिस्सा होती।

©Priyanka pilibanga

अगर विटप का हिस्सा होती

26 Love

White नौकरी बजानी होती है सहाब, झोला उठाकर निकल जाता हूं लौट आता निस्तेज मै क्या करूं, पेट बडा हो गया है मेरा सब डकार जाता है रद्दी हो या बेकार, नौकरी बजानी होती है सहाब पकने लगे है अब बाल मेरे , सब पता है फिर भी चलायमान तन मन, रूकता कहां है थमता कहां है हा ठिकाना भी जानता हूं साठ के बाद का वही पिछले का पुराना पलंग , गंदी तकिया और वो अंतिम पथ का प्रथम कोना। हास्यपद है फिर भी नौकरी बजानी पडती है सहाब। ©अभिव्यक्ति और अहसास -राहुल आरेज

#मोटिवेशनल  White नौकरी बजानी होती है सहाब,
झोला उठाकर निकल जाता हूं 
लौट आता निस्तेज 
मै क्या करूं,
पेट बडा हो गया है मेरा 
सब डकार जाता है 
रद्दी हो या बेकार,
नौकरी बजानी होती है सहाब
पकने लगे है अब बाल मेरे ,
सब पता है फिर भी चलायमान तन मन,
रूकता कहां है थमता कहां है 
हा ठिकाना भी जानता हूं 
साठ के बाद का 
वही पिछले का पुराना पलंग ,
गंदी तकिया  और वो अंतिम पथ का प्रथम कोना।
हास्यपद है फिर भी 
नौकरी बजानी पडती है सहाब।

©अभिव्यक्ति और अहसास -राहुल आरेज

नौकरी बजानी होती है सहाब

11 Love

#मोटिवेशनल #मोटिवेशन #विनोद #मिश्र

"होशियार तो लोमड़ी भी होती है परन्तु वह रोमहर्षक और अनुकरणीय नहीं होती है." #विनोद #मिश्र #मोटिवेशन ✍️

108 View

दूसरों के हिसाब से चल रही होती तो मेरी किताब कोरी होती मनमर्जियां, बेबाकियाँ,उसकी चाहत अधूरी होती Su👁️

99 View

#कॉमेडी

मेल और फीमेल में क्या समानता होती है

81 View

#विचार  आप सभी भाईयों से रिक्वेस्ट है कुहेसा मे गाडी धीरे चलाये क्योंकि गाडी तो मील जायेगी पर आप जैसा भाई मूझे नही मीलेगा थोडा धीरे चले आगे कुहेसा है आप बचे और दूसरो को भी बचाये सब ग्रुप में शेयर कर दे

©RAMLALIT NIRALA

किमत सोना और चांदी की नहीं होती किमत जान कि होती है बचालो आप के ही हाथ में है

63 View

White विटप का हिस्सा होती अगर विटप का हिस्सा होती । ना तमन्ना, ना ज्ञान की अभिलाषा होती , फल -फूल, छांव देना ही मेरी परिभाषा होती । अगर विटप का हिस्सा होती । मोहब्बत के लिए फूल देती, भिखारी को फल देती , जलते पांव को छांव देती। अगर विटप का हिस्सा होती। परिंदे के पंखों को विराम देती, थके हुए जिस्म को आराम देती, सुख लकड़ी गिर भी जाती, तो किसी के बुढ़ापे का सहारा होती । अगर विटप का हिस्सा होती। ©Priyanka pilibanga

#कविता  White  विटप का हिस्सा होती

अगर विटप का हिस्सा होती ।
ना तमन्ना, ना ज्ञान की अभिलाषा होती ,
फल -फूल, छांव देना ही मेरी परिभाषा होती ।
अगर विटप का हिस्सा होती ।
मोहब्बत के लिए फूल देती,
भिखारी को फल देती ,
जलते पांव को छांव देती।
अगर विटप का हिस्सा होती।
परिंदे के पंखों को विराम देती,
थके हुए जिस्म को आराम देती, 
सुख लकड़ी गिर भी जाती, 
तो किसी के बुढ़ापे का सहारा होती ।
अगर विटप का हिस्सा होती।

©Priyanka pilibanga

अगर विटप का हिस्सा होती

26 Love

White नौकरी बजानी होती है सहाब, झोला उठाकर निकल जाता हूं लौट आता निस्तेज मै क्या करूं, पेट बडा हो गया है मेरा सब डकार जाता है रद्दी हो या बेकार, नौकरी बजानी होती है सहाब पकने लगे है अब बाल मेरे , सब पता है फिर भी चलायमान तन मन, रूकता कहां है थमता कहां है हा ठिकाना भी जानता हूं साठ के बाद का वही पिछले का पुराना पलंग , गंदी तकिया और वो अंतिम पथ का प्रथम कोना। हास्यपद है फिर भी नौकरी बजानी पडती है सहाब। ©अभिव्यक्ति और अहसास -राहुल आरेज

#मोटिवेशनल  White नौकरी बजानी होती है सहाब,
झोला उठाकर निकल जाता हूं 
लौट आता निस्तेज 
मै क्या करूं,
पेट बडा हो गया है मेरा 
सब डकार जाता है 
रद्दी हो या बेकार,
नौकरी बजानी होती है सहाब
पकने लगे है अब बाल मेरे ,
सब पता है फिर भी चलायमान तन मन,
रूकता कहां है थमता कहां है 
हा ठिकाना भी जानता हूं 
साठ के बाद का 
वही पिछले का पुराना पलंग ,
गंदी तकिया  और वो अंतिम पथ का प्रथम कोना।
हास्यपद है फिर भी 
नौकरी बजानी पडती है सहाब।

©अभिव्यक्ति और अहसास -राहुल आरेज

नौकरी बजानी होती है सहाब

11 Love

#मोटिवेशनल #मोटिवेशन #विनोद #मिश्र

"होशियार तो लोमड़ी भी होती है परन्तु वह रोमहर्षक और अनुकरणीय नहीं होती है." #विनोद #मिश्र #मोटिवेशन ✍️

108 View

दूसरों के हिसाब से चल रही होती तो मेरी किताब कोरी होती मनमर्जियां, बेबाकियाँ,उसकी चाहत अधूरी होती Su👁️

99 View

#कॉमेडी

मेल और फीमेल में क्या समानता होती है

81 View

#विचार  आप सभी भाईयों से रिक्वेस्ट है कुहेसा मे गाडी धीरे चलाये क्योंकि गाडी तो मील जायेगी पर आप जैसा भाई मूझे नही मीलेगा थोडा धीरे चले आगे कुहेसा है आप बचे और दूसरो को भी बचाये सब ग्रुप में शेयर कर दे

©RAMLALIT NIRALA

किमत सोना और चांदी की नहीं होती किमत जान कि होती है बचालो आप के ही हाथ में है

63 View

Trending Topic