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White "तेरी हर बात मोहब्बत में गँवारा करके, दिल के बाज़ार में बैठे हैं खसारा करके। मैं वो दरिया हूँ कि हर बूंद भंवर है जिसकी, तुमने अच्छा ही किया मुझसे किनारा करके। ©Veeru Kumar

#चाहिए—इश्क #दोस्ती #बिलकुल #शायरी #बताइए #और—तो  White 

"तेरी हर बात मोहब्बत में गँवारा करके,
दिल के बाज़ार में बैठे हैं खसारा करके।
मैं वो दरिया हूँ कि हर बूंद भंवर है जिसकी,
तुमने अच्छा ही किया मुझसे किनारा करके।

©Veeru Kumar
#कविता #इश्क  White सांसों में शामिल  धीरे-धीरे किसी का नाम होता है 
तब कहीं किसी की खातिर दिल में एहतराम होता है

इश्क बस इश्क है एलान-ए-जंग नहीं है कोई 
मोहब्बत में बहुत कुछ इशारों का काम होता है

ये जरूरी नहीं की बताया जाए हर किसी को 
    इश्क मसला निजी है खामोशी से सरेआम होता है ...
🌿

©YashrajB Sharma

#इश्क

108 View

White इज़हारे-ए- इश्क की आदत है, तुम पर ही मरते रहने की, चाहे तुम तोड़ दो सारे ख़्वाब फिर भी तुम्हें ही मुकम्मल करने की, इज़हार-ए-इश्क की आदत है, तुम्हारे सांसों की एक तार में बस जाने की, तुम कितना भी रूठ जाओ हमसे तुम्हें मनाने की, इज़हार-ए-इश्क की आदत है, खुदा की इबादत में तुमसे कुछ कहने की, तेरे पहलू में आकर तुमसे लिपट जाने की, इज़हार-ए-इश्क की आदत है, तुम्हें अपना बनाने की। ✍🏼deeptigarg ❤ ©Diya

#इज़हार #कविता #Diyakikalamse #इश्क #love_shayari  White इज़हारे-ए- इश्क की आदत है,
तुम पर ही मरते रहने की,
चाहे तुम तोड़ दो सारे ख़्वाब फिर
भी तुम्हें ही मुकम्मल करने की,
इज़हार-ए-इश्क की आदत है,
तुम्हारे सांसों की एक तार में बस 
जाने की,
तुम कितना भी रूठ जाओ हमसे 
तुम्हें मनाने की,
इज़हार-ए-इश्क की आदत है,
खुदा की इबादत में तुमसे कुछ 
कहने की,
तेरे पहलू में आकर तुमसे लिपट 
जाने की,
इज़हार-ए-इश्क की आदत है,
तुम्हें अपना बनाने की।
✍🏼deeptigarg ❤

©Diya

White शबनम के दिल में इश्क की धड़कनें है बर्फ जैसे मौसम में हजारों अड़चने हैं ©Ram Prakash

#शायरी #Sad_Status  White  शबनम के दिल में इश्क की
धड़कनें
है

बर्फ जैसे मौसम में हजारों
अड़चने
हैं

©Ram Prakash

#Sad_Status इश्क इश्क

22 Love

White शीशे का जिस्म है पत्थरों के शहर में संभल कर चले तो अपनी ही जिंदगी से इश्क हो जाएगा ©Ram Prakash

#शायरी #GoodNight  White  शीशे का जिस्म है
पत्थरों के
शहर
में

संभल कर चले तो अपनी ही
जिंदगी से इश्क हो
जाएगा

©Ram Prakash

#GoodNight इश्क इश्क

16 Love

चलो अच्छा है कोई रोकने वाला नहीं है, सफ़र तन्हा है कोई टोकने वाला नहीं है, जुवाँ खामोश भी रखूँ तो कागज़ बोलता है, डरें क्यों अब यहाँ कोई भौंकने वाला नहीं है, उन्हें गुमान उनकी हर रज़ा मक़बूल होगी, फ़लक पर कोई कीचड़ फेंकने वाला नहीं है, मैं तन्हा हूँ मुकम्मल साथ मेरी शायरी है, बुझा चूल्हा है रोटी सेंकने वाला नहीं है, वो बन ठनकर निकलते हैं बड़ी मसरूफियत से, है दर्द-ए-दिल बहुत कोई देखने वाला नहीं है, जो मन में आता है बेखौफ़ बोलता हूँ अब, शुक्र है अब मेरे मुँह पर कोई ताला नहीं है, वही लिखता हूँ जो महसूस मैं करता हूँ 'गुंजन', हमारे दिल में नफ़रत का कोई जाला नहीं है, ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ०प्र० ©Shashi Bhushan Mishra

#कविता #चलो  चलो अच्छा है कोई रोकने वाला नहीं है,  
सफ़र तन्हा है कोई टोकने वाला नहीं है,  

जुवाँ खामोश भी रखूँ तो कागज़ बोलता है,  
डरें क्यों अब यहाँ कोई भौंकने वाला नहीं है,  

उन्हें गुमान उनकी हर रज़ा मक़बूल होगी,  
फ़लक पर कोई कीचड़ फेंकने वाला नहीं है,  

मैं तन्हा हूँ मुकम्मल साथ मेरी शायरी है,  
बुझा चूल्हा है  रोटी सेंकने वाला नहीं है,  

वो बन ठनकर निकलते हैं बड़ी मसरूफियत से,  
है दर्द-ए-दिल बहुत कोई देखने वाला नहीं है,  

जो मन में आता है बेखौफ़ बोलता हूँ अब,  
शुक्र है अब मेरे मुँह पर कोई ताला नहीं है,  

वही लिखता हूँ जो महसूस मैं करता हूँ 'गुंजन',  
हमारे दिल में नफ़रत का कोई जाला नहीं है,  
      ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'
               प्रयागराज उ०प्र०

©Shashi Bhushan Mishra

#चलो अच्छा है कोई रोकने वाला नहीं है#

9 Love

White "तेरी हर बात मोहब्बत में गँवारा करके, दिल के बाज़ार में बैठे हैं खसारा करके। मैं वो दरिया हूँ कि हर बूंद भंवर है जिसकी, तुमने अच्छा ही किया मुझसे किनारा करके। ©Veeru Kumar

#चाहिए—इश्क #दोस्ती #बिलकुल #शायरी #बताइए #और—तो  White 

"तेरी हर बात मोहब्बत में गँवारा करके,
दिल के बाज़ार में बैठे हैं खसारा करके।
मैं वो दरिया हूँ कि हर बूंद भंवर है जिसकी,
तुमने अच्छा ही किया मुझसे किनारा करके।

©Veeru Kumar
#कविता #इश्क  White सांसों में शामिल  धीरे-धीरे किसी का नाम होता है 
तब कहीं किसी की खातिर दिल में एहतराम होता है

इश्क बस इश्क है एलान-ए-जंग नहीं है कोई 
मोहब्बत में बहुत कुछ इशारों का काम होता है

ये जरूरी नहीं की बताया जाए हर किसी को 
    इश्क मसला निजी है खामोशी से सरेआम होता है ...
🌿

©YashrajB Sharma

#इश्क

108 View

White इज़हारे-ए- इश्क की आदत है, तुम पर ही मरते रहने की, चाहे तुम तोड़ दो सारे ख़्वाब फिर भी तुम्हें ही मुकम्मल करने की, इज़हार-ए-इश्क की आदत है, तुम्हारे सांसों की एक तार में बस जाने की, तुम कितना भी रूठ जाओ हमसे तुम्हें मनाने की, इज़हार-ए-इश्क की आदत है, खुदा की इबादत में तुमसे कुछ कहने की, तेरे पहलू में आकर तुमसे लिपट जाने की, इज़हार-ए-इश्क की आदत है, तुम्हें अपना बनाने की। ✍🏼deeptigarg ❤ ©Diya

#इज़हार #कविता #Diyakikalamse #इश्क #love_shayari  White इज़हारे-ए- इश्क की आदत है,
तुम पर ही मरते रहने की,
चाहे तुम तोड़ दो सारे ख़्वाब फिर
भी तुम्हें ही मुकम्मल करने की,
इज़हार-ए-इश्क की आदत है,
तुम्हारे सांसों की एक तार में बस 
जाने की,
तुम कितना भी रूठ जाओ हमसे 
तुम्हें मनाने की,
इज़हार-ए-इश्क की आदत है,
खुदा की इबादत में तुमसे कुछ 
कहने की,
तेरे पहलू में आकर तुमसे लिपट 
जाने की,
इज़हार-ए-इश्क की आदत है,
तुम्हें अपना बनाने की।
✍🏼deeptigarg ❤

©Diya

White शबनम के दिल में इश्क की धड़कनें है बर्फ जैसे मौसम में हजारों अड़चने हैं ©Ram Prakash

#शायरी #Sad_Status  White  शबनम के दिल में इश्क की
धड़कनें
है

बर्फ जैसे मौसम में हजारों
अड़चने
हैं

©Ram Prakash

#Sad_Status इश्क इश्क

22 Love

White शीशे का जिस्म है पत्थरों के शहर में संभल कर चले तो अपनी ही जिंदगी से इश्क हो जाएगा ©Ram Prakash

#शायरी #GoodNight  White  शीशे का जिस्म है
पत्थरों के
शहर
में

संभल कर चले तो अपनी ही
जिंदगी से इश्क हो
जाएगा

©Ram Prakash

#GoodNight इश्क इश्क

16 Love

चलो अच्छा है कोई रोकने वाला नहीं है, सफ़र तन्हा है कोई टोकने वाला नहीं है, जुवाँ खामोश भी रखूँ तो कागज़ बोलता है, डरें क्यों अब यहाँ कोई भौंकने वाला नहीं है, उन्हें गुमान उनकी हर रज़ा मक़बूल होगी, फ़लक पर कोई कीचड़ फेंकने वाला नहीं है, मैं तन्हा हूँ मुकम्मल साथ मेरी शायरी है, बुझा चूल्हा है रोटी सेंकने वाला नहीं है, वो बन ठनकर निकलते हैं बड़ी मसरूफियत से, है दर्द-ए-दिल बहुत कोई देखने वाला नहीं है, जो मन में आता है बेखौफ़ बोलता हूँ अब, शुक्र है अब मेरे मुँह पर कोई ताला नहीं है, वही लिखता हूँ जो महसूस मैं करता हूँ 'गुंजन', हमारे दिल में नफ़रत का कोई जाला नहीं है, ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ०प्र० ©Shashi Bhushan Mishra

#कविता #चलो  चलो अच्छा है कोई रोकने वाला नहीं है,  
सफ़र तन्हा है कोई टोकने वाला नहीं है,  

जुवाँ खामोश भी रखूँ तो कागज़ बोलता है,  
डरें क्यों अब यहाँ कोई भौंकने वाला नहीं है,  

उन्हें गुमान उनकी हर रज़ा मक़बूल होगी,  
फ़लक पर कोई कीचड़ फेंकने वाला नहीं है,  

मैं तन्हा हूँ मुकम्मल साथ मेरी शायरी है,  
बुझा चूल्हा है  रोटी सेंकने वाला नहीं है,  

वो बन ठनकर निकलते हैं बड़ी मसरूफियत से,  
है दर्द-ए-दिल बहुत कोई देखने वाला नहीं है,  

जो मन में आता है बेखौफ़ बोलता हूँ अब,  
शुक्र है अब मेरे मुँह पर कोई ताला नहीं है,  

वही लिखता हूँ जो महसूस मैं करता हूँ 'गुंजन',  
हमारे दिल में नफ़रत का कोई जाला नहीं है,  
      ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'
               प्रयागराज उ०प्र०

©Shashi Bhushan Mishra

#चलो अच्छा है कोई रोकने वाला नहीं है#

9 Love

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