tags

New रच्छा बन्धन कब है 2020 Status, Photo, Video

Find the latest Status about रच्छा बन्धन कब है 2020 from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about रच्छा बन्धन कब है 2020.

  • Latest
  • Popular
  • Video

अगर संस्कार_ नहीं है, तो बंधन_लाख लगा लो बिगड़ने_ वाला बिगड़ ही जाता है!! ©Shalini Nigam

#बन्धन #शायरी #yqbaba #yqdidi  अगर संस्कार_ नहीं है, तो बंधन_लाख लगा 
लो बिगड़ने_ वाला बिगड़ ही जाता है!!

©Shalini Nigam

#बन्धन #Nojoto #yqdidi #yqbaba #Life #Love #Shayari

22 Love

Unsplash मेरी बिगड़ेल चाहतो से मुझे राहत मिलेगी कब? मेरे शरारती स्वार्थी तत्व आखिर कब समझ पायगे जीवन का यथार्थ? मेरा मौन चिल्लाना चाहता है युगो से आखिर उनकी आवाज़ मै सुन पाऊंगा कब? ©Parasram Arora

 Unsplash मेरी बिगड़ेल  चाहतो 
से मुझे राहत मिलेगी कब?

मेरे शरारती स्वार्थी तत्व 
आखिर कब समझ पायगे जीवन का यथार्थ?

मेरा मौन  चिल्लाना चाहता है युगो से 
आखिर उनकी आवाज़ मै सुन पाऊंगा कब?

©Parasram Arora

कब?

10 Love

Unsplash 🐵🐵 *गधे को अग़र खूंटे से बांधा जाए और उसका मूड खराब हो, तो वह खूंटे को उखाड़ते हुए भाग सकता है* *ऐसा ना हो इसलिए पुराने ज़माने में समझदार लोग गधों को खूंटे की जगह आपस में दो-दो की जोड़ी में बांधते थे, यानी कि दो-गधों को आपस में एक-साथ बांध देते थे, ऐसे में गधे अपनी जगह से हिलते नहीं हैं,* *क्योंकि अगर दोनों में से किसी एक ने भागने की क़ोशिश की तो दूसरा उसे विपरीत ओर खींचता है, इस प्रकार दोनों गधे अपनी जगह पर शांति से खड़े रहते हैं,* *ऐसा कहा जाता है कि इस तरक़ीब के सीखने के बाद ही हमारे पूर्वजों को-* *"विवाह की कल्पना सूझी...* ©Andy Mann

#बन्धन #विचार  Unsplash 🐵🐵

*गधे को अग़र खूंटे से बांधा जाए और उसका मूड खराब हो, तो वह खूंटे को उखाड़ते हुए भाग सकता है*

*ऐसा ना हो इसलिए पुराने ज़माने में समझदार लोग गधों को खूंटे की जगह आपस में दो-दो की जोड़ी में बांधते थे, यानी कि दो-गधों को आपस में एक-साथ बांध देते थे, ऐसे में गधे अपनी जगह से हिलते नहीं हैं,*

*क्योंकि अगर दोनों में से किसी एक ने भागने की क़ोशिश की तो दूसरा उसे विपरीत ओर खींचता है, इस प्रकार दोनों गधे अपनी जगह पर शांति से खड़े रहते हैं,*

*ऐसा कहा जाता है कि इस तरक़ीब के सीखने के बाद ही हमारे पूर्वजों को-*

*"विवाह की कल्पना सूझी...*

©Andy Mann

#बन्धन @Sangeet... @Neel @MRS SHARMA @puja udeshi KK क्षत्राणी

23 Love

ख़्वाहिश कब लेती मंज़ूरी, रहती मन की बात अधूरी, भाग्य साथ देता तो होती, मनोकामनाएं सब पूरी, दीदावर मिल जाए सच्चा, नर्गिस कभी न हो बेनूरी, लोग मुकर जाते वादे से, रहती होगी कुछ मज़बूरी, मनचाहा मिल जाए कैसे, क़िस्मत के हाथों में छूरी, हरपा हुआ नहीं फल देता, छल प्रपंच से रखना दूरी, जीवन सफ़ल बना देता है, 'गुंजन' श्रद्धा और सबूरी, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ०प्र० ©Shashi Bhushan Mishra

#ख़्वाहिश #कविता  ख़्वाहिश कब लेती मंज़ूरी,
रहती मन की बात अधूरी,

भाग्य साथ देता तो होती,
मनोकामनाएं  सब   पूरी,

दीदावर मिल जाए सच्चा,
नर्गिस कभी न हो  बेनूरी,

लोग  मुकर जाते वादे से,
रहती होगी कुछ मज़बूरी,

मनचाहा मिल जाए कैसे,
क़िस्मत के हाथों में छूरी,

हरपा हुआ नहीं फल देता,
छल प्रपंच से  रखना दूरी,

जीवन सफ़ल बना देता है,
'गुंजन' श्रद्धा  और  सबूरी,
--शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'
      प्रयागराज उ०प्र०

©Shashi Bhushan Mishra

#ख़्वाहिश कब लेती मंजूरी#

15 Love

अगर संस्कार_ नहीं है, तो बंधन_लाख लगा लो बिगड़ने_ वाला बिगड़ ही जाता है!! ©Shalini Nigam

#बन्धन #शायरी #yqbaba #yqdidi  अगर संस्कार_ नहीं है, तो बंधन_लाख लगा 
लो बिगड़ने_ वाला बिगड़ ही जाता है!!

©Shalini Nigam

#बन्धन #Nojoto #yqdidi #yqbaba #Life #Love #Shayari

22 Love

Unsplash मेरी बिगड़ेल चाहतो से मुझे राहत मिलेगी कब? मेरे शरारती स्वार्थी तत्व आखिर कब समझ पायगे जीवन का यथार्थ? मेरा मौन चिल्लाना चाहता है युगो से आखिर उनकी आवाज़ मै सुन पाऊंगा कब? ©Parasram Arora

 Unsplash मेरी बिगड़ेल  चाहतो 
से मुझे राहत मिलेगी कब?

मेरे शरारती स्वार्थी तत्व 
आखिर कब समझ पायगे जीवन का यथार्थ?

मेरा मौन  चिल्लाना चाहता है युगो से 
आखिर उनकी आवाज़ मै सुन पाऊंगा कब?

©Parasram Arora

कब?

10 Love

Unsplash 🐵🐵 *गधे को अग़र खूंटे से बांधा जाए और उसका मूड खराब हो, तो वह खूंटे को उखाड़ते हुए भाग सकता है* *ऐसा ना हो इसलिए पुराने ज़माने में समझदार लोग गधों को खूंटे की जगह आपस में दो-दो की जोड़ी में बांधते थे, यानी कि दो-गधों को आपस में एक-साथ बांध देते थे, ऐसे में गधे अपनी जगह से हिलते नहीं हैं,* *क्योंकि अगर दोनों में से किसी एक ने भागने की क़ोशिश की तो दूसरा उसे विपरीत ओर खींचता है, इस प्रकार दोनों गधे अपनी जगह पर शांति से खड़े रहते हैं,* *ऐसा कहा जाता है कि इस तरक़ीब के सीखने के बाद ही हमारे पूर्वजों को-* *"विवाह की कल्पना सूझी...* ©Andy Mann

#बन्धन #विचार  Unsplash 🐵🐵

*गधे को अग़र खूंटे से बांधा जाए और उसका मूड खराब हो, तो वह खूंटे को उखाड़ते हुए भाग सकता है*

*ऐसा ना हो इसलिए पुराने ज़माने में समझदार लोग गधों को खूंटे की जगह आपस में दो-दो की जोड़ी में बांधते थे, यानी कि दो-गधों को आपस में एक-साथ बांध देते थे, ऐसे में गधे अपनी जगह से हिलते नहीं हैं,*

*क्योंकि अगर दोनों में से किसी एक ने भागने की क़ोशिश की तो दूसरा उसे विपरीत ओर खींचता है, इस प्रकार दोनों गधे अपनी जगह पर शांति से खड़े रहते हैं,*

*ऐसा कहा जाता है कि इस तरक़ीब के सीखने के बाद ही हमारे पूर्वजों को-*

*"विवाह की कल्पना सूझी...*

©Andy Mann

#बन्धन @Sangeet... @Neel @MRS SHARMA @puja udeshi KK क्षत्राणी

23 Love

ख़्वाहिश कब लेती मंज़ूरी, रहती मन की बात अधूरी, भाग्य साथ देता तो होती, मनोकामनाएं सब पूरी, दीदावर मिल जाए सच्चा, नर्गिस कभी न हो बेनूरी, लोग मुकर जाते वादे से, रहती होगी कुछ मज़बूरी, मनचाहा मिल जाए कैसे, क़िस्मत के हाथों में छूरी, हरपा हुआ नहीं फल देता, छल प्रपंच से रखना दूरी, जीवन सफ़ल बना देता है, 'गुंजन' श्रद्धा और सबूरी, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ०प्र० ©Shashi Bhushan Mishra

#ख़्वाहिश #कविता  ख़्वाहिश कब लेती मंज़ूरी,
रहती मन की बात अधूरी,

भाग्य साथ देता तो होती,
मनोकामनाएं  सब   पूरी,

दीदावर मिल जाए सच्चा,
नर्गिस कभी न हो  बेनूरी,

लोग  मुकर जाते वादे से,
रहती होगी कुछ मज़बूरी,

मनचाहा मिल जाए कैसे,
क़िस्मत के हाथों में छूरी,

हरपा हुआ नहीं फल देता,
छल प्रपंच से  रखना दूरी,

जीवन सफ़ल बना देता है,
'गुंजन' श्रद्धा  और  सबूरी,
--शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'
      प्रयागराज उ०प्र०

©Shashi Bhushan Mishra

#ख़्वाहिश कब लेती मंजूरी#

15 Love

Trending Topic