tags

New bharat ke tyohar poem in hindi Status, Photo, Video

Find the latest Status about bharat ke tyohar poem in hindi from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about bharat ke tyohar poem in hindi.

  • Latest
  • Popular
  • Video

!!1857 की क्रांति!! धधक उठी चिंगारी,सैलाब स्वतंत्रता का ये पहला था । गाय सूअर की चर्बी वाले कारतूसों ने,"घी "आग में डाला था ।। तब मौत का कोई खौफ नहीं रह गया,सीने पर गोली खाने को । जब मजबूर किया,भारतीयों को,ब्रिटिश इंडिया कंपनी के अमानुषिक व्यवहारों ने।। तब हल्ला बोला स्वतंत्रता सेनानियों ने जिनकी सूची काफी लंबी थी। (प्रमुख थे बहादुर शाह जफर,मंगल पांडे,नाना साहेब,तात्या टोपे,कुंवर सिंह लक्ष्मी बाई ) राज्य हड़पने,धर्म परिवर्तन,रिवाजों से छेड़छाड़,जब रास ना भारतीयों को ये सब आया था।। यूं तो देशभक्ति की ज्वाला हर एक क्रांतिकारी के दिल में थी, छूटी जमीन किसानों से ,जमीदारों की रियासतों का विलय हुआ । ठप्प हुआ हस्तशिल्प कारीगरों का,बच्चों से गुरुकुल मदरसा छीना गया, ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन ने सबका बेड़ा गर्क किया।। चली गई ब्रिटिश सरकार के हाथ में ,सत्ता ईस्ट इंडिया कंपनी से भारत की। 1857 प्रथम स्वतंत्रता संग्राम का ये निर्णायक परिणाम हुआ।।✍🏻 ©Andaaz bayan

#1857revolt #1857War #poems #poem  !!1857 की क्रांति!!
धधक उठी चिंगारी,सैलाब स्वतंत्रता का ये पहला था ।
गाय सूअर की चर्बी वाले कारतूसों ने,"घी "आग में डाला था ।।

तब मौत का कोई खौफ नहीं रह गया,सीने पर गोली खाने को ।
जब मजबूर किया,भारतीयों को,ब्रिटिश इंडिया कंपनी के अमानुषिक व्यवहारों ने।।

तब हल्ला बोला स्वतंत्रता सेनानियों ने जिनकी सूची काफी लंबी थी।
(प्रमुख थे बहादुर शाह जफर,मंगल पांडे,नाना साहेब,तात्या टोपे,कुंवर सिंह लक्ष्मी बाई )
राज्य हड़पने,धर्म परिवर्तन,रिवाजों से छेड़छाड़,जब रास ना भारतीयों को ये सब आया था।।

यूं तो देशभक्ति की ज्वाला हर एक क्रांतिकारी के दिल में थी,
छूटी जमीन किसानों से ,जमीदारों की रियासतों का विलय हुआ ।
ठप्प हुआ हस्तशिल्प कारीगरों का,बच्चों से गुरुकुल मदरसा छीना गया,
ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन ने सबका बेड़ा गर्क किया।।

चली गई ब्रिटिश सरकार के हाथ में ,सत्ता ईस्ट इंडिया कंपनी से भारत की।
1857 प्रथम स्वतंत्रता संग्राम का ये निर्णायक परिणाम हुआ।।✍🏻

©Andaaz bayan

#1857revolt #1857War #poem #poems Hinduism poetry poetry in hindi

13 Love

White करवा चौथ का पर्व है आया, सुहागिनों के दिलों में उमंग है छाया। चूड़ियों की खनक, मेहंदी की बात, सजधज कर दुल्हन सी हर नारी रात। करवा में जल, चांद की आस, पति की लंबी उम्र का हो विश्वास। व्रत रख कर करती हैं दुआ, सात जन्मों तक रहे यही सुआ। मांगा है वरदान चांदनी रात, सुहागन का रूप हो हमेशा साथ। करवा चौथ का यह पावन त्योहार, प्रेम और विश्वास का है अमर उपहार। चंद्रमा की किरणें जब आंचल में समाए, सजनी के चेहरे पर मुस्कान छाए। करवा चौथ का व्रत है संजोया, प्रेम का बंधन और गहरा हो आया। ©Ajita Bansal

#karwachouth  White करवा चौथ का पर्व है आया,
सुहागिनों के दिलों में उमंग है छाया।
चूड़ियों की खनक, मेहंदी की बात,
सजधज कर दुल्हन सी हर नारी रात।

करवा में जल, चांद की आस,
पति की लंबी उम्र का हो विश्वास।
व्रत रख कर करती हैं दुआ,
सात जन्मों तक रहे यही सुआ।

मांगा है वरदान चांदनी रात,
सुहागन का रूप हो हमेशा साथ।
करवा चौथ का यह पावन त्योहार,
प्रेम और विश्वास का है अमर उपहार।

चंद्रमा की किरणें जब आंचल में समाए,
सजनी के चेहरे पर मुस्कान छाए।
करवा चौथ का व्रत है संजोया,
प्रेम का बंधन और गहरा हो आया।

©Ajita Bansal

#karwachouth karwachauth ka tyohar

17 Love

!!1857 की क्रांति!! धधक उठी चिंगारी,सैलाब स्वतंत्रता का ये पहला था । गाय सूअर की चर्बी वाले कारतूसों ने,"घी "आग में डाला था ।। तब मौत का कोई खौफ नहीं रह गया,सीने पर गोली खाने को । जब मजबूर किया,भारतीयों को,ब्रिटिश इंडिया कंपनी के अमानुषिक व्यवहारों ने।। तब हल्ला बोला स्वतंत्रता सेनानियों ने जिनकी सूची काफी लंबी थी। (प्रमुख थे बहादुर शाह जफर,मंगल पांडे,नाना साहेब,तात्या टोपे,कुंवर सिंह लक्ष्मी बाई ) राज्य हड़पने,धर्म परिवर्तन,रिवाजों से छेड़छाड़,जब रास ना भारतीयों को ये सब आया था।। यूं तो देशभक्ति की ज्वाला हर एक क्रांतिकारी के दिल में थी, छूटी जमीन किसानों से ,जमीदारों की रियासतों का विलय हुआ । ठप्प हुआ हस्तशिल्प कारीगरों का,बच्चों से गुरुकुल मदरसा छीना गया, ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन ने सबका बेड़ा गर्क किया।। चली गई ब्रिटिश सरकार के हाथ में ,सत्ता ईस्ट इंडिया कंपनी से भारत की। 1857 प्रथम स्वतंत्रता संग्राम का ये निर्णायक परिणाम हुआ।।✍🏻 ©Andaaz bayan

#1857revolt #1857War #poems #poem  !!1857 की क्रांति!!
धधक उठी चिंगारी,सैलाब स्वतंत्रता का ये पहला था ।
गाय सूअर की चर्बी वाले कारतूसों ने,"घी "आग में डाला था ।।

तब मौत का कोई खौफ नहीं रह गया,सीने पर गोली खाने को ।
जब मजबूर किया,भारतीयों को,ब्रिटिश इंडिया कंपनी के अमानुषिक व्यवहारों ने।।

तब हल्ला बोला स्वतंत्रता सेनानियों ने जिनकी सूची काफी लंबी थी।
(प्रमुख थे बहादुर शाह जफर,मंगल पांडे,नाना साहेब,तात्या टोपे,कुंवर सिंह लक्ष्मी बाई )
राज्य हड़पने,धर्म परिवर्तन,रिवाजों से छेड़छाड़,जब रास ना भारतीयों को ये सब आया था।।

यूं तो देशभक्ति की ज्वाला हर एक क्रांतिकारी के दिल में थी,
छूटी जमीन किसानों से ,जमीदारों की रियासतों का विलय हुआ ।
ठप्प हुआ हस्तशिल्प कारीगरों का,बच्चों से गुरुकुल मदरसा छीना गया,
ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन ने सबका बेड़ा गर्क किया।।

चली गई ब्रिटिश सरकार के हाथ में ,सत्ता ईस्ट इंडिया कंपनी से भारत की।
1857 प्रथम स्वतंत्रता संग्राम का ये निर्णायक परिणाम हुआ।।✍🏻

©Andaaz bayan

#1857revolt #1857War #poem #poems Hinduism poetry poetry in hindi

13 Love

White करवा चौथ का पर्व है आया, सुहागिनों के दिलों में उमंग है छाया। चूड़ियों की खनक, मेहंदी की बात, सजधज कर दुल्हन सी हर नारी रात। करवा में जल, चांद की आस, पति की लंबी उम्र का हो विश्वास। व्रत रख कर करती हैं दुआ, सात जन्मों तक रहे यही सुआ। मांगा है वरदान चांदनी रात, सुहागन का रूप हो हमेशा साथ। करवा चौथ का यह पावन त्योहार, प्रेम और विश्वास का है अमर उपहार। चंद्रमा की किरणें जब आंचल में समाए, सजनी के चेहरे पर मुस्कान छाए। करवा चौथ का व्रत है संजोया, प्रेम का बंधन और गहरा हो आया। ©Ajita Bansal

#karwachouth  White करवा चौथ का पर्व है आया,
सुहागिनों के दिलों में उमंग है छाया।
चूड़ियों की खनक, मेहंदी की बात,
सजधज कर दुल्हन सी हर नारी रात।

करवा में जल, चांद की आस,
पति की लंबी उम्र का हो विश्वास।
व्रत रख कर करती हैं दुआ,
सात जन्मों तक रहे यही सुआ।

मांगा है वरदान चांदनी रात,
सुहागन का रूप हो हमेशा साथ।
करवा चौथ का यह पावन त्योहार,
प्रेम और विश्वास का है अमर उपहार।

चंद्रमा की किरणें जब आंचल में समाए,
सजनी के चेहरे पर मुस्कान छाए।
करवा चौथ का व्रत है संजोया,
प्रेम का बंधन और गहरा हो आया।

©Ajita Bansal

#karwachouth karwachauth ka tyohar

17 Love

Trending Topic