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बहुत महंगा सौदा करती है ये जिंदगी...💯👍💯

108 View

हर रात यादों से वो लम्हें चुराया करती थी हर रात लम्हों में उसे अपना बनाया करती थी ©Dr.Priyanka Chandra

#Happy  हर रात यादों से वो लम्हें चुराया करती थी
हर रात लम्हों में उसे अपना बनाया करती थी

©Dr.Priyanka Chandra

#Happy love हर रात यादों से वो लम्हें चुराया करती थी हर रात लम्हों में उसे अपना बनाया करती थी

13 Love

#मोटिवेशनल  गरिबी एक ऐसी बीमारी है साहैब
जिसे ठीक होने के लिये डाक्टर या हाकिम कि जरूरत नहीं पैसो की होती है

©RAMLALIT NIRALA

पैसा एक ऐसा दवा है मेहनत के बाद असर करती है

117 View

White ए कलम तू भी कमाल है ए कलम, तू भी क्या कमाल है, तेरे बिना सब कुछ सवाल है। तूने रच दी हैं कितनी कहानियाँ, गहरी भावनाओं की अनंत निशानियाँ। कभी तूने आँसू बहाए, तो कभी खुशियों के गीत गुनगुनाए। हर दर्द को तूने सहलाया, हर खुशी को पन्नों पर उतारा। तूने इंक में इतिहास बनाया, सच को झूठ से अलग दिखाया। राजा हो या रंक, तेरा सहारा, हर दिल की बात को तूने सँवारा। तूने क्रांति की मशाल जलाई, सोए हुए शोषितों को राह दिखाई। कभी प्रेम-पत्र, तो कभी वादे, तेरे बिना अधूरी हैं बातें सारी। ए कलम, तेरी ताकत को बार बार सलाम, तू है लेखकों की कल्पनाओं की गुलाम। तेरे संग हम पाते हैं पहचान, हर कविताकारो का तू है सम्मान। तूने सपनों को पंख दिए, भावनाओं को अनमोल रंग दिए। ए कलम, तू सच्ची दोस्त कहलाती है, हर व्यक्ति को अनमोल पहचान देती है। राइटर ममता आंबेडकर मोटिवेशनल कवित्री 🖊️ ©Writer Mamta Ambedkar

#कविता #hindi_diwas  White ए कलम तू भी कमाल है

ए कलम, तू भी क्या कमाल है,
तेरे बिना सब कुछ सवाल है।

तूने रच दी हैं कितनी कहानियाँ,
गहरी भावनाओं की अनंत निशानियाँ।

कभी तूने आँसू बहाए,
तो कभी खुशियों के गीत गुनगुनाए।

हर दर्द को तूने सहलाया,
हर खुशी को पन्नों पर उतारा।

तूने इंक में इतिहास बनाया,
सच को झूठ से अलग दिखाया।

राजा हो या रंक, तेरा सहारा,
हर दिल की बात को तूने सँवारा।

तूने क्रांति की मशाल जलाई,
सोए हुए शोषितों को राह दिखाई।

कभी प्रेम-पत्र, तो कभी वादे,
तेरे बिना अधूरी हैं बातें सारी।

ए कलम, तेरी ताकत को बार बार सलाम,
तू है लेखकों की कल्पनाओं की  गुलाम।

तेरे संग हम पाते हैं पहचान,
हर कविताकारो का तू है सम्मान।

तूने सपनों को पंख दिए,
भावनाओं को अनमोल रंग दिए।

ए कलम, तू सच्ची दोस्त कहलाती है,
हर व्यक्ति को अनमोल पहचान देती है।

राइटर ममता आंबेडकर मोटिवेशनल कवित्री 🖊️

©Writer Mamta Ambedkar

#hindi_diwas ए कलम तू भी कमाल करती हैं

11 Love

स्त्री प्रेम नहीं करती, पूजा करती है, उस पुरूष की, जो उसे प्यार और सम्मान देता है, स्त्री सौंप देती है अपना सब कुछ,, उस पुरूष को, जिसके स्पर्श और भाव से वो संतुष्ट होती है, स्त्री छूना चाहती है प्रेम में उस पुरूष को जिसके कांधे पर सिर रख खुद को सुरक्षित महसूस करती है, स्त्री होकर भी नहीं हो पाती उस पुरूष की, जो खुद के पौरुष की ताकत हर वक्त दिखाता रहता है कभी उसके तन पर तो कभी उसके कोमल मन पर, स्त्री नफरत करती है उस पुरूष से, जो उसके अस्तित्व को ठेस पहुँचाते है, स्त्री लड़ना नहीं चाहती पर लड़ जाती है उस पुरूष से, जिस पर अपना अधिकार समझती है, स्त्री बड़बोली होती है, पर खामोश हो जाती है तब जब प्रेम में किसी वस्तु की तरह ठुकरा दी जाती है, स्त्री कभी पलटकर नहीं देखती उस पुरूष को, जो प्रेम के नाम पर या तो उसके शरीर से प्रेम करता है या उसके यौवन से, स्त्रियाँ प्रेम नहीं करती, पूजा करती है उस पुरूष की जो उनका सम्मान करते है, जो उन्हें तब तक स्पर्श नहीं करते, जब तक वो उसके मन को छू नहीं लेते, स्त्रियाँ पुरूष के पौरुष से नहीं उसके व्यक्तित्व से प्रेम करती है, जो परमेश्वर नहीं होता बल्कि होता है प्रेमी, बस एक प्रेमी जो पढ़ना जानता हो उसके मौन को..! ©Matangi Upadhyay( चिंका )

#matangiupadhyay #Hindi  स्त्री प्रेम नहीं करती, पूजा करती है, 
उस पुरूष की, जो उसे प्यार और सम्मान देता है,
 स्त्री सौंप देती है अपना सब कुछ,, उस पुरूष को, 
जिसके स्पर्श और भाव से वो संतुष्ट होती है,
 स्त्री छूना चाहती है प्रेम में उस पुरूष को
 जिसके कांधे पर सिर रख खुद को सुरक्षित महसूस करती है,
 स्त्री होकर भी नहीं हो पाती उस पुरूष की, 
जो खुद के पौरुष की ताकत हर वक्त दिखाता रहता है 
कभी उसके तन पर तो कभी उसके कोमल मन पर, 
स्त्री नफरत करती है उस पुरूष से, 
जो उसके अस्तित्व को ठेस पहुँचाते है, 
स्त्री लड़ना नहीं चाहती पर लड़ जाती है उस पुरूष से, 
जिस पर अपना अधिकार समझती है,
 स्त्री बड़बोली होती है, पर खामोश हो जाती है 
तब जब प्रेम में किसी वस्तु की तरह ठुकरा दी जाती है, 
स्त्री कभी पलटकर नहीं देखती उस पुरूष को, 
जो प्रेम के नाम पर या तो उसके शरीर से प्रेम करता है
 या उसके यौवन से, स्त्रियाँ प्रेम नहीं करती, पूजा करती है 
उस पुरूष की जो उनका सम्मान करते है, 
जो उन्हें तब तक स्पर्श नहीं करते,
 जब तक वो उसके मन को छू नहीं लेते, 
स्त्रियाँ पुरूष के पौरुष से नहीं उसके व्यक्तित्व से प्रेम करती है, 
जो परमेश्वर नहीं होता बल्कि होता है प्रेमी,
 बस एक प्रेमी जो पढ़ना जानता हो उसके
मौन को..!

©Matangi Upadhyay( चिंका )

स्त्रियां प्रेम नहीं करती,पूजा करती हैं ।🤔 #matangiupadhyay #Nojoto #Hindi

19 Love

#AnjaliSinghal

"चुप्पी बहुत कुछ बयां करती है, पर नज़र मिलते ही मुकर जाया करती है। इधर-उधर की बातों में फिर ख़ुद को बहलाकर, जाकर नज़र पर ही ठहर जाया करती ह

135 View

बहुत महंगा सौदा करती है ये जिंदगी...💯👍💯

108 View

हर रात यादों से वो लम्हें चुराया करती थी हर रात लम्हों में उसे अपना बनाया करती थी ©Dr.Priyanka Chandra

#Happy  हर रात यादों से वो लम्हें चुराया करती थी
हर रात लम्हों में उसे अपना बनाया करती थी

©Dr.Priyanka Chandra

#Happy love हर रात यादों से वो लम्हें चुराया करती थी हर रात लम्हों में उसे अपना बनाया करती थी

13 Love

#मोटिवेशनल  गरिबी एक ऐसी बीमारी है साहैब
जिसे ठीक होने के लिये डाक्टर या हाकिम कि जरूरत नहीं पैसो की होती है

©RAMLALIT NIRALA

पैसा एक ऐसा दवा है मेहनत के बाद असर करती है

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White ए कलम तू भी कमाल है ए कलम, तू भी क्या कमाल है, तेरे बिना सब कुछ सवाल है। तूने रच दी हैं कितनी कहानियाँ, गहरी भावनाओं की अनंत निशानियाँ। कभी तूने आँसू बहाए, तो कभी खुशियों के गीत गुनगुनाए। हर दर्द को तूने सहलाया, हर खुशी को पन्नों पर उतारा। तूने इंक में इतिहास बनाया, सच को झूठ से अलग दिखाया। राजा हो या रंक, तेरा सहारा, हर दिल की बात को तूने सँवारा। तूने क्रांति की मशाल जलाई, सोए हुए शोषितों को राह दिखाई। कभी प्रेम-पत्र, तो कभी वादे, तेरे बिना अधूरी हैं बातें सारी। ए कलम, तेरी ताकत को बार बार सलाम, तू है लेखकों की कल्पनाओं की गुलाम। तेरे संग हम पाते हैं पहचान, हर कविताकारो का तू है सम्मान। तूने सपनों को पंख दिए, भावनाओं को अनमोल रंग दिए। ए कलम, तू सच्ची दोस्त कहलाती है, हर व्यक्ति को अनमोल पहचान देती है। राइटर ममता आंबेडकर मोटिवेशनल कवित्री 🖊️ ©Writer Mamta Ambedkar

#कविता #hindi_diwas  White ए कलम तू भी कमाल है

ए कलम, तू भी क्या कमाल है,
तेरे बिना सब कुछ सवाल है।

तूने रच दी हैं कितनी कहानियाँ,
गहरी भावनाओं की अनंत निशानियाँ।

कभी तूने आँसू बहाए,
तो कभी खुशियों के गीत गुनगुनाए।

हर दर्द को तूने सहलाया,
हर खुशी को पन्नों पर उतारा।

तूने इंक में इतिहास बनाया,
सच को झूठ से अलग दिखाया।

राजा हो या रंक, तेरा सहारा,
हर दिल की बात को तूने सँवारा।

तूने क्रांति की मशाल जलाई,
सोए हुए शोषितों को राह दिखाई।

कभी प्रेम-पत्र, तो कभी वादे,
तेरे बिना अधूरी हैं बातें सारी।

ए कलम, तेरी ताकत को बार बार सलाम,
तू है लेखकों की कल्पनाओं की  गुलाम।

तेरे संग हम पाते हैं पहचान,
हर कविताकारो का तू है सम्मान।

तूने सपनों को पंख दिए,
भावनाओं को अनमोल रंग दिए।

ए कलम, तू सच्ची दोस्त कहलाती है,
हर व्यक्ति को अनमोल पहचान देती है।

राइटर ममता आंबेडकर मोटिवेशनल कवित्री 🖊️

©Writer Mamta Ambedkar

#hindi_diwas ए कलम तू भी कमाल करती हैं

11 Love

स्त्री प्रेम नहीं करती, पूजा करती है, उस पुरूष की, जो उसे प्यार और सम्मान देता है, स्त्री सौंप देती है अपना सब कुछ,, उस पुरूष को, जिसके स्पर्श और भाव से वो संतुष्ट होती है, स्त्री छूना चाहती है प्रेम में उस पुरूष को जिसके कांधे पर सिर रख खुद को सुरक्षित महसूस करती है, स्त्री होकर भी नहीं हो पाती उस पुरूष की, जो खुद के पौरुष की ताकत हर वक्त दिखाता रहता है कभी उसके तन पर तो कभी उसके कोमल मन पर, स्त्री नफरत करती है उस पुरूष से, जो उसके अस्तित्व को ठेस पहुँचाते है, स्त्री लड़ना नहीं चाहती पर लड़ जाती है उस पुरूष से, जिस पर अपना अधिकार समझती है, स्त्री बड़बोली होती है, पर खामोश हो जाती है तब जब प्रेम में किसी वस्तु की तरह ठुकरा दी जाती है, स्त्री कभी पलटकर नहीं देखती उस पुरूष को, जो प्रेम के नाम पर या तो उसके शरीर से प्रेम करता है या उसके यौवन से, स्त्रियाँ प्रेम नहीं करती, पूजा करती है उस पुरूष की जो उनका सम्मान करते है, जो उन्हें तब तक स्पर्श नहीं करते, जब तक वो उसके मन को छू नहीं लेते, स्त्रियाँ पुरूष के पौरुष से नहीं उसके व्यक्तित्व से प्रेम करती है, जो परमेश्वर नहीं होता बल्कि होता है प्रेमी, बस एक प्रेमी जो पढ़ना जानता हो उसके मौन को..! ©Matangi Upadhyay( चिंका )

#matangiupadhyay #Hindi  स्त्री प्रेम नहीं करती, पूजा करती है, 
उस पुरूष की, जो उसे प्यार और सम्मान देता है,
 स्त्री सौंप देती है अपना सब कुछ,, उस पुरूष को, 
जिसके स्पर्श और भाव से वो संतुष्ट होती है,
 स्त्री छूना चाहती है प्रेम में उस पुरूष को
 जिसके कांधे पर सिर रख खुद को सुरक्षित महसूस करती है,
 स्त्री होकर भी नहीं हो पाती उस पुरूष की, 
जो खुद के पौरुष की ताकत हर वक्त दिखाता रहता है 
कभी उसके तन पर तो कभी उसके कोमल मन पर, 
स्त्री नफरत करती है उस पुरूष से, 
जो उसके अस्तित्व को ठेस पहुँचाते है, 
स्त्री लड़ना नहीं चाहती पर लड़ जाती है उस पुरूष से, 
जिस पर अपना अधिकार समझती है,
 स्त्री बड़बोली होती है, पर खामोश हो जाती है 
तब जब प्रेम में किसी वस्तु की तरह ठुकरा दी जाती है, 
स्त्री कभी पलटकर नहीं देखती उस पुरूष को, 
जो प्रेम के नाम पर या तो उसके शरीर से प्रेम करता है
 या उसके यौवन से, स्त्रियाँ प्रेम नहीं करती, पूजा करती है 
उस पुरूष की जो उनका सम्मान करते है, 
जो उन्हें तब तक स्पर्श नहीं करते,
 जब तक वो उसके मन को छू नहीं लेते, 
स्त्रियाँ पुरूष के पौरुष से नहीं उसके व्यक्तित्व से प्रेम करती है, 
जो परमेश्वर नहीं होता बल्कि होता है प्रेमी,
 बस एक प्रेमी जो पढ़ना जानता हो उसके
मौन को..!

©Matangi Upadhyay( चिंका )

स्त्रियां प्रेम नहीं करती,पूजा करती हैं ।🤔 #matangiupadhyay #Nojoto #Hindi

19 Love

#AnjaliSinghal

"चुप्पी बहुत कुछ बयां करती है, पर नज़र मिलते ही मुकर जाया करती है। इधर-उधर की बातों में फिर ख़ुद को बहलाकर, जाकर नज़र पर ही ठहर जाया करती ह

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