शाही स्नान करने तुम भी कुम्भ के मेले गए थे क्या?
पुण्य कमाने गए थे या पाप धोने गए थे क्या?
मन मेला करके गए थे जो,
वो साफ करके आये हो क्या?
पाप धोके आये हो या पाप करके आये हो क्या?
रूह को भीगाया है या जिस्म से नहाके आये हो!
क्या पछतावे वाले आंसू गंगा मे बहाके आये हो!
या सिर्फ भीड़ का हिस्सा बनने गए थे तुम
या भेड़चाल मे दिखावा करने गए थे तुम
जो भगदड़ मे दब के मर गए
उसके तुम भी जिम्मेदार हो
तुम पुण्य से पहले पाप के हक़दार हो
अब बताओ सच बताना क्या इंसाफ करके आये हो
कुछ पुण्य कमाया या सिर्फ बदन साफ करके आये हो
ऐसा ही नहाना था तो घर मे भी नहा सकते हो
पाप ही धोने है तो भूखे को रोटी खिला सकते हो, प्यासे को पानी पिला सकते हो,
इस रास्ते से तुम कभी भी पुण्य कमा सकते हो
©दक्ष आर्यन
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