tags

New आशिकों की चाहत है Status, Photo, Video

Find the latest Status about आशिकों की चाहत है from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about आशिकों की चाहत है.

  • Latest
  • Popular
  • Video

Unsplash दर्द देने कि उनकी आदत है.. हाँ मगर बेपनाह मुहब्बत है.. रोते रहते हैं वो पश-ए-दीदार.. इस तरह उनको हमसे चाहत है.. यूसुफ़ आर खान.. ©F M POETRY

#इस  Unsplash दर्द देने कि उनकी आदत है..
हाँ मगर बेपनाह मुहब्बत है..

रोते रहते हैं वो पश-ए-दीदार..
इस तरह उनको हमसे चाहत है..

यूसुफ़ आर खान..

©F M POETRY

#इस तरह उनको हमसे चाहत है...

18 Love

#लव  प्यार भरी मुस्कान है

©Ghanshyam Ratre

चाहत

117 View

White तेरी चाहत में हम,दर दर भटक रहे हैं। कैसा है यह जुनून, नजरों में खुद ही खटक रहे हैं।। ©Shubham Bhardwaj

#शायरी #चाहत #sad_quotes  White तेरी चाहत में हम,दर दर भटक रहे हैं।
कैसा है यह जुनून, नजरों में खुद ही खटक  रहे हैं।।

©Shubham Bhardwaj

बे-दखल चाहत हुई है, भावना आहत हुई है, प्रेम का मरहम लगाया, तब कहीं राहत हुई है, बेवज़ह बेचैन हो मन, समझ लो उल्फ़त हुई है, देखता हरबार मुड़कर, जब कोई आहट हुई है, ध्यान में बैठे हो जबसे, फिर कहां फ़ुर्सत हुई है, हो मनोरथ सिद्ध अपना, ऐसी कब किस्मत हुई है, मुस्कुराकर भूल जाना, अपनी तो आदत हुई है, याद तड़पाती है 'गुंजन', घर गये मुद्दत हुई है, -शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ०प्र० ©Shashi Bhushan Mishra

#कविता #बे  बे-दखल चाहत हुई है,
भावना  आहत  हुई है,

प्रेम का मरहम लगाया,
तब कहीं राहत  हुई है,

बेवज़ह  बेचैन  हो मन,
समझ लो उल्फ़त हुई है,

देखता  हरबार मुड़कर,
जब कोई आहट हुई है,

ध्यान में  बैठे हो जबसे,
फिर कहां फ़ुर्सत हुई है,

हो मनोरथ सिद्ध अपना,
ऐसी कब किस्मत हुई है,

मुस्कुराकर  भूल जाना,
अपनी तो आदत हुई है,

याद तड़पाती है 'गुंजन',
घर   गये   मुद्दत  हुई है,
-शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'
     प्रयागराज उ०प्र०

©Shashi Bhushan Mishra

#बे-दखल चाहत हुई है#

15 Love

कभी जो अनुभव हुआ, वही आदत बन जाती है, सपनों के पीछे भागते, एक नयी राह बन जाती है। जो देखा या सुना, वही भविष्य का ख्वाब बन जाता है, इन्हीं ख्वाहिशों के साथ, हर कदम उलझ जाता है। भावनाओं से न तुम, अब कामनाओं से बह रहे हो, जिन्दगी के रास्ते में, बस ख्वाबों के ही साये में रह रहे हो। इन ख्वाहिशों के सागर में, खुद को डूबो रहे हो। समझो, जो तुम चाहो, वही तुम्हारी हकीकत बन जाती है, लेकिन कभी-कभी, यह चाहत ही दुःख की असली वजह बन जाती है। ©नवनीत ठाकुर

#शायरी #चाहत  कभी जो अनुभव हुआ, वही आदत बन जाती है,
सपनों के पीछे भागते, एक नयी राह बन जाती है।
जो देखा या सुना, वही भविष्य का ख्वाब बन जाता है,
इन्हीं ख्वाहिशों के साथ, हर कदम उलझ जाता है।

भावनाओं से न तुम, अब कामनाओं से बह रहे हो,
जिन्दगी के रास्ते में, बस ख्वाबों के ही साये में रह रहे हो।
इन ख्वाहिशों के सागर में, खुद को डूबो रहे हो।
समझो, जो तुम चाहो, वही तुम्हारी हकीकत बन जाती है,
लेकिन कभी-कभी, यह चाहत ही दुःख की असली वजह बन जाती है।

©नवनीत ठाकुर

#चाहत

13 Love

बस एक चाहत होती है जनाब अपनो के साथ जीने की © Pooja Rai

 बस एक चाहत होती है जनाब अपनो के साथ जीने की

© Pooja Rai

चाहत

12 Love

Unsplash दर्द देने कि उनकी आदत है.. हाँ मगर बेपनाह मुहब्बत है.. रोते रहते हैं वो पश-ए-दीदार.. इस तरह उनको हमसे चाहत है.. यूसुफ़ आर खान.. ©F M POETRY

#इस  Unsplash दर्द देने कि उनकी आदत है..
हाँ मगर बेपनाह मुहब्बत है..

रोते रहते हैं वो पश-ए-दीदार..
इस तरह उनको हमसे चाहत है..

यूसुफ़ आर खान..

©F M POETRY

#इस तरह उनको हमसे चाहत है...

18 Love

#लव  प्यार भरी मुस्कान है

©Ghanshyam Ratre

चाहत

117 View

White तेरी चाहत में हम,दर दर भटक रहे हैं। कैसा है यह जुनून, नजरों में खुद ही खटक रहे हैं।। ©Shubham Bhardwaj

#शायरी #चाहत #sad_quotes  White तेरी चाहत में हम,दर दर भटक रहे हैं।
कैसा है यह जुनून, नजरों में खुद ही खटक  रहे हैं।।

©Shubham Bhardwaj

बे-दखल चाहत हुई है, भावना आहत हुई है, प्रेम का मरहम लगाया, तब कहीं राहत हुई है, बेवज़ह बेचैन हो मन, समझ लो उल्फ़त हुई है, देखता हरबार मुड़कर, जब कोई आहट हुई है, ध्यान में बैठे हो जबसे, फिर कहां फ़ुर्सत हुई है, हो मनोरथ सिद्ध अपना, ऐसी कब किस्मत हुई है, मुस्कुराकर भूल जाना, अपनी तो आदत हुई है, याद तड़पाती है 'गुंजन', घर गये मुद्दत हुई है, -शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ०प्र० ©Shashi Bhushan Mishra

#कविता #बे  बे-दखल चाहत हुई है,
भावना  आहत  हुई है,

प्रेम का मरहम लगाया,
तब कहीं राहत  हुई है,

बेवज़ह  बेचैन  हो मन,
समझ लो उल्फ़त हुई है,

देखता  हरबार मुड़कर,
जब कोई आहट हुई है,

ध्यान में  बैठे हो जबसे,
फिर कहां फ़ुर्सत हुई है,

हो मनोरथ सिद्ध अपना,
ऐसी कब किस्मत हुई है,

मुस्कुराकर  भूल जाना,
अपनी तो आदत हुई है,

याद तड़पाती है 'गुंजन',
घर   गये   मुद्दत  हुई है,
-शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'
     प्रयागराज उ०प्र०

©Shashi Bhushan Mishra

#बे-दखल चाहत हुई है#

15 Love

कभी जो अनुभव हुआ, वही आदत बन जाती है, सपनों के पीछे भागते, एक नयी राह बन जाती है। जो देखा या सुना, वही भविष्य का ख्वाब बन जाता है, इन्हीं ख्वाहिशों के साथ, हर कदम उलझ जाता है। भावनाओं से न तुम, अब कामनाओं से बह रहे हो, जिन्दगी के रास्ते में, बस ख्वाबों के ही साये में रह रहे हो। इन ख्वाहिशों के सागर में, खुद को डूबो रहे हो। समझो, जो तुम चाहो, वही तुम्हारी हकीकत बन जाती है, लेकिन कभी-कभी, यह चाहत ही दुःख की असली वजह बन जाती है। ©नवनीत ठाकुर

#शायरी #चाहत  कभी जो अनुभव हुआ, वही आदत बन जाती है,
सपनों के पीछे भागते, एक नयी राह बन जाती है।
जो देखा या सुना, वही भविष्य का ख्वाब बन जाता है,
इन्हीं ख्वाहिशों के साथ, हर कदम उलझ जाता है।

भावनाओं से न तुम, अब कामनाओं से बह रहे हो,
जिन्दगी के रास्ते में, बस ख्वाबों के ही साये में रह रहे हो।
इन ख्वाहिशों के सागर में, खुद को डूबो रहे हो।
समझो, जो तुम चाहो, वही तुम्हारी हकीकत बन जाती है,
लेकिन कभी-कभी, यह चाहत ही दुःख की असली वजह बन जाती है।

©नवनीत ठाकुर

#चाहत

13 Love

बस एक चाहत होती है जनाब अपनो के साथ जीने की © Pooja Rai

 बस एक चाहत होती है जनाब अपनो के साथ जीने की

© Pooja Rai

चाहत

12 Love

Trending Topic