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#sanatan_sanskriti_shubhash #भक्ति #Bholenath #Trending #Mahakaal

भगवान आप हो परम पवित्र और मैं हूं अधम पापी, जाऊं किस दर मैं, लाचार पर रहम किसी को आती नहीं । #mahadev #Shiva #Reels #sanatan_sanskriti_shub

108 View

White Chadh gaya na bukhar lag gayi na nazar zamane ki kya zaroorat thi tumhe aaj itne dino baad nahane ki 😂😂😂 ©Sidharth Sid

#funnyquotes #lovequotes #quotation #nojohindi #nojolove  White Chadh gaya na bukhar
lag gayi na nazar zamane ki
kya zaroorat thi tumhe aaj itne dino baad nahane ki 😂😂😂

©Sidharth Sid

चढ़ गया ना बुखार 🤒 . . #nojohindi #nojolove #Shayari #share #love❤ #Quote #quotation #lovequotes #funnyquotes loves quotes quotes on frien

9 Love

White वह तोड़ती पत्थर; देखा उसे मैं इलाहाबाद के पथ पर - वह तोड़ती पत्थर कोई ना छायादार पेड़ वह जिसके तले बैठी हुई स्वीकार ; श्याम तन, भर बंधा यौवन, नत नयन ,प्रिय- कर्म -रत मन, गुरु हथोड़ा हाथ , करती बार-बार प्रहार ;- सामने तरु -मालिका अट्टालिका ,प्राकार । चढ़ रही थी धूप; गर्मियों के दिन दिवा का तमतमाता रूप; उठी झुंझलाते हुए लू रूई - ज्यों जलती हुई भू गर्द चिनगी छा गई, प्राय: हुई दुपहर :- वह तोड़ती पत्थर ! देखे देखा मुझे तो एक बार उस भवन की ओर देखा, छिन्नतार; देखकर कोई नहीं, देखा मुझे इस दृष्टि से जो मार खा गई रोई नहीं, सजा सहज सीतार , सुनी मैंने वह नहीं जो थी सुनी झंकार; एक क्षण के बाद वह काँपी सुघर, ढोलक माथे से गिरे सीकर, लीन होते कर्म में फिर जो कहा - मैं तोड़ती पत्थर 'मैं तोड़ती पत्थर।' - सूर्यकांत त्रिपाठी निराला ©gudiya

#nojotoenglish #love_shayari #nojotohindi #SAD  White वह तोड़ती पत्थर;
 देखा उसे मैं इलाहाबाद के पथ पर -
वह तोड़ती पत्थर 
कोई ना छायादार 
पेड़ वह जिसके तले बैठी हुई स्वीकार ;
श्याम तन, भर बंधा यौवन,
 नत नयन ,प्रिय-  कर्म -रत मन,
 गुरु हथोड़ा हाथ ,
करती बार-बार प्रहार ;- 
सामने तरु -मालिका अट्टालिका ,प्राकार ।

चढ़ रही थी धूप;
 गर्मियों के दिन 
दिवा का तमतमाता रूप; उठी झुंझलाते हुए लू 

रूई - ज्यों जलती हुई भू
गर्द   चिनगी छा गई,
 प्राय: हुई दुपहर :- 
वह तोड़ती पत्थर !
देखे देखा मुझे तो एक बार 
उस भवन की ओर देखा,  छिन्नतार;
 देखकर कोई नहीं,
 देखा मुझे इस दृष्टि से 
जो मार खा गई रोई नहीं,
 सजा सहज सीतार ,
सुनी मैंने वह नहीं जो थी सुनी झंकार;
 एक क्षण के बाद वह काँपी सुघर,
ढोलक माथे से गिरे  सीकर, लीन होते कर्म में फिर जो कहा -
मैं तोड़ती पत्थर 
                'मैं तोड़ती पत्थर।'
- सूर्यकांत त्रिपाठी निराला

©gudiya

#love_shayari #Nojoto #nojotophoto #nojotohindi #nojotoenglish वह तोड़ती पत्थर; देखा उसे मैं इलाहाबाद के पथ पर - वह तोड़ती प

22 Love

#मोटिवेशनल #मोटिवेशन #विनोद #मिश्र

"चिढ़कर चढ़ नहीं पाओगे,बिना भिड़े बढ़ नहीं पाओगे." #विनोद #मिश्र #मोटिवेशन ✍️

171 View

White तुझे तैरना होगा, यहां नहीं है कोई नाव, ये दरिया गहरा है, किनारा भी मिलेगा, डर को छोड़, खुद पर कर विश्वास। हर कदम पर है अब तेरा, एक नया अहसास। चढ़ जा उस चोटी पर, जीत का झंडा बुलंद कर, अपनी राह में कर सफर,तोड़ दे आसपास की दीवार । फूलों की महक में तुने जीना सीखा, नोकीले पत्थरों की चुभन को भी अब स्वीकार। हर दर्द में छिपा है एक नया सिसक, इस सफर में तू अकेला निकल, अपनी हिम्मत को पहचान। ©Navneet Thakur

#मोटिवेशनल #तुझे  White तुझे तैरना होगा, यहां नहीं है कोई नाव,
ये दरिया गहरा है, किनारा भी मिलेगा,
डर को छोड़, खुद पर कर विश्वास।
हर कदम पर है अब तेरा, एक नया अहसास।

चढ़ जा उस चोटी पर, जीत का झंडा बुलंद कर,
अपनी राह में कर सफर,तोड़ दे आसपास की दीवार ।
फूलों की महक में तुने जीना सीखा,
नोकीले पत्थरों की चुभन को भी अब स्वीकार।

हर दर्द में छिपा है एक नया सिसक,
इस सफर में तू अकेला निकल, अपनी हिम्मत को पहचान।

©Navneet Thakur

#तुझे तैरना होगा, यहां नहीं कोई नाव, ये दरिया गहरा है, किनारा भी मिलेगा, डर को छोड़, खुद पर कर विश्वास। हर कदम पर है अब तेरा, एक नया अहसास।

13 Love

White हम समझे थे मिलेगा सहारा उसकी वफ़ा के साए में, वो सौदागर निकला, बेच आया मोहब्बत बाजार में कीमत जानकर। दिल लगाया था हमने बेइंतहा चाहत से, वो जल्दी में था,चढ़ गया हमें बस एक सीढ़ी मानकर। हम तड़पते रहे उसकी यादों के सिलसिले में, उसने आह भी न की, वो खुश था नए रिश्तों की चादर ओढ़कर। ©Navneet Thakur

#शायरी #हम  White हम समझे थे मिलेगा सहारा उसकी वफ़ा के साए में,
वो सौदागर निकला, बेच आया मोहब्बत  बाजार में कीमत जानकर।

दिल लगाया था हमने बेइंतहा चाहत से,
वो जल्दी में था,चढ़ गया हमें बस एक सीढ़ी मानकर।

हम तड़पते रहे उसकी यादों के सिलसिले में,
उसने आह भी न की, वो खुश था नए रिश्तों की चादर ओढ़कर।

©Navneet Thakur

#हम समझे थे मिलेगा सहारा उसकी वफ़ा के साए में, वो सौदागर निकला, बेच आया मोहब्बत बाजार में कीमत जानकर। दिल लगाया था हमने बेइंतहा चाहत से, व

15 Love

#sanatan_sanskriti_shubhash #भक्ति #Bholenath #Trending #Mahakaal

भगवान आप हो परम पवित्र और मैं हूं अधम पापी, जाऊं किस दर मैं, लाचार पर रहम किसी को आती नहीं । #mahadev #Shiva #Reels #sanatan_sanskriti_shub

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White Chadh gaya na bukhar lag gayi na nazar zamane ki kya zaroorat thi tumhe aaj itne dino baad nahane ki 😂😂😂 ©Sidharth Sid

#funnyquotes #lovequotes #quotation #nojohindi #nojolove  White Chadh gaya na bukhar
lag gayi na nazar zamane ki
kya zaroorat thi tumhe aaj itne dino baad nahane ki 😂😂😂

©Sidharth Sid

चढ़ गया ना बुखार 🤒 . . #nojohindi #nojolove #Shayari #share #love❤ #Quote #quotation #lovequotes #funnyquotes loves quotes quotes on frien

9 Love

White वह तोड़ती पत्थर; देखा उसे मैं इलाहाबाद के पथ पर - वह तोड़ती पत्थर कोई ना छायादार पेड़ वह जिसके तले बैठी हुई स्वीकार ; श्याम तन, भर बंधा यौवन, नत नयन ,प्रिय- कर्म -रत मन, गुरु हथोड़ा हाथ , करती बार-बार प्रहार ;- सामने तरु -मालिका अट्टालिका ,प्राकार । चढ़ रही थी धूप; गर्मियों के दिन दिवा का तमतमाता रूप; उठी झुंझलाते हुए लू रूई - ज्यों जलती हुई भू गर्द चिनगी छा गई, प्राय: हुई दुपहर :- वह तोड़ती पत्थर ! देखे देखा मुझे तो एक बार उस भवन की ओर देखा, छिन्नतार; देखकर कोई नहीं, देखा मुझे इस दृष्टि से जो मार खा गई रोई नहीं, सजा सहज सीतार , सुनी मैंने वह नहीं जो थी सुनी झंकार; एक क्षण के बाद वह काँपी सुघर, ढोलक माथे से गिरे सीकर, लीन होते कर्म में फिर जो कहा - मैं तोड़ती पत्थर 'मैं तोड़ती पत्थर।' - सूर्यकांत त्रिपाठी निराला ©gudiya

#nojotoenglish #love_shayari #nojotohindi #SAD  White वह तोड़ती पत्थर;
 देखा उसे मैं इलाहाबाद के पथ पर -
वह तोड़ती पत्थर 
कोई ना छायादार 
पेड़ वह जिसके तले बैठी हुई स्वीकार ;
श्याम तन, भर बंधा यौवन,
 नत नयन ,प्रिय-  कर्म -रत मन,
 गुरु हथोड़ा हाथ ,
करती बार-बार प्रहार ;- 
सामने तरु -मालिका अट्टालिका ,प्राकार ।

चढ़ रही थी धूप;
 गर्मियों के दिन 
दिवा का तमतमाता रूप; उठी झुंझलाते हुए लू 

रूई - ज्यों जलती हुई भू
गर्द   चिनगी छा गई,
 प्राय: हुई दुपहर :- 
वह तोड़ती पत्थर !
देखे देखा मुझे तो एक बार 
उस भवन की ओर देखा,  छिन्नतार;
 देखकर कोई नहीं,
 देखा मुझे इस दृष्टि से 
जो मार खा गई रोई नहीं,
 सजा सहज सीतार ,
सुनी मैंने वह नहीं जो थी सुनी झंकार;
 एक क्षण के बाद वह काँपी सुघर,
ढोलक माथे से गिरे  सीकर, लीन होते कर्म में फिर जो कहा -
मैं तोड़ती पत्थर 
                'मैं तोड़ती पत्थर।'
- सूर्यकांत त्रिपाठी निराला

©gudiya

#love_shayari #Nojoto #nojotophoto #nojotohindi #nojotoenglish वह तोड़ती पत्थर; देखा उसे मैं इलाहाबाद के पथ पर - वह तोड़ती प

22 Love

#मोटिवेशनल #मोटिवेशन #विनोद #मिश्र

"चिढ़कर चढ़ नहीं पाओगे,बिना भिड़े बढ़ नहीं पाओगे." #विनोद #मिश्र #मोटिवेशन ✍️

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White तुझे तैरना होगा, यहां नहीं है कोई नाव, ये दरिया गहरा है, किनारा भी मिलेगा, डर को छोड़, खुद पर कर विश्वास। हर कदम पर है अब तेरा, एक नया अहसास। चढ़ जा उस चोटी पर, जीत का झंडा बुलंद कर, अपनी राह में कर सफर,तोड़ दे आसपास की दीवार । फूलों की महक में तुने जीना सीखा, नोकीले पत्थरों की चुभन को भी अब स्वीकार। हर दर्द में छिपा है एक नया सिसक, इस सफर में तू अकेला निकल, अपनी हिम्मत को पहचान। ©Navneet Thakur

#मोटिवेशनल #तुझे  White तुझे तैरना होगा, यहां नहीं है कोई नाव,
ये दरिया गहरा है, किनारा भी मिलेगा,
डर को छोड़, खुद पर कर विश्वास।
हर कदम पर है अब तेरा, एक नया अहसास।

चढ़ जा उस चोटी पर, जीत का झंडा बुलंद कर,
अपनी राह में कर सफर,तोड़ दे आसपास की दीवार ।
फूलों की महक में तुने जीना सीखा,
नोकीले पत्थरों की चुभन को भी अब स्वीकार।

हर दर्द में छिपा है एक नया सिसक,
इस सफर में तू अकेला निकल, अपनी हिम्मत को पहचान।

©Navneet Thakur

#तुझे तैरना होगा, यहां नहीं कोई नाव, ये दरिया गहरा है, किनारा भी मिलेगा, डर को छोड़, खुद पर कर विश्वास। हर कदम पर है अब तेरा, एक नया अहसास।

13 Love

White हम समझे थे मिलेगा सहारा उसकी वफ़ा के साए में, वो सौदागर निकला, बेच आया मोहब्बत बाजार में कीमत जानकर। दिल लगाया था हमने बेइंतहा चाहत से, वो जल्दी में था,चढ़ गया हमें बस एक सीढ़ी मानकर। हम तड़पते रहे उसकी यादों के सिलसिले में, उसने आह भी न की, वो खुश था नए रिश्तों की चादर ओढ़कर। ©Navneet Thakur

#शायरी #हम  White हम समझे थे मिलेगा सहारा उसकी वफ़ा के साए में,
वो सौदागर निकला, बेच आया मोहब्बत  बाजार में कीमत जानकर।

दिल लगाया था हमने बेइंतहा चाहत से,
वो जल्दी में था,चढ़ गया हमें बस एक सीढ़ी मानकर।

हम तड़पते रहे उसकी यादों के सिलसिले में,
उसने आह भी न की, वो खुश था नए रिश्तों की चादर ओढ़कर।

©Navneet Thakur

#हम समझे थे मिलेगा सहारा उसकी वफ़ा के साए में, वो सौदागर निकला, बेच आया मोहब्बत बाजार में कीमत जानकर। दिल लगाया था हमने बेइंतहा चाहत से, व

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