White गुरुर...
आपने पैसे ही कमाया और क्या?
आपने हम्द की तक़ब्बूर बसा ली और क्या?
आप जब बीमार हों तो कौन साथ हैँ?
आपके सिफा के लिए किसने दुआँ की?
हर कोई दिल में ये बसा रक्खा हैँ,
सामने वाला चल के पास आए!
कोई तो शुरुआत करो फ़िर से इस,
फ़िज़ा में मोहब्बत के फूल खिलाने की!
साथ क़ब्र में सिर्फ ईमान और कफन जाएगी,
जो तुम्हारा था कल किसी और का होगा!
जिनके लिए तुम बगावत कर रहें हों,
कुछ दिन रोयेंगे तुम्हारे लिए फ़िर भूल जायेंगे!
जिनको आज दुश्मन बनाये फिरते हों,
कल वही कांधा दे कर आखरी मंज़िल तक ले जायेंगे!
जब तक ज़िंदा हों मिला करो एक दूसरे से,
एक दूसरे को माफ़ करना सिखों!
ज़िन्दगी और मौत दोनों हक़ीक़त हैँ,
कल सिवाए पछताने के अलावा और कुछ ना हासिल होगा!
Written By-ABi Aman.
©Poetry-Meri Diary Se
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