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New पुष्प की अभिलाषा कविता का भावार्थ Status, Photo, Video

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#माखनलाल_चतुर्वेदी #हिंदीसाहित्य #द्विवेदीयुग #हिंदीकविता #राष्ट्रीय #वीडियो

माखनलाल चतुर्वेदी की कविता पुष्प की अभिलाषा की कुछ पंक्तियां....❤️❤️ #माखनलाल_चतुर्वेदी #हिंदीसाहित्य #हिंदीकविता #niboo #द्विवेदीयुग #राष्ट

63 View

पुष्प अलग अलग है रूप सभी का तरह तरह के रंग हैं पर सबकी मुश्कान एक सी जो फूलों के संग है बाँट रहें हैं खुशबू अपनी बहती मंद हवाओं को उनके मधु के लिए परस्पर भौंरे करते जंग हैं लुभा रहें हैं सबके मन को जब हिलते हैं लब उनके तेज धूप में भी खुश रहते देख जमाना दंग है जीवन जीना हमें सिखाते बेखुद रहते एक सा तूफानों में भी ना फीकी पड़ती कभी उमंग है ©Sunil Kumar Maurya Bekhud

#पुष्प #कविता  पुष्प
अलग अलग है रूप सभी का
तरह तरह के रंग हैं
पर सबकी मुश्कान एक सी
जो फूलों के संग है

बाँट रहें हैं खुशबू अपनी
बहती मंद हवाओं को
उनके मधु के लिए परस्पर
भौंरे करते जंग हैं

लुभा रहें हैं सबके मन को
जब हिलते हैं लब उनके
तेज धूप में भी खुश रहते
देख जमाना दंग है

जीवन जीना हमें सिखाते
बेखुद रहते एक सा
तूफानों में भी ना फीकी
पड़ती कभी उमंग है

©Sunil Kumar Maurya Bekhud

White इस धरा से मुक्त होने की मेरी कोई अभिलाषा नहीं है.. भले ही आकाश ने मुझे बुलाने के लिए एक रोचक रोड. मैप क्यों न भेज दिया हो ©Parasram Arora

#wishes  White इस धरा से मुक्त होने की 
मेरी कोई अभिलाषा नहीं है..

भले ही आकाश ने मुझे 
बुलाने के लिए 
एक   रोचक रोड. मैप 
 क्यों न भेज दिया हो

©Parasram Arora

अभिलाषा

16 Love

White मन और शरीर दोनों के लिए स्वास्थ्य का रहस्य अतीत के लिए शोक करना या भविष्य के बारे में चिंता करना नहीं बल्कि वर्तमान क्षण को बुद्धिमानी और ईमानदारी से जीने में है हमारी यात्रा एक कदम से शुरू होती है हर दिन एक छोटा कदम बढ़ाएं और जल्द ही आप खुद को उस जगह से मीलों दूर पाएंगे जहां से शुरुआत की थी... -वेद प्रकाश ©VED PRAKASH 73

#अभिलाषा  White मन और शरीर दोनों के लिए स्वास्थ्य का रहस्य अतीत के लिए शोक करना या भविष्य के बारे
 में चिंता करना नहीं बल्कि वर्तमान क्षण को बुद्धिमानी और ईमानदारी से जीने में है हमारी
 यात्रा एक कदम से शुरू होती है हर दिन एक
 छोटा कदम बढ़ाएं और जल्द ही आप खुद
 को उस जगह से मीलों दूर पाएंगे जहां
 से शुरुआत की थी... -वेद प्रकाश

©VED PRAKASH 73

White आख़री साँसे लेते हुए एकबझरते हुए व्योवृद्ध ने पुष्प ने अपने निकट खिलतीं हुई नवजात कली की तरफ देख कर कहा " आज मेरा रूप लावण्य और गंध सब खोने की कगार पर पहुंच चुका है अब आने वाला कल तुम्हारा होगा भोर की सुनहरी किरणपर भी अधिकार तुम्हारा होगा आने वाले नए कल का नया गीत भी तुम्हारे लिए होगा तुम्हारी महक से ये पूरा चमन महक उठेगा और तितलिया भृमर भी तुम्हे देख कर अनुग्रहित होंगे आज आँख बन्द करने से पहले मेरे ये सन्देश तुम्हारे लिए मेरा आशीष होगा ©Parasram Arora

 White आख़री  साँसे लेते हुए एकबझरते हुए व्योवृद्ध  ने  पुष्प ने अपने निकट खिलतीं हुई नवजात कली 
की तरफ देख कर कहा 
" आज मेरा रूप लावण्य और गंध सब  खोने की कगार पर पहुंच चुका है 
अब आने वाला कल तुम्हारा होगा भोर की सुनहरी किरणपर भी अधिकार तुम्हारा होगा 
आने वाले नए कल का नया गीत भी तुम्हारे लिए होगा 
तुम्हारी महक से ये पूरा चमन महक उठेगा  और तितलिया  भृमर 
भी तुम्हे देख कर  अनुग्रहित होंगे 
आज  आँख बन्द करने से 
पहले  मेरे ये सन्देश तुम्हारे लिए  मेरा  आशीष होगा

©Parasram Arora

एक पुष्प का कली के लिए आशीष

10 Love

White मुहब्बत, आशिकी और इबादत होती यदि मुझे तुम्हारी आंखों में उतर जाने की इजाजत होती... ©Neetesh kumar

#कविता #Sad_Status  White मुहब्बत, आशिकी और इबादत होती


यदि 


मुझे तुम्हारी आंखों में उतर जाने 
की इजाजत होती...

©Neetesh kumar

#Sad_Status कुमार विश्वास की कविता कुमार विश्वास की कविता हिंदी दिवस पर कविता हिंदी कविता प्यार पर कविता

9 Love

#माखनलाल_चतुर्वेदी #हिंदीसाहित्य #द्विवेदीयुग #हिंदीकविता #राष्ट्रीय #वीडियो

माखनलाल चतुर्वेदी की कविता पुष्प की अभिलाषा की कुछ पंक्तियां....❤️❤️ #माखनलाल_चतुर्वेदी #हिंदीसाहित्य #हिंदीकविता #niboo #द्विवेदीयुग #राष्ट

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पुष्प अलग अलग है रूप सभी का तरह तरह के रंग हैं पर सबकी मुश्कान एक सी जो फूलों के संग है बाँट रहें हैं खुशबू अपनी बहती मंद हवाओं को उनके मधु के लिए परस्पर भौंरे करते जंग हैं लुभा रहें हैं सबके मन को जब हिलते हैं लब उनके तेज धूप में भी खुश रहते देख जमाना दंग है जीवन जीना हमें सिखाते बेखुद रहते एक सा तूफानों में भी ना फीकी पड़ती कभी उमंग है ©Sunil Kumar Maurya Bekhud

#पुष्प #कविता  पुष्प
अलग अलग है रूप सभी का
तरह तरह के रंग हैं
पर सबकी मुश्कान एक सी
जो फूलों के संग है

बाँट रहें हैं खुशबू अपनी
बहती मंद हवाओं को
उनके मधु के लिए परस्पर
भौंरे करते जंग हैं

लुभा रहें हैं सबके मन को
जब हिलते हैं लब उनके
तेज धूप में भी खुश रहते
देख जमाना दंग है

जीवन जीना हमें सिखाते
बेखुद रहते एक सा
तूफानों में भी ना फीकी
पड़ती कभी उमंग है

©Sunil Kumar Maurya Bekhud

White इस धरा से मुक्त होने की मेरी कोई अभिलाषा नहीं है.. भले ही आकाश ने मुझे बुलाने के लिए एक रोचक रोड. मैप क्यों न भेज दिया हो ©Parasram Arora

#wishes  White इस धरा से मुक्त होने की 
मेरी कोई अभिलाषा नहीं है..

भले ही आकाश ने मुझे 
बुलाने के लिए 
एक   रोचक रोड. मैप 
 क्यों न भेज दिया हो

©Parasram Arora

अभिलाषा

16 Love

White मन और शरीर दोनों के लिए स्वास्थ्य का रहस्य अतीत के लिए शोक करना या भविष्य के बारे में चिंता करना नहीं बल्कि वर्तमान क्षण को बुद्धिमानी और ईमानदारी से जीने में है हमारी यात्रा एक कदम से शुरू होती है हर दिन एक छोटा कदम बढ़ाएं और जल्द ही आप खुद को उस जगह से मीलों दूर पाएंगे जहां से शुरुआत की थी... -वेद प्रकाश ©VED PRAKASH 73

#अभिलाषा  White मन और शरीर दोनों के लिए स्वास्थ्य का रहस्य अतीत के लिए शोक करना या भविष्य के बारे
 में चिंता करना नहीं बल्कि वर्तमान क्षण को बुद्धिमानी और ईमानदारी से जीने में है हमारी
 यात्रा एक कदम से शुरू होती है हर दिन एक
 छोटा कदम बढ़ाएं और जल्द ही आप खुद
 को उस जगह से मीलों दूर पाएंगे जहां
 से शुरुआत की थी... -वेद प्रकाश

©VED PRAKASH 73

White आख़री साँसे लेते हुए एकबझरते हुए व्योवृद्ध ने पुष्प ने अपने निकट खिलतीं हुई नवजात कली की तरफ देख कर कहा " आज मेरा रूप लावण्य और गंध सब खोने की कगार पर पहुंच चुका है अब आने वाला कल तुम्हारा होगा भोर की सुनहरी किरणपर भी अधिकार तुम्हारा होगा आने वाले नए कल का नया गीत भी तुम्हारे लिए होगा तुम्हारी महक से ये पूरा चमन महक उठेगा और तितलिया भृमर भी तुम्हे देख कर अनुग्रहित होंगे आज आँख बन्द करने से पहले मेरे ये सन्देश तुम्हारे लिए मेरा आशीष होगा ©Parasram Arora

 White आख़री  साँसे लेते हुए एकबझरते हुए व्योवृद्ध  ने  पुष्प ने अपने निकट खिलतीं हुई नवजात कली 
की तरफ देख कर कहा 
" आज मेरा रूप लावण्य और गंध सब  खोने की कगार पर पहुंच चुका है 
अब आने वाला कल तुम्हारा होगा भोर की सुनहरी किरणपर भी अधिकार तुम्हारा होगा 
आने वाले नए कल का नया गीत भी तुम्हारे लिए होगा 
तुम्हारी महक से ये पूरा चमन महक उठेगा  और तितलिया  भृमर 
भी तुम्हे देख कर  अनुग्रहित होंगे 
आज  आँख बन्द करने से 
पहले  मेरे ये सन्देश तुम्हारे लिए  मेरा  आशीष होगा

©Parasram Arora

एक पुष्प का कली के लिए आशीष

10 Love

White मुहब्बत, आशिकी और इबादत होती यदि मुझे तुम्हारी आंखों में उतर जाने की इजाजत होती... ©Neetesh kumar

#कविता #Sad_Status  White मुहब्बत, आशिकी और इबादत होती


यदि 


मुझे तुम्हारी आंखों में उतर जाने 
की इजाजत होती...

©Neetesh kumar

#Sad_Status कुमार विश्वास की कविता कुमार विश्वास की कविता हिंदी दिवस पर कविता हिंदी कविता प्यार पर कविता

9 Love

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