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White DARKNESS 🌑 ©himesh

#कविता #good_night  White DARKNESS 🌑

©himesh

#good_night कविता बारिश पर कविता

8 Love

White व्यक्तित्व कैसे बदलता है आसमान से पूछो यारों, कभी साफ तो कभी मौसम के साथ धुंधला तो कभी दूसरे उसके व्यक्तित्व को स्याह अंधकार में भर देते हैं। ©Satish Kumar Meena

#विचार  White व्यक्तित्व कैसे बदलता है आसमान से पूछो यारों, कभी साफ तो कभी मौसम के साथ धुंधला तो कभी दूसरे उसके व्यक्तित्व को स्याह अंधकार में भर देते हैं।

©Satish Kumar Meena

व्यक्तित्व

13 Love

अपना वो हैं, जो किसी और के लिए तुम्हें नज़रअंदाज़ ना करे। ©Alfaz-E-Dheeraj

#कविता #BehtiHawaa  अपना वो हैं, जो किसी और के लिए तुम्हें नज़रअंदाज़ ना करे।

©Alfaz-E-Dheeraj

#BehtiHawaa हिंदी दिवस पर कविता Aaj Ka Panchang प्रेम कविता हिंदी कविता प्यार पर कविता

19 Love

जो लोग कहते हैं औरत का कोई घर नहीं होता सच तो ये है बिना औरत का कोई घर ही नहीं होता हैं औरत के क़दम है जो आँगन में आते ही, हर कोने को अपनी महक से सजाती है। हंसती है, रोती है, ख़ुशियाँ बाँटती, हर ग़म को अपनी मुस्कान में छुपाती है। माँ, बेटी, बहन, पत्नी बनकर, हर रिश्ता निभाती है औरत हर दिल में जगह बनाकर, घर को स्वर्ग बनाती है औरत उँगलियों से सींचती है खुशियों की उमंग छोटे-छोटे लम्हों में भरती हैं रंग बिरंगे पल परछाइयों में उसकी छवि रहती हैं वो तो हर साँस में बसती है, खिलती है। तो कहने वालों, सुन लो ये बात, औरत का अस्तित्व ही घर की सौगात। सच तो यही है, इससे ही महकता घर आंगन बिना औरत के सुना है बच्चों का आँचल। ©Writer Mamta Ambedkar

#कविता #Tuaurmain  जो लोग कहते हैं 
औरत का कोई घर नहीं होता सच तो ये है 
बिना औरत का कोई घर ही नहीं होता हैं 

औरत के क़दम है जो आँगन में आते ही,
हर कोने को अपनी महक से सजाती है।

हंसती है, रोती है, ख़ुशियाँ बाँटती,
हर ग़म को अपनी मुस्कान में छुपाती है।

माँ, बेटी, बहन, पत्नी बनकर,
हर रिश्ता निभाती है औरत 

हर दिल में जगह बनाकर,
घर को स्वर्ग बनाती है औरत 

उँगलियों से सींचती है खुशियों की उमंग
छोटे-छोटे लम्हों में भरती हैं रंग बिरंगे पल

परछाइयों में उसकी छवि रहती हैं 
वो तो हर साँस में बसती है, खिलती है।

तो कहने वालों, सुन लो ये बात,
औरत का अस्तित्व ही घर की सौगात।

सच तो यही है, इससे ही महकता घर आंगन 
बिना औरत के सुना है बच्चों का आँचल।

©Writer Mamta Ambedkar

#Tuaurmain प्यार पर कविता कविताएं हिंदी दिवस पर कविता कविताएं प्रेम कविता

9 Love

White जरूर मुकरें होंगे लोग जुबान देकर, वरना आज कागजों की जरूरत ना पड़ती। ©Alfaz-E-Dheeraj

#कविता #love_shayari  White जरूर मुकरें होंगे लोग जुबान देकर,
वरना आज कागजों की जरूरत ना पड़ती।

©Alfaz-E-Dheeraj

#love_shayari कविता कोश कविता मराठी कविता हिंदी दिवस पर कविता हिंदी दिवस पर कविता

14 Love

#कविता

बारिश पर कविता हिंदी कविता कविता कोश प्रेम कविता कविता

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White DARKNESS 🌑 ©himesh

#कविता #good_night  White DARKNESS 🌑

©himesh

#good_night कविता बारिश पर कविता

8 Love

White व्यक्तित्व कैसे बदलता है आसमान से पूछो यारों, कभी साफ तो कभी मौसम के साथ धुंधला तो कभी दूसरे उसके व्यक्तित्व को स्याह अंधकार में भर देते हैं। ©Satish Kumar Meena

#विचार  White व्यक्तित्व कैसे बदलता है आसमान से पूछो यारों, कभी साफ तो कभी मौसम के साथ धुंधला तो कभी दूसरे उसके व्यक्तित्व को स्याह अंधकार में भर देते हैं।

©Satish Kumar Meena

व्यक्तित्व

13 Love

अपना वो हैं, जो किसी और के लिए तुम्हें नज़रअंदाज़ ना करे। ©Alfaz-E-Dheeraj

#कविता #BehtiHawaa  अपना वो हैं, जो किसी और के लिए तुम्हें नज़रअंदाज़ ना करे।

©Alfaz-E-Dheeraj

#BehtiHawaa हिंदी दिवस पर कविता Aaj Ka Panchang प्रेम कविता हिंदी कविता प्यार पर कविता

19 Love

जो लोग कहते हैं औरत का कोई घर नहीं होता सच तो ये है बिना औरत का कोई घर ही नहीं होता हैं औरत के क़दम है जो आँगन में आते ही, हर कोने को अपनी महक से सजाती है। हंसती है, रोती है, ख़ुशियाँ बाँटती, हर ग़म को अपनी मुस्कान में छुपाती है। माँ, बेटी, बहन, पत्नी बनकर, हर रिश्ता निभाती है औरत हर दिल में जगह बनाकर, घर को स्वर्ग बनाती है औरत उँगलियों से सींचती है खुशियों की उमंग छोटे-छोटे लम्हों में भरती हैं रंग बिरंगे पल परछाइयों में उसकी छवि रहती हैं वो तो हर साँस में बसती है, खिलती है। तो कहने वालों, सुन लो ये बात, औरत का अस्तित्व ही घर की सौगात। सच तो यही है, इससे ही महकता घर आंगन बिना औरत के सुना है बच्चों का आँचल। ©Writer Mamta Ambedkar

#कविता #Tuaurmain  जो लोग कहते हैं 
औरत का कोई घर नहीं होता सच तो ये है 
बिना औरत का कोई घर ही नहीं होता हैं 

औरत के क़दम है जो आँगन में आते ही,
हर कोने को अपनी महक से सजाती है।

हंसती है, रोती है, ख़ुशियाँ बाँटती,
हर ग़म को अपनी मुस्कान में छुपाती है।

माँ, बेटी, बहन, पत्नी बनकर,
हर रिश्ता निभाती है औरत 

हर दिल में जगह बनाकर,
घर को स्वर्ग बनाती है औरत 

उँगलियों से सींचती है खुशियों की उमंग
छोटे-छोटे लम्हों में भरती हैं रंग बिरंगे पल

परछाइयों में उसकी छवि रहती हैं 
वो तो हर साँस में बसती है, खिलती है।

तो कहने वालों, सुन लो ये बात,
औरत का अस्तित्व ही घर की सौगात।

सच तो यही है, इससे ही महकता घर आंगन 
बिना औरत के सुना है बच्चों का आँचल।

©Writer Mamta Ambedkar

#Tuaurmain प्यार पर कविता कविताएं हिंदी दिवस पर कविता कविताएं प्रेम कविता

9 Love

White जरूर मुकरें होंगे लोग जुबान देकर, वरना आज कागजों की जरूरत ना पड़ती। ©Alfaz-E-Dheeraj

#कविता #love_shayari  White जरूर मुकरें होंगे लोग जुबान देकर,
वरना आज कागजों की जरूरत ना पड़ती।

©Alfaz-E-Dheeraj

#love_shayari कविता कोश कविता मराठी कविता हिंदी दिवस पर कविता हिंदी दिवस पर कविता

14 Love

#कविता

बारिश पर कविता हिंदी कविता कविता कोश प्रेम कविता कविता

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