White प्रेम का अंतिम संस्कार
प्रेम गिन रहा है अपनी अंतिम सांस
क्योंकि प्रेम अब अंतिम पड़ाव पर है
प्रेम में अब अहसास नहीं, जीवन का प्रयास नहीं
प्रेम अब वासना के अभिभूत है,
अहसासों का न होना ही तो प्रेम का मर जाना है
प्रेम अब मोबाइल में कैद है,
इसलिये प्रेम अब अस्थिरता की और बढ़ता प्रेम है
प्रेम अब दिलों में बनाये घरोंदो से बाहर आ रहा है
वो प्रेम जो दिलों में होता था, स्थिर था
अब उसे मोबाइल से डिलीट करना
आसान हो गया है
प्रेम अब अपने अंतिम संस्कार का
इंतजार कर रहा है l
क्योंकि अब प्रेम दिलों से नहीं
मोबाइल से किया जा रहा है
प्रेम अब अपना घर बदल रहा है
कच्चे मकानों की ठंडक,
जैसे पक्के मकानों की तपत ने ली हैं
इंसान ने जैसे बदला अपने घरोंदो को
प्रेम भी अब कहाँ एक जगह टिकने वाला है
अब प्रेम किसी के व्हाट्सप्प पर है
प्रेम किसी के इंस्टाग्राम पर है तो किसी के फेसबुक पर
प्रेम उड़ता हुआ नजर आ रहा है
लेकिन स्थिरता के साथ
विश्वास भी खो चूका हैं प्रेम
क्योंकि अब अहसासों में नहीं प्रेम, मोबाइल में कैद है
और अपनी अंतिम सांसे गिन रहा है
अगर रहा यही हाल तो फिर न होगा अहसास
न होगा प्रेम पर विश्वास, फिर हर प्रेमी कर रहा होगा इंतजार
कि कैसे होगा प्रेम का अंतिम संस्कार l
©Suresh Rathee
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