Anushka Tripathi

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White शिक्षा आपका अधिकार है लेकिन नैतिक शिक्षा आपकी जरूरत है डिग्रियां आपकी कामयाबी दर्शाती है लेकिन लहजा आपकी परवरिश पैसा आपको बड़ा बनाता है लेकिन आपका बड़प्पन आपको ऊंचाइयों तक ले जाता है बेफिजूल का बोलना आपको बातूनी बनाता है लेकिन सही जगह न बोलना आपकी कायरता को दर्शाता है सबका सम्मान करना एक परम कर्तव्य है लेकिन अपने आत्मसम्मान की रक्षा करना आपके मौलिक अधिकारों में आता है !!! ©Anushka Tripathi

#जिंदगी #हकीकत #सच  White शिक्षा आपका अधिकार है
लेकिन नैतिक शिक्षा आपकी जरूरत है
डिग्रियां आपकी कामयाबी  दर्शाती है
लेकिन लहजा आपकी परवरिश 
पैसा आपको बड़ा बनाता है
लेकिन आपका बड़प्पन आपको ऊंचाइयों
तक ले जाता है
बेफिजूल का बोलना 
आपको बातूनी बनाता है
लेकिन सही जगह न बोलना
आपकी कायरता को दर्शाता है
सबका सम्मान करना एक परम कर्तव्य है
लेकिन अपने आत्मसम्मान की
रक्षा करना  
आपके मौलिक अधिकारों में आता है !!!

©Anushka Tripathi

White हिम्मत नहीं दिखाई तो हुनर धरा रह जाएगा प्रतिभा का ना विस्तार किया तो यूं शून्य पड़ा रह जाएगा ये अद्भुत सी रंगीन धरा यहां मौके बहुत से आते हैं पर खुद को ही तुम न समझ सके तो फिर अस्तित्व कहां रह जाएगा प्रतिभा का न विस्तार किया तो यूं शून्य पड़ा रह जाएगा बेशक हो एक भ्रमण पे तुम बाहर की दुनिया देखी है कभी अंतर्मन के द्वंद्वों में क्या खुद को खोज भी पाएगा प्रतिभा का न विस्तार किया तो यूं शून्य पड़ा रह जाएगा !!!! ©Anushka Tripathi

#जिन्दगी #दुनिया #लाइफ  White   हिम्मत नहीं दिखाई तो
 हुनर धरा रह जाएगा
प्रतिभा का ना विस्तार किया तो
यूं शून्य पड़ा रह जाएगा
ये अद्भुत सी  रंगीन धरा 
 यहां मौके बहुत से आते हैं
पर खुद को ही तुम न समझ सके
तो फिर अस्तित्व  कहां रह जाएगा 
प्रतिभा का न विस्तार किया तो
यूं शून्य पड़ा रह जाएगा
 बेशक हो एक भ्रमण पे तुम
बाहर की दुनिया देखी है
कभी अंतर्मन के द्वंद्वों में
क्या खुद को खोज भी पाएगा
प्रतिभा का न विस्तार किया तो
यूं शून्य पड़ा रह जाएगा !!!!

©Anushka Tripathi
#poetryunplugged #Motivational #poems

#poetryunplugged #poems #Poetry

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शिक्षक ही शिक्षा सिखलाते पगडंडी पर राह बनाते अज्ञान शिष्य के जीवन में ज्ञानों का हैं दीप जलाते शिक्षक शिक्षा का अर्थ बताते और समाज में गर्व बढ़ाते अपने जीवन के अनुभव से अपने शिष्यों को समझाते शिक्षक ही विश्वास जगाते हर कठिन राह को पार कराते बेशक शिष्य परीक्षा देता लेकिन परिणामों तक शिक्षक ले जाते !!!! ©Anushka Tripathi

#शिक्षकदिवस #teachers_day #Teachersday  शिक्षक ही शिक्षा सिखलाते
पगडंडी पर राह बनाते
अज्ञान शिष्य के जीवन में
ज्ञानों का हैं दीप जलाते
शिक्षक शिक्षा का अर्थ बताते
 और समाज में गर्व बढ़ाते 
अपने  जीवन के अनुभव से
अपने शिष्यों को समझाते 
शिक्षक ही विश्वास जगाते
हर कठिन राह को पार कराते 
बेशक शिष्य परीक्षा देता
लेकिन परिणामों तक शिक्षक ले जाते !!!!

©Anushka Tripathi

ऊंचे लक्ष्य बनाना सीखो हिम्मत से जुट जाना सीखो आज में जीते बहुत हुआ अब सुनहरा भविष्य बनाना सीखो पथरीले रस्तों को अपनाना सीखो उसमें राह बनाना सीखो दुर्गम रस्तों पर चलकर फिर अपनी मंजिल पाना सीखो नदियों की अविरल धारा से लक्ष्य प्रवाह में आना सीखो छोटे कोमल वृक्षों से तुम अटल स्थिर रह जाना सीखो तपन , वर्षा और ठंड में हर मौसम में ढल जाना सीखो ऊंचे लक्ष्य बनाना सीखो !!!! ©Anushka Tripathi

#Motivational #lakshya #zindgi  ऊंचे लक्ष्य बनाना सीखो
हिम्मत से जुट जाना सीखो
आज में जीते बहुत हुआ
अब सुनहरा भविष्य बनाना सीखो
पथरीले रस्तों को अपनाना सीखो 
उसमें राह बनाना सीखो
दुर्गम रस्तों पर चलकर
फिर अपनी मंजिल पाना सीखो
नदियों की अविरल धारा से
लक्ष्य प्रवाह में आना सीखो
छोटे कोमल वृक्षों से तुम
अटल स्थिर रह जाना सीखो
तपन , वर्षा और ठंड में
हर मौसम में ढल जाना सीखो 
ऊंचे लक्ष्य बनाना सीखो !!!!

©Anushka Tripathi

#lakshya #Life #zindgi

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पंद्रह अगस्त का दिन कहता है आजादी अभी न पूरी है कुछ ख्वाब जो उसने देखे हैं उसमें हालातों की मजबूरी है संसद जैसी पवित्र जगह पर बस हिंदू - मुस्लिम का ताना है ना शब्दों की कोई गरिमा है न लहजों का अफसाना है लाल किला भी सोच रहा आखिर आजादी किस ओर चली संसद जो की नई बनी वो भी क्या मुंह मोड़ चली देश में बेरोजगारों का न कोई ठौर ठिकाना है सरकारों में बस बहस चल रही यूंही बस तारीखों का आना - जाना है ©Anushka Tripathi

#आजादी #Independence #Freedom  पंद्रह अगस्त का दिन कहता है
आजादी अभी न पूरी है
कुछ ख्वाब जो उसने देखे हैं
उसमें हालातों की मजबूरी है
संसद जैसी पवित्र जगह पर
बस हिंदू - मुस्लिम का ताना है
ना शब्दों की कोई गरिमा है
न लहजों का अफसाना है
लाल किला भी सोच रहा
आखिर आजादी किस ओर चली
संसद जो की नई बनी
वो भी क्या मुंह मोड़ चली
देश में बेरोजगारों का
न कोई ठौर ठिकाना है
 सरकारों में बस बहस चल रही 
यूंही बस तारीखों का आना - जाना है

©Anushka Tripathi

#Independence #आजादी #Freedom poetry in hindi

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