Anushka Tripathi

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#poetryunplugged #Motivational #poems

#poetryunplugged #poems #Poetry

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शिक्षक ही शिक्षा सिखलाते पगडंडी पर राह बनाते अज्ञान शिष्य के जीवन में ज्ञानों का हैं दीप जलाते शिक्षक शिक्षा का अर्थ बताते और समाज में गर्व बढ़ाते अपने जीवन के अनुभव से अपने शिष्यों को समझाते शिक्षक ही विश्वास जगाते हर कठिन राह को पार कराते बेशक शिष्य परीक्षा देता लेकिन परिणामों तक शिक्षक ले जाते !!!! ©Anushka Tripathi

#शिक्षकदिवस #teachers_day #Teachersday  शिक्षक ही शिक्षा सिखलाते
पगडंडी पर राह बनाते
अज्ञान शिष्य के जीवन में
ज्ञानों का हैं दीप जलाते
शिक्षक शिक्षा का अर्थ बताते
 और समाज में गर्व बढ़ाते 
अपने  जीवन के अनुभव से
अपने शिष्यों को समझाते 
शिक्षक ही विश्वास जगाते
हर कठिन राह को पार कराते 
बेशक शिष्य परीक्षा देता
लेकिन परिणामों तक शिक्षक ले जाते !!!!

©Anushka Tripathi

White पिता सिर्फ शब्द नहीं अहसास है ये कुदरत का तोहफा है जो सबसे खास है अनुशासन की एक कड़ी है जो सिर्फ पिता से जुड़ी है पिता बच्चों के लिए सब कर जाता है यहां तक कि अपनी किस्मत से भी वो एक बार लड़ जाता है पिता जीने का सलीका सिखाता है दुनिया वाकई में कैसी है ये हमें पिता ही बताता है पिता वर्तमान की हकीकत नहीं हमें भविष्य के सच से रूबरू करवाता है पिता ही वो इंसान है जो हमें सही मायनों में जीना सिखाता है !!!! ©Anushka Tripathi

#कविता #पापा #डैडी #fathers_day  White पिता सिर्फ  शब्द नहीं अहसास है
ये कुदरत का तोहफा है
जो सबसे खास है
 अनुशासन की एक कड़ी है
जो सिर्फ पिता से जुड़ी है
पिता बच्चों के लिए
सब कर जाता है
यहां तक कि अपनी किस्मत 
से भी वो एक बार लड़ जाता है
पिता जीने का सलीका सिखाता है
दुनिया वाकई में कैसी है
ये हमें पिता ही बताता है
पिता वर्तमान की हकीकत नहीं
हमें भविष्य के सच से रूबरू करवाता है
पिता ही वो इंसान है
जो हमें सही मायनों में
जीना सिखाता है !!!!

©Anushka Tripathi

#चुनाव #सरकार

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White त्रेता , द्वापर की बात अलग थी अब ये कलयुग की बारी है यहां अपने ही अजनबी हैं ये कैसी लाचारी है काम पड़े तो खून के रिश्ते ही सबसे पहले दूर हुए जिसको कहते हरदम अपना वो इतने मजबूर हुए खुशी में शामिल सब होते बस गम में कोई साथ नहीं फिर कैसे अपने हैं ये क्या अपनो में होती बात यही दो आंसू तो गैरों के भी पराए के दुख में बह जाते हैं ये अपने कैसे हैं जो केवल शोक जताने आते हैं !!!! ©Anushka Tripathi

#कविता #Night  White त्रेता , द्वापर की बात अलग थी
अब ये कलयुग की बारी है
यहां अपने ही अजनबी हैं
ये कैसी लाचारी है
काम पड़े तो खून के रिश्ते
ही सबसे पहले दूर हुए
जिसको कहते हरदम अपना
वो इतने मजबूर हुए
खुशी में शामिल सब होते
बस गम में कोई साथ नहीं
फिर कैसे अपने हैं ये
क्या अपनो में होती बात यही
 दो आंसू तो गैरों के भी 
पराए के दुख में बह जाते हैं
ये अपने कैसे हैं जो
केवल शोक जताने आते हैं !!!!

©Anushka Tripathi

#Night

10 Love

#विचार #Women_Special #womanpower #Women  ओ स्त्री तुम वो कीर्तिमान हो
जो मिसाल बन जाए
यकीन नही हो 
तो देख लो
पुरानी वीर गाथाएं 
अपना हक मत मांगो इस
पुरुष प्रधान समाज से
चाहो तुम तो इसे छीन के रख लो 
अपने काबिलियत के अंदाज से
लाचार , बेचारी बनना छोड़ो
अब इस कलयुग के संसार में
ना न्याय मिला है त्रेता में 
और द्वापर में भी है लाचारी
नारी के आत्म सम्मान की
रक्षा ना कर सके कोई 
वीर पुरुष बलशाली
तो इस घोर कलयुग में 
ना आस किसी से लगाओ
अपने हक की रक्षा करने
अब तुम खुद चंडी बन जाओ !!!!

©Anushka Tripathi
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